सीधी जिले के एक श्रमिक की नागपुर में संदेहास्पद स्थिति में हुई मौत, शव की पहचान हो रही थी मुश्किल

Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

सीधी जिले के एक श्रमिक की नागपुर में संदेहास्पद स्थिति में हुई मौत, शव की पहचान हो रही थी मुश्किल



सीधी जिले के एक श्रमिक की नागपुर में संदेहास्पद स्थिति में हुई मौत, शव की पहचान हो रही थी मुश्किल



 सीधी
सीधी जिले के सिहावल क्षेत्र से बड़ी घटना सामने आई है जहां नागपुर में काम करने वाले एक व्यक्ति का शव कई टुकड़ों में ताबूत में पैक करके यहां उनके गृह ग्राम देवगांव पहुंचा है। 
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सीधी जिले के तहसील सिहावल के ग्राम पंचायत देवगांव के दिनेश पटेल पिता समोधी पटेल उम्र 40 वर्ष जो विगत 3 महीने पहले घर से नागपुर रोजगार के लिए निकले थे, जहां नागपुर शहर में महालक्ष्मी कंट्रक्शन कंपनी में वो जेसीबी पुकलैंड आपरेटर का काम किया करते थे। ये कंपनी डब्ल्यूसीएल सरकारी कंपनी के अंडर में काम कर रही थी। बीते 29 अक्टूबर को शाम के वक्त इनकी डैड बॉडी कई टुकड़े में मिली। तब कंपनी के द्वारा इनके परिजनों को सूचित किया गया। खबर सुनने के बाद पूरे परिवार में आक्रोश और मातम छा गया।


शव की पहचान हो रही थी मुश्किल

आनन-फानन में भाई उमेश पटेल और घर कुछ जिम्मेदार लोग नागपुर शहर भाई का शव लेने पहुंचे जहां कई टुकड़ों में शव को देखने के बाद पहचानना मुश्किल हो रहा था। लेकिन भाई ने किसी तरीके से शव के कुछ टुकड़ों के सहारे उन्हें पहचान लिया और मृतक दिनेश पटेल के शव को एंबुलेंस से नागपुर से कल 31 अक्तूबर को दोपहर 1 बजे लेकर सीधी उनके गृह ग्राम पहुंचे। जहां परिवार और ग्रामीण जनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
वहीं अब ग्रामीण जन में रोजगार को लेकर भी काफी आक्रोश नजर आया। जहां रोते रोते लोग कहते नजर आए की अगर यहीं कुछ रोजगार उपलब्ध होता तो क्यों बाहर जाता, क्यों मरता मेरा भाई। 

♦️ *ताबूत में भरकर लाया गया अवशेष

इस दुर्घटना के शिकार दिनेश पटेल के शव के चीथड़ों को अवशेष के रूप में एक ताबूत में भरकर एंबुलेंस वाहन पर उनके गृह ग्राम देवगांव लाया गया है। जिसमें उनके घुटने के नीचे के पैर का ही कुछ हिस्सा साबूत बचा है।


दुर्घटना या हत्या पर सवाल

इस पूरे मामले को लेकर मृतक दिनेश पटेल के भाई उमेश पटेल ने बताया है कि जिस वक्त वो नागपुर में घटनास्थल पर पहुंचे तो वहां का नजारा बेहद दिल दहला देने वाला और वीभत्स था। उनके भाई का शव पोकलेन मशीन के नीचे आ जाने के कारण उसमें दबकर चिथड़े-चिथड़े हो चुका था सिर्फ उसकी घुटने के नीचे का कुछ हिस्सा साबूत बचा था। 
परिजनों ने आरोप लगाया है कि इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच होना चाहिए कि दिनेश पटेल के ऊपर पोकलेन मशीन चढ़ने की घटना महज एक संयोग है या किसी साजिश के तहत उसकी हत्या को अंजाम दिया गया है।
वहीं मृतक दिनेश पटेल के भांजे का कहना है की किसी ने मेरे मामा को काट-काट कर फेक दिया है। जिस तरीके से ये हादसा हुआ है ये एक्सीडेंट नहीं लगता। आखिर में क्या है पूरा मामला वो तो नागपुर पुलिस की जांच के बाद पता चल पाएगा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ