नारायणी देवी राष्ट्रपति सम्मान से हुईं अलंकृत
भोपाल।
देश इस वक्त आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। देश-प्रदेश में स्वाधीनता संग्राम की अमिट स्मृतियों से जुड़े विभिन्न आयोजन हो रहे हैं। सोमवार 09 अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन की 79वीं वर्षगांठ मनाई गई। इसी सिलसिले में राजधानी भोपाल में भी एक कार्यक्रम आयोजित हआ, जिसमें प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने स्वाधीनता सेनानी नारायणी देवी को राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित किया। गौरतलब है कि देश के स्वाधीनता संग्राम में योगदान देने वाले प्रदेश के तीन वरिष्ठ नागरिकों को राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित किया गया है। इनमें भोपाल की नारायणी देवी के अलावा बैतूल के राधाकृष्ण सिंह और ग्वालियर के रामबाबू शर्मा भी शामिल हैं। भोपाल में भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर एट होम कार्यक्रम के तहत एक समारोह में मंत्री विश्वास सारंग ने राष्ट्रपति द्वारा प्रेषित सम्मान पत्र नारायणी बाई को सौंपा। इस अवसर पर मंत्री सारंग ने उनके हौसले और देशप्रेम के जज्बे की सराहना करते हुए कहा कि नारायणी देवी महिला सशक्तीकरण की जीती-जागती मिसाल हैं, जिन्होंने स्वयं अंग्रेजों के खिलाफ आगे बढ़कर लड़ाई लड़ी। महिला सशक्तीकरण का इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है। उस दौर में हमारे समाज की सोच इतनी विकसित नहीं थी। उस समय महिलाओं के लिए पढ़ाई-लिखाई समेत तमाम तरह की बंदिशें थी। इसके बावजूद नारायणीजी देशप्रेम और देशभक्ति की भावना से आजादी की खातिर लड़ने के लिए प्रेरित हुईं। यह आज की पीढ़ी के लिये प्रेरणादायक है। उन्होंने आगे कहा कि हमें हजारों-लाखों क्रांतिकारियों के बलिदान से आजादी मिली है। इसमें नारायणी देवी जैसी हस्तियों की महती भूमिका रही है। आजाद हिंदुस्तान का श्रेय ऐसे ही महान लोगों को जाता है।
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