महिलाओं को प्रदान किया ड्राइविंग लाइसेंस
जबलपुर।
यकीन नहीं हो रहा कि जिस कार को चलाने में एक माह पहले तक डर लगता था अब वह उसे बेहतर तरीके से चला रही है। ऐसी कई महिलाएं हैं, जो कार चलाने में डरती हैं उनका लक्ष्य है कि ज्यादा से ज्यादा महिलाएं कार सीख सकें। इसके लिए हमारी जो जिम्मेदारी है उसे निभाएंगे। यह बातें कार सीखने का प्रशिक्षण ले चुकी महिलाओं ने ड्राइविंग लाइसेंस लेते हुए कहीं। आरटीओ ने महिलाओं को निश्शुल्क कार ड्राइविंग की ट्रेनिंग पूरी कर दी है। महिलाएं अब कार बेहतर तरीके से चला सकती है। तो महिलाओं ने शासन की योजना और आरटीओ संतोष पॉल के कार्य की सराहना की। 1 अप्रैल से सुबह 11 बजे आइटीआइ माढ़ोताल में कार सिखाने की ट्रेनिंग महिलाओं और युवतियों को दी जा रही थी। लेकिन कुछ ही दिन बाद जनता कर्फ्यू लग गया, जिसके कारण इस ट्रेनिंग को रोकना पड़ गया था। वहीं 16 जून से पूरी तरह जनता कर्फ्यू खुलने के बाद से ट्रेनिंग शुरू की गई। इसमें आइटीआइ माढोताल में थ्योरी पढ़ाई जाती थी और इसके बाद आरटीओ कार्यालय में कार चलाना सिखाया जाता था, जिससे महिलाओं और युवतियों को कार के बारे में पूरी जानकारी हो सके. आरटीओ ने सभी को निश्शुल्क ड्राइविंग लाइसेंस देकर सभी को बधाई दी। साथ ही कहा कि यदि वह किसी भी कार की एजेंसी में ड्राइविंग सिखाना चाहती हैं, तो वह उनके इस कार्य के लिए पूरा सहयोग करेंगे। उल्लेखनीय है कि महिलाओं और युवतियों का प्रशिक्षण शिविर लगाने के लिए शासन ने निर्देश दिए थे। निर्देश का पालन करते हुए आरटीओ ने 30 दिन का निशुल्क प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया। जिसमें पहले चरण में 74 आवेदन आए थे और उसमें से 49 महिला और युवतियों को प्रशिक्षण देने के लिए चयन किया था।
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