मांगे नहीं माने जाने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर संयुक्त मोर्चा,कलम कार्यालय बंद कर धरने पर बैठे अधिकारी कर्मचारी

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मांगे नहीं माने जाने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर संयुक्त मोर्चा,कलम कार्यालय बंद कर धरने पर बैठे अधिकारी कर्मचारी



मांगे नहीं माने जाने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर संयुक्त मोर्चा,कलम कार्यालय बंद कर धरने पर बैठे अधिकारी कर्मचारी


तहसील कार्यालय पहुंच एसडीएम को तीसरी बार सौप मांगो का ज्ञापन।


 मझौली। 
विगत 12 जुलाई 2021को मध्य प्रदेश पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों के 17 संगठनों द्वारा आपने अलग-अलग मांगों को लेकर 9पेज का ज्ञापन पत्र मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, मंत्री पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मध्यप्रदेश शासन भोपाल के नाम ज्ञापन पत्र प्रदेश के सभी ब्लॉकों में सौंपा गया था। जिसके अंतर्गत मझौली ब्लाक में भी यह ज्ञापन पत्र सौंपा गया था ।हफ्तो बीत जाने के बाद किसी तरह की कोई सुनवाई ना होने के कारण पुनः 19 जुलाई 2021 को सूचना पत्र सीईओ मझौली एवं अनुविभागीय अधिकारी मझौली को सौंपते हुए संयुक्त मोर्चा द्वारा दो दिवसीय सामूहिक अवकाश हड़ताल में रहते हुए शासन प्रशासन को चेताया गया था कि यदि दो दिवस के अंदर हम लोगों की मांगे नहीं मानी गई तो 22 जुलाई से कलम कार्यालय बंद हड़ताल किया जाएगा। माँग ना माने जाने पर आज 22 जुलाई दिन गुरुवार को प्रदेश स्तर पर कलन एवं कार्यालय बंद हड़ताल की शुरुआत की गई है जिसके तहत मझौली जनपद क्षेत्र के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियो /कर्मचारियों का संयुक्त मोर्चा एके दुबेदी अध्यक्ष मध्य प्रदेश डिप्लोमा एसोसिएशन जिला इकाई सीधी के अध्यक्षता में जनपद कार्यालय मझौली के पुराने भवन प्रांगण में बैठक आयोजित कर संयुक्त मोर्चे की कार्यकारिणी का गठन किया गया। जहां पर ब्रहमेंद्र मिश्रा सचिव को संरक्षक संयोजक , रोजगार सहायक प्रदीप सिंह को प्रवक्ता, उपयंत्री इंद्र लाल सिंह को कोषाध्यक्ष, रोजगार सहायक राकेश गुप्ता को मीडिया प्रभारी, राजेंद्र मिश्रा महामंत्री, सुनील तिवारी एवं रवि सिंह को निर्विरोध रूप से सचिव पद पर सुना जा कर  प्रदेश पदाधिकारियों के आवाहन पर हड़ताली बैनर के साथ तीसरी बाहर ज्ञापन पत्र सौंपते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं इस संयुक्त मोर्चे के हड़ताल पर जाने से कार्यालयों में ताला लटके रहे । बता दें कि मझौली जनपद क्षेत्र में 50 किलोमीटर तक की दूरदराज के सैकड़ों लोग प्रतिदिन किसी न किसी काम को लेकर जनपद स्तर की कार्यालय पहुंचते हैंआज भी सैकड़ों लोग विभिन्न कार्यालयों में पहुंचे हुए थे जिनको निराश होकर वापस जाना पड़ा वही पंचायत कर्मियों के हड़ताल में चले जाने से ग्रामीणों की मुसीबतें बढ़ गई हैं। एक ओर जहां पंचायतों के कार्य बंद हो जाने से गरीब मजदूरों की मुसीबतें बड़ी हैं वही स्कूलों में बच्चों के प्रवेश प्रक्रिया जारी है जिससे विभिन्न कार्यालयों से अलग-अलग रिकार्ड प्राप्त किए जाते हैं किसी का समग्र आईडी में नाम जुड़वाना किसी को सुधर बाना आदि अनेक कार्य जो पंचायतों द्वारा संभव है नहीं हो रहे है अब जबकि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के 17 संघ जिसमें लगभग सैकड़ों अधिकारी कर्मचारी सम्मिलित हैं अनिश्चितकालीन कलम एवं कार्यालय बंद हड़ताल का रुख अपना चुके हैं इससे निश्चित है कि शासकीय कार्य के साथ हितग्राही मूलक योजनाएं एवं लोगों के कार्यालीन कामों पर विशेष प्रभाव पड़ेगा जिससे शासकीय कार्य तो प्रभावित होंगे ही साथ ही साथ लोगों को परेशान भी होना पड़ेगा अब देखना होगा कि जबकि संयुक्त मोर्चा संघ अनिश्चितकालीन कलम एवं कार्यालय बंद हड़ताल पर जा चुका है सरकार पर क्या असर पड़ता है।

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