Sidhi News: कियोस्क संचालक की मनमानी: कमछ में कियोस्क की आड़ में ग्रामीणों से लिया जा रहा सुविधा शुल्क
संतोष तिवारी,सीधी।
देश मे बैंकिंग व्यवस्था को प्रत्येक व्यक्ति तक सुलभ तरह से उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से ग्रामीण क्षेत्रों में कियोस्क बैंक खोले गए हैं जिससे लोगों को लगा था कि उन्हें बैंक के चक्कर नही लगाने पड़ेंगे गाँव मे ही खुले कियोस्क बैंक से उन्हें बैंकिग कार्य करने में आसानी होगी बावजूद कुसमी ब्लॉक के वनांचल के गाँवो मे कियोस्क बैंकों के कुछेक संचालकों द्वारा लंबे समय से क्षेत्र के अनपढ़ और भोले भाले ग्रामीणों को बैंकिंग प्रणाली के तहत जमा निकासी करने के नाम पर लूटा जा रहा है ऐसे में कियोस्क बैंक सुविधा नही बल्कि लूट का अड्डा बन गए हैं ग्रामीणों की सुविधा के लिए जगह -जगह कियोस्क बैंकों की सुविधा उपलब्ध कराई गई है जिससे ग्रामीण लेन देन कर सकें लेकिन लोगों के साथ धोखाधड़ी कर उनके खाते से पैसा निकालने के एवज में मनमानी फीस वसूली जा रही है ऐसा ही ताजा मामला प्रकाश आया है कुसमी ब्लॉक के कमछ का जहाँ कियोस्क संचालक राकेश कुमार गुप्ता की मनमानी चरम पर है बैंक दूर होने की वजह से कमछ सहित आसपास के आधे दर्जन गाँव के ग्रामीण जन अपने जमा खाते का पैसा निकालने कियोस्क बैंक पहुँचते हैं लेकिन कियोस्क संचालक मजबूरी का फायदा उठाते हुए भोले भाले आदिवासी ग्रामीणों से पैसे देने के एवज में मनमाने तरीके से पैसे ऐंठकर मालामाल हो रहा है हलाकि यह कोई कोई एक मामला नही है कुसमी अंचल में वनांचल के कई दूरस्थ गांवों में संचालित कियोस्क संचालको का है जहां कियोस्क संचालक मनमानी पर उतारू हैं अगर कोई ग्रामीण इनका विरोध भी करता है तो ये पैसा नही देने की धमकी देते हैं कोरोना वैश्विक महामारी मे लोगों की रोजमर्रा की दैनिक वस्तुओ की खरीददारी के लिये पैसे की जरूरत होती है ऐसे में लोग गाँव मे ही खुले कियोस्क बैंकों को सुविधा की दृष्टि से जमा निकासी करना उचित समझते है लेकिन जब खुद की जमा पूंजी निकालने इन कियोस्क बैंकों में पहुँचते हैं जिनसे कियोस्क संचालक मनमुताबिक पैसे ऐंठने मे पीछे नही हटते समय रहते अगर बैंक अधिकारियों एवम कम्पनी द्वारा लगाम नही लगाया गया तो यहाँ के भोले भाले ग्रामीण कियोस्क संचालको का शिकार हो जाएंगे ग्रामीणों ने एल डी एम सीधी से कमछ मे संचालित कियोस्क संचालक की जांच कर उचित कार्यवाही की मांग किये हैं।
30 रुपये प्रति हजार ले रहा------
वैसे तो कियोस्क संचालको को बैंकों एवम कम्पनियों द्वारा ग्राहकों को पैसे देने के एवज में कमीशन दिया जाता है लेकिन कमछ मे कियोस्क संचालक राकेश कुमार गुप्ता ग्राहकों से भी कमीशन बतौर प्रति हजार देने के बदले 30 रुपये का कमीशन लिया जा रहा है लोगों की माने तो यह खेल लंबे समय से जारी है जो लूट का अड्डा बन गया है हलाकि ग्रामीणों की भी मजबूरी बनी हुई है जो आसपास नजदीक मे बैंक न होने की वजह से कियोस्क से ही पैसे निकालने पड़ते हैं समय रहते ऐसे कियोस्क संचालको पर लगाम नही लगाया गया तो ग्रामीणों को इसी तरह लूटते रहेंगे।
इनका कहना है-
बुद्धसेन सिंह(ग्रामीण धुपखड़)-------राकेश कुमार गुप्ता के यहां पैसे निकालने आये थे हमने 2 हजार रुपये निकालने को बोले तब कियोस्क संचालक ने 1940 रुपये ही दिए 60 रुपये काट लिया इसके पहले भी पैसे निकालने आये थे जहां 30 रुपये हजार लिया जाता है।
आदित्य कुमार( शाखा प्रबंधक मध्यांचल ग्रामीण बैंक कुसमी )--------
इस कियोस्क का सम्बन्ध बैंक से नही है चूंकि एम पी आनलाइन का कार्य दिया गया है पैसे के लेन देन के लिए कम्पनी से ही अलग से आई डी बनी होगी जहाँ कम्पनी से कमीशन मिलता होगा 1 भी रुपये लेने का ऐसा कोई भी आदेश किसी भी बैंक या कम्पनी से किसी भी कियोस्क संचालक को नही दिया गया है इसीलिए कियोस्क संचालकों को बैंक एवम कम्पनी से कमीशन दिया जाता है ऐसी बात है तो इसकी शिकायत एल डी एम सर से करवाइए कार्यवाही होगी ।
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