एनएल प्रजापति ने संभाला मझौली का कार्य प्रभार,कर्मचारियों में मचा हड़कंप
मझौली।
लगभग 2 माह पूर्व राज्य शासन द्वारा स्थानांतरण सूची जारी कर श्री प्रजापति को मझौली जनपद में पदस्थ किया गया था लेकिन अस्वस्थ होने के कारण जोइनिंग देकर चले गए थे जो स्वास्थ्य होने पर मझौली पहुंच कर अपना कार्य प्रभार संभालते हुए पंचायतों का भ्रमण चालू कर दिए हैं जिससे भ्रष्टाचारी अधिकारियों कर्मचारियों एवं पंचायत कर्मियों में खलबली मच गई है बता दें कि अभी 2 वर्ष पूर्व ही श्री प्रजापत मझौली जनपद में अपनी सेवाएं दे चुके हैं जिनका स्थानांतरण कांग्रेस की सरकार आते ही कर दिया गया था किंतु भाजपा की सरकार आते ही एक बार पुनः मझौली में पदस्थ किया गया है इनके कार्यप्रणाली से जनपद अधिकारी कर्मचारी अच्छी तरह वाकिफ है जिनके कार्य भार संभालते ही भ्रष्टाचारियों पर खलबली मची हुई है विदित हो कि श्री प्रजापति के मझौली से स्थानांतरण करते हुए विजय श्रीवास्तव को मझौली में पदस्थ किया गया था जिनके उदासीनता और लापरवाही के कारण कर्मचारी अधिकारी निर्भीकता पूर्वक भ्रष्टाचार को अंजाम देने का रास्ता अपना लिए जो लगातार जारी है हालांकि अपने कार्यप्रणाली के कारण श्री श्रीवास्तव ज्यादा दिन तक यहां नहीं टिक पाए और उनका स्थानांतरण हो गया और मझौली का प्रभार कुसमी सीईओ एसएन दुबेदी के हाथ सौंपी गई थी कार्य की अधिकता होने के बावजूद भी श्री द्विवेदी भ्रष्टाचारियों पर लगाम लगाए रखने में कुछ हद तक सफल रहे किंतु इनके व्यस्तता एवं कोरोना कर्फ्यू का फायदा उठाते हुए जनपद अधिकारियों के साथ सांठगांठ कर पंचायत कर्मियों द्वारा काफी पैमाने पर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है यहां तक कि कई मनरेगा के कार्य रातो रात मशीनों द्वारा करा कर फर्जी मस्टररोल के सहारे राशि डकारी जा रही थी जिसमें ग्रहण लग सकता है ऐसे ही कई निर्माण कार्य एवं योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है जो अधिकारियों कर्मचारियों में खलबली मचा रखी है।
0 टिप्पणियाँ