दर्जनों हैंडपंप खराब,जिम्मेवार मौन, ग्रामीणों ने पेयजल समस्या को निराकरण करने की मांग की
शहडोल।
शहडोल जिले के सोहागपुर जनपद अन्तर्गत के ग्राम पंचायत खैरहा में दर्जन भर से ज्यादा हैंडपंप महीनों से निष्क्रिय पड़े हुए हैं जिसकी सुध लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने आज तक नहीं ली। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी इस हालात को सुधारने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। खैरहा के सैकडों लोग आस-पडोस से जिनके यहां बोरवेल आदि है उनसे पीने का पानी खरीदकर पी रहे हैं जिसके लिए वे हर महीने 400 से 500 रूपए का भुगतान करते हैं। सिर्फ खैरहा गांव की बात करें तो यहां करीब 15 से 20 हैंडपंप लगे हैं जिसमें से 80 फीसदी हैंडपंप निष्क्रिय हैं। खैरहा गांव के कुछ हैंडपंप तो इस इसलिए खराब हैं क्योंकि उनमें कथित अतिक्रमण कारियों द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया है और अपने बाउंड्री के अंदर हैंडपंप कर लिया गया है। मौका मिलते ही चोरी छिपे हैंडपंप बिगाड़ भी दिया गया। गौरतलब है कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग शहडोल द्वारा ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों मे लगे हैंडपंप के मरम्मत के लिए प्रतिवर्ष लाखों रुपये निविदा के माध्यम से खर्च की जाती है ताकि आमजनता को हैंडपंप संबंधित कोई समस्या न हो लेकिन विभागीय अधिकारी स्वयं खैरहा आकर देखें कि विभागीय उदासीनता ने खैरहा में हैंडपंप को सिर्फ एक समस्या बना कर रख दिया है। खैरहा के ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पेयजल और हैंडपंप संबंधित समस्या वर्षों से बनी हुई है जो कि दिनों-दिन बढ़ती ही जा रही है क्षेत्र में कोयला खदानें भी हैं जिससे क्षेत्र का जल स्तर ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता। बीते दिन खैरहा के कुछ युवा गांव के कई हैंडपंप की अलग- अलग शिकायतें सीएम हेल्पलाइन में कर चुके हैं जिससे यह समस्या सीधे तौर पर विभागीय अधिकारियों के संज्ञान में रहे। इसके बाद भी अबतक कोई सुधार नहीं हो पाया है। क्षेत्र के लोगों ने यहां पेयजल की समस्या का प्रभावी निराकरण करने की मांग की है.
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