तूफान बारिश ने मचाई तबाही: 3 महिलाओं समेत 13 लोंगो की मौत, दीवार - पेड़ धराशाई
अभी हाल ही में तौकते तूफान ने देश मे तबाही मचाई थी जिससे कई लोंगो के आशियाने ढह गई, कुछ जगहों से मौत की खबर आई थी, कई लोग तो बेघर भी हो गए थे, सभी जगह पानी ही पानी हो गया था। लोग इस तौकते तूफान को भूले न होंगे फिर आंधी पानी ने तबाही मचा दी।जिससे कई लोंगो की मौत हो गई, वहीं पेड़ पौधे धराशायी हो गए,
पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में सोमवार की शाम भयानक तबाही लेकर आई. यहां देर रात आए तूफान और बारिश ने भयंकर तबाही मचाई. तेज बारिश और तूफान की वजह से एक ही दिन में 11 लोगों की मौत हो गई. इनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं. कई लोग बुरी तरह घायल होने के बाद अस्पताल में भर्ती हैं. कई घरों की दीवारें टूट गईं तो कई बड़े-बड़े पेड़ जमीन पर जमीदोंज हो गए, देखते ही देखते मंजर बदल गया। आंधी तूफान तो तबाही मचाई ही साथ ही बिजली गिरने से कई लोंगो की मौत हो गई , सभी जगह अफरा तफरी मच गई।
देर शाम आए तूफान और भारी बारिश की वजह से कई इलाकों में बिजली गिरने की घटनाएं भी सामने आईं. घायलों को इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
इस बारे में जानकारी देते हुए हुगली जिले के उत्तरपाड़ा नगरपालिका के प्रशासक दिलीप यादव ने बताया कि इस तूफान में सबसे ज्यादा तबाही आरामबाग महकमे में हुई है, जहां पर कुल मिलाकर 5 लोगों की जान गई है.
जिनमें 4 की मौत खानकुल में और गोघाट में 46 वर्षीय आनंद राय की मौत बिजली गिरने से हुई. संगीन हालत में उसे पहले अस्पताल में ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया.
तूफान और बिजली गिरने के कारण हुगली के खानाकुल में एक परिवार पूरी तरह से तबाह हो गया. हेमंत (42) और उनकी पत्नी मालविका (33) की मौत हो गई. दूसरी ओर पोलबा-दादपुर इलाके में भी हारून रशीद (37) और किरण रॉय (29) नाम की महिला की मौत हो गई. वहीं, हरिपाल में दिलीप घोष (50), सिंगुर में सुष्मिता कोले (38), तारकेश्वर में संजीत सामंत की मौत हो गई.
पिछले दो दिनों में हुगली जिले में तूफान और भारी बारिश के कारण 13 लोगों की जान जा चुकी है.
इस बीच नगर पालिका के अधिकारी दिलीप यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर पुलिस प्रशासन, स्थानीय निकायों और डिजास्टर मैनेजमेंट की टीम ने ग्राउंड पर काम करना शुरू कर दिया है. फिलहाल राहत और बचाव का काम जारी है.
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