अनोखी शादी: थाने में हुई शादी, प्रधान आरक्षक बने पुरोहित वहीं थाना प्रभारी ने दिया आशीर्वाद
एक ऐसी शादी जिसकी पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ लोग तरह तरह की बातें कर रहे हैं लड़के एवं लड़की की शादी किसी घर मे नहीं बल्कि थाना में हुई, वहां के पुलिस कर्मी ने उन दोनों जोड़े की शादी रचा दी, प्रधान आरक्षक पंडित का काम किये तो वहीं थाना प्रभारी ने आशीर्वाद दिया। मामला शहडोल जिले के गोहपारू थाना का है जहाँ एक युवक युवती की शादी पुलिस की देखरेख में संपन्न कराई गई। इस शादी की खास बात यह रही कि वर वधू को थाना प्रभारी ने आशीर्वाद दिया और प्रधान आरक्षक ने मंत्रोच्चार कर शादी को संपन्न कराया। बताया गया है कि दोनों युवक युवती एक दूसरे को चाहते थे और 27 अप्रैल को अपने घर से भाग गए थे। इन दोनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी इनके परिजनों ने थाने में दर्ज कराई थी।
घर वाले अपनाने को नहीं थे तैयारः इन दोनों युवक युवती के घर से भाग जाने के बाद गोहपारू थाने में 27 अप्रैल को रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी जिसके बाद इन दोनों को पुलिस ने 24 घंटे के अंदर दस्तयाब भी कर लिया था।
इसके बाद इन दोनों के घर परिवार के लोगों को बुलाया गया और बातचीत की गई लेकिन ये लोग समाज के डर से इनको अपनाने के लिए तैयार नहीं थे। थाना प्रभारी ज्योति सिकरवार ने 22 वर्षीय युवती व 24 वर्षीय युवक से बात की और पूछा कि क्या शादी करना चाहते हो तो दोनों ने हां कर दी।
पुलिस ने जीवन संवारने उठाया कदमः जब युवक युवती दोनों की रजामंदी मिल गई तो इसके बाद गोहपारू थाने में ही शादी की तैयारी कराई गई। प्रधान आरक्षक रामानंद तिवारी ने बाकायदा पुरोहित की भूमिका अदा की और मंत्रोच्चार कर शादी को पूरा कराया। थाना प्रभारी ने इन दोनों को इनके सुखी जीवन का आशीर्वाद दिया। इस विवाह के गवाह थाने के पुलिसकर्मी बने। थाना प्रभारी ज्योति सिकरवार ने बताया कि सकरिया गांव की नानबाई सिंह गौंड़ पिता दलबीर सिंह गौंड़ और पैलवाह निवासी अनुज गुप्ता पिता घनश्याम गुप्ता का विवाह इनकी रजामंदी से सम्पन्न कराया गया है। इनका कहना था कि लड़की का जीवन संवारने के उद् देश्य से इस तरह का कदम उठाया गया है।
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