सीधी:वर्तमान परिस्थितियों में कोरोना संक्रमण को रोकने का प्रभावी कदम है पूर्ण लॉक डाउन- प्रमुख सचिव
सीधी
प्रमुख सचिव म.प्र. शासन वित्त विभाग एवं जिले के कोविड नियंत्रण प्रभारी सचिव श्री गुलशन बामरा ने सोमवार को जिले के पत्रकार बंधुओं से चर्चा कर उन्हें शासन तथा प्रशासन द्वारा कोविड नियंत्रण के लिए की जा रही कार्यवाहियों से अवगत कराया। प्रमुख सचिव ने कहा कि सीधी जिले की पॉजिटिविटी प्रदेश स्तर से ज्यादा है तथा यह प्रदेश के 10 उच्च पॉजिटिविटी वाले जिलों में शामिल है, जो एक चिंता का विषय है। ऐसी परिस्थितियों में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पूर्ण लॉक डाउन ही विकल्प है।
प्रमुख सचिव ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए शासन एवं प्रशासन द्वारा अपने स्तर से हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। कोरोना संक्रमितों की शीघ्र पहचान हो तथा उन्हें उपचार की बेहतर सुविधाएं मिलें इसके लिए व्यवस्थाएं बनाई गई हैं। कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए जिले में 330 बिस्तर तथा 10 आईसीयू बिस्तर उपलब्ध हैं, जिनके माध्यम से गंभीर संक्रमित व्यक्तियों का उपचार किया जा रहा है। शेष व्यक्तियों का होम आइसोलेशन में रख कर इलाज किया जा रहा है। होम आइसोलेशन का प्रभावी क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश अग्रणी राज्य है। प्रमुख सचिव ने कहा कि जिले में स्थापित कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से होम आइसोलेशन के संक्रमित मरीजों के स्वास्थ्य की नियमित निगरानी रखी जा रही है। उनसे प्रतिदिन दिन में दो बार चर्चा कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त की जाती है तथा मरीज के स्वास्थ्य में थोड़ी सी भी गिरावट होने पर उन्हें तत्काल जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया जाता है।
प्रमुख सचिव ने बताया कि कोविड मरीजों की जांच के लिए जिले में फीवर क्लीनिक संचालित हैं। इसके साथ ही मोबाइल टीमों के माध्यम से भी कोरोना संक्रमित क्षेत्रों में जाकर सैम्पलिंग का कार्य किया जाता है। जिले में अभी तक 90 हजार से अधिक टेस्ट किये जा चुके हैं, जिसमें से 5954 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं, 4806 व्यक्तियों को पूर्ण रूप से स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है, जिले में 1117 एक्टिव केस हैं तथा तथा कोविड संक्रमण के कारण जिले में 31 मौतें भी हुई हैं।
जिले में स्थापित होंगे 2 ऑक्सीजन प्लांट
------
प्रमुख सचिव ने बताया कि कोविड संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए ऑक्सीजन सप्लाई का कार्य सिंगरौली जिले के द्वारा की जाती है। जिले की एक हजार 500 मेटन ऑक्सीजन की मांग के विरुद्ध निर्बाध रूप से आपूर्ति जारी है। बीच में एक-दो दिन कुछ समस्याएं हुई थीं जिसे आपसी समन्वय के माध्यम से दूर कर लिया गया था। इन समस्याओं के निवारण के लिए शासन स्तर से प्रयास जारी हैं। प्रमुख सचिव ने बताया कि आईसीयू में निर्बाध रूप से ऑक्सीजन सप्लाई के लिए जिले में दो ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे। शासन द्वारा स्थापित किये जा रहे प्लांट की क्षमता लगभग 300 लीटर प्रति मिनट है। दूसरे प्लांट की स्थापना गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा की जा रही है जिसकी क्षमता लगभग 850 लीटर प्रति मिनट की है। दोनों प्लांटों को स्थापित करने की कार्यवाही प्रारम्भ है।
लोगों को जागरूक करने में मीडिया की है महत्वपूर्ण भूमिका
------
प्रमुख सचिव ने कहा कि लोगों को जागरूक करने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने मीडिया प्रतिनिधियों के माध्यम से जिले के नागरिकों से अपील की है कि सभी अपने घरों में रहें, केवल बहुत आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलें और आवश्यक सावधानियां बरतें। मास्क लगाकर रखें, भीड़ वाले स्थानों में नहीं जाए, दो गज की दूरी का ध्यान रखें तथा अपने हाथों को सेनेटाइज करते रहें। बुखार, सर्दी, जुखाम, सांस लेने में तकलीफ या कोविड-19 के अन्य लक्षण होने पर तत्काल अपने नजदीकी फीवर क्लीनिक में जांच कराएं तथा रिपोर्ट आने तक अन्य लोगों से दूरी बनाकर रखें। प्रमुख सचिव ने कहा कि 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिकों का शीघ्र ही टीकाकरण प्रारम्भ होगा। उन्होंने अपील की है कि सभी व्यक्ति अपना टीकाकरण अनिवार्य रूप से कराये तथा अपने स्वास्थ्य के प्रति गंभीर रहें और बिल्कुल भी लापरवाही नहीं करें। अपना ईलाज अधिकृत चिकित्सकों द्वारा ही करायें। उन्होंने कहा कि आपकी थोड़ी सी लापरवाही भी आपके और आपके प्रियजनों के लिए घातक हो सकती है, इसलिए पूरी सावधानी बरतें।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री रवींद्र कुमार चौधरी, पुलिस अधीक्षक श्री पंकज कुमावत, सीईओ जिला पंचायत श्री आर के शुक्ल तथा जिले के मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
0 टिप्पणियाँ