मध्यप्रदेश: कांग्रेस विधायक ने कहा झोलाछाप डॉक्टरों को ट्रेनिंग देकर कोरोना काल में लगाई जाए ड्यूटी

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मध्यप्रदेश: कांग्रेस विधायक ने कहा झोलाछाप डॉक्टरों को ट्रेनिंग देकर कोरोना काल में लगाई जाए ड्यूटी



मध्यप्रदेश: कांग्रेस विधायक ने कहा झोलाछाप डॉक्टरों को ट्रेनिंग देकर कोरोना काल में लगाई जाए ड्यूटी



मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस ने हाहाकार मचाकर रखा हुआ है. राज्य में कोरोना के तेजी से मामले बढ़ रहे हैं. राज्य के गांव अब संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं.

 पहले तो शहरों में संक्रमण ने तबाही मचाई थी और अब गांवों में भी तबाही मचाना शुरू कर दिया है. हालाँकि अब मध्यप्रदेश में कोरोना के केस कम आये दिन कम हो रहे हैं कुछ जिलों में तो 5 % तक हो गई, कुछ जिलों में अभी तक चिंताजनक बनी है।

लोग शहरों में ही सही इलाज के लिए दर दबदर भटक रहे हैं ऐसे में गांव में कोरोना के बढ़ते पैर ने सरकार को चिंता में डाल दिया है. गांव के क्षेत्रो में कोरोना से बचने के लिए लोग झोलाझाप टॉक्टरों से इलाज करा रहे हैं.
कोरोना संकट के बीच कांग्रेस के विधायक विपिन वानखेड़े ने राज्य सरकार से अजीबो गरीब मांग की है. विपिन वानखेड़े ने कहा कि सरकार झोलाझाप डॉक्टरों को कोरोना के इलाज करने की ट्रेनिंग दे और उन्हीं से ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के मरीजों का इलाज कराया जा सके.

आगर मालवा से विधायक विपिन वानखेड़े ने कहा कि इन झोलाझाप डॉक्टरों का इस कोरोना के बुरे दौर में इस्तेमाल करना चाहिए न कि उन्हें प्रतिबंधित.


उन्होंने कहा कि ये गांव के झोलाछाप डॉक्टर आधा अधूरा इलाज जानते हैं. इन्हें ट्रेनिंग की जरूरत है और इन्हें ट्रेनिंग देना आसान भी होगा. उन्होंने कहा कि ऐसे डॉक्टरों की ट्रेनिंग के बाद इनका उपयोग गांवों के क्षेत्रों में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के तौर पर किया जा सकता है.

इन डॉक्टर्स को दवाइयां उपलब्ध कराए

विधायक ने मांग की पहले इन्हें ट्रेनिंग दी जाए और फिर गांव के लोगों का इलाज करने के लिए सरकार इन्हें दवाइयां भी उपलब्ध कराए ताकि गांव के संक्रमित लोगों का जल्दी से इलाज संभव हो सके. उन्होंने सरकार को सलाह दी कि इन डॉक्टरों के साथ पटवारी, पंचायत सचिव और अन्य दूसरे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जानी चाहिए.

उन्होंने मांग की अगर ये झोलाछाप डॉक्टर ट्रेनिंग के बाद स्वास्थ्य विभाग के नियमों का पालन नहीं करते तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. बता दें कि राज्य में कोरोना के तेजी से मामले बढ़ रहे हैं. डॉक्टर्स की कमी है ऐसे में कोरोना के खिलाफ जंग में स्वास्थ्य विभाग मेडिकल, डेंटल, और नर्सिंग के अंतिम ईयर के छात्रों को ट्रेनिंग देकर फील्ड में उतारने की तैयारी में जुटा है.

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