नाबालिक बच्ची का दो दिन तक होता रहा यौन शोषण, चीख पुकार सुनकर पड़ोसियों ने कराया मुक्त
एक नाबालिग के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है. मिली जानकारी अनुसार बंद कमरे में दो दिनों तक 15 साल की बच्ची का यौन शोषण होता रहा. जब कमरे में बंद लड़की की आस पड़ोस के लोगों ने चीख सुनी तो उसे मुक्त कराया और बाल कल्याण समिति के समक्ष उपस्थित कराकर, उसे किशनगंज बालिका गृह भेज दिया.
मामला उत्तरप्रदेश के उन्नाव जिले का है जहां एक गांव से भटक कर अररिया पहुंची नाबालिक लड़की का एक बंद कमरे में दो दिन तक यौन शोषण होता रहा।
इस पूरे मामले में संतोष कुमार पांडेय पर दुष्कर्म का आरोप लगा है, जिसके बाद वो फरार हो गया है. मामले में महिला थाना में पॉक्सो एक्ट के तहत कांड दर्ज किया गया है.
मिली जानकारी अनुसार पीड़िता 25 अप्रैल को बिना अपने माता-पिता को बताए घर से भाग गई और अररिया पहुंच गई. अंजान जगह पर उसकी मुलाकात संतोष नामक युवक से हुई जो उसे अपने घर लेकर चल गया. दो दिनों तक लड़की को अपने घर में रखने के बाद 5 मई को संतोष बस पर चढ़ाने के बहाने पीड़िता को लेकर घर से निकला. लेकिन बस पर चढ़ने के बजाय लड़की को जयप्रकाश नगर में एक कमरे में बंद कर दिया और उसका यौन शोषण करता रहा.
पीड़िता के चीखने-चिल्लाने पर दो दिनों के बाद उसे पड़ोस के लोगों ने मुक्त कराया और पारा विधिक स्वयंसेवक (पीएलवी) कुमोद कुमार पासवान के माध्यम से 8 अप्रैल को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया. इस दौरान आरोपी युवक संतोष कुमार पांडेय फरार हो गया, लेकिन लोगों ने उनका आधार कार्ड लेकर बाल कल्याण समिति को दिया।
मामले में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष ने महिला थाना को जानकारी देते हुए आवेदन दिया, जिसके आधार पर महिला थाना में एफआईआर दर्ज किया गया है. बहरहाल आरोपी युवक फरार है और पीड़िता को बालिका गृह किशनगंज भेज दिया गया है. पुलिस आरोपी युवक की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी कर रही है.
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