कोरोना संक्रमित पत्नी और बेटी की देखभाल के लिए मांगी छुट्टी, नहीं मिलने से नाराज सीओ ने दिया इस्तीफा
नई दिल्ली।
उत्तर प्रदेश में झांसी सदर के सीओ मनीष सोनकर ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इसकी वजह कोरोना संक्रमित पत्नी और 4 साल की बेटी की देखभाल के लिए छुट्टी न मिलना बताया है। सोनकर ने अपना इस्तीफा एसएसपी रोहन पी कनय के जरिए राज्यपाल को भेजा है। एसएसपी ने कहा कि इस्तीफे की जानकारी सीनियर अधिकारियों को दी गई है। वे ही इस पर फैसला लेंगे। बता दें कि मनीष सोनकर 2005 बैच के पीपीएस अफसर हैं।
सीओ मनीष के परिवार में पत्नी और 4 साल की बेटी हैं, जो साथ में ही रहती है। बताया जा रहा है कि उनकी पत्नी को तेज बुखार आ रहा था। 20 अप्रैल से खुद मनीष भी तेज बुखार से पीड़ित रहे। पांच बार उन्होंने टेस्ट कराया लेकिन कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट आई। इसलिए, वह दवाइयां खाकर ड्यूटी करते रहे।
मनीष की पत्नी होम्योपैथिक डॉक्टर है। पत्नी की देखरेख के चलते मनीष स्वस्थ हो गए और ड्यूटी में जुट गए। 30 अप्रैल को मनीष की पत्नी का रेंडम टेस्ट पॉजिटिव आया। इसके चलते पत्नी को आइसोलेट होना पड़ा। ऐसे में 4 साल की बेटी की जिम्मेदारी मनीष पर आ गई। मनीष ने टेलीफोन पर और एसएसपी को अपनी स्थिति की जानकारी देते हुए 1 मई से 6 दिन के लिए छुट्टी मांगी। लेकिन उनकी ड्यूटी 2 से 3 मई तक बड़ागांव ब्लॉक के पंचायत चुनाव की मतगणना में लगा दी गई। इसके बाद मनीष ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया। लोगों ने सीओ मनीष के इस कदम की तारीफ की है. उनका कहना है कि देश और प्रदेशों में कोरोना कुछ जुमलेबाजों की लापरवाही और साजिश के कारण फैला है. ऐसे में उनके पापों का खामियाजा अधिकारी- कर्मचारी और उनके परिजन क्यों भुगतें। कोरोना काल में अधिकारी- कर्मचारियों की कहीं भी ड्यूटी लगाकर उनकी हत्या की साजिश रचने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए।
कुल मिलाकर सीओ मनीष ने सही कदम उठाया है. बताया जा रहा है कि इस्तीफे के बाद एसएसपी ने उनको छुट्टी दे दी। इस पूरे मामले पर एडीजी जोन कानपुर भानु भास्कर का कहना है कि मामला उनकी जानकारी में है और सहानुभूति पूर्वक उसे निपटाने की कोशिश की जा रही है।
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