कोरोना से अनाथ हुए बच्चों का देखभाल करेगी मध्य प्रदेश सरकार
कोरोना महामारी के दौरान जो बच्चे अनाथ हो गए हैं उन का भरण पोषण अब सरकार करेगी
सीधी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास अवधेश कुमार सिंह द्वारा बताया गया कि महिला-बाल विकास विभाग ने स्पॉन्सरशिप योजना शुरू की है। शासन ऐसे बच्चे, जिनके माता-पिता का निधन कोरोना के कारण हो गया है अथवा जिनके माता-पिता इस बीमारी की वजह से अस्पताल में भर्ती हैं, उनके भरण-पोषण की जिम्मेदारी लेने का निर्णय लिया गया है।
जिले में संचालित शासकीय विद्यालय और छात्रावासों को ऐसे बच्चों की देखरेख एवं संरक्षण के लिए फिट फेसिलिटी केंद्र घोषित कर बच्चों की उचित देखभाल तथा संरक्षण प्रदान किया जाएगा। साथ ही स्वयंसेवी संस्था, सामाजिक कार्यकर्ता आदि को जोड़कर बच्चों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
संचालनालय महिला एवं बाल विकास विभाग के निर्देशानुसार आदिम जाति कल्याण विभाग सीधी द्वारा संचालित महाविद्यालयीन कन्या छात्रावास अर्जुन नगर सीधी एवं बालक छात्रावास स्टेडियम के पास सीधी को क्रमशः बालिकाओं व बालकों के लिए फिट फेसिलिटी बाल कल्याण समिति (न्यायिक पीठ) सीधी द्वारा किशोर न्याय अधिनियम के प्रावधानों के अंतर्गत घोषित किया गया है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री सिंह द्वारा बताया गया कि कोविड महामारी के कारण अनेकों बच्चों के माता-पिता की मृत्यु हो रही है, कई बच्चों की देखरेख करने वाला कोई व्यक्ति नहीं है। कई बच्चों के माता-पिता कोविड से पीडि़त होकर अस्पतालों में भर्ती है और बच्चों को देखरेख व अस्थाई आश्रय की आवश्यकता है। उक्त सभी परिस्थितियों को देखते हुए मध्य प्रदेश में बच्चों की सहायता हेतु राज्य स्तर से टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 181 की सुविधा प्रारंभ की गई है। साथ ही ऐसे बच्चों की सहायता हेतु हाट्सएप नंबर 9407896571 व ईमेल आईडी जारी किया गया है। इसके अतिरिक्त डायल100 व चाइल्ड लाइन नंबर 1098 पर फोन कर सहायता प्राप्त की जा सकती है।
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