मध्यप्रदेश में 75 लाख किसानों के खाते में जमा हुए 15 सौ करोड़
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में किसान मित्र सरकार है। किसान की फसल के एक-एक दाने का उपार्जन किया जाएगा। उपार्जन और ऋण वापसी की अंतिम तिथियाँ बढ़ा दी गई हैं। किसान को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने किसानों और किसान संगठनों से अपील की है कि कोरोना के विरुद्ध चल रही लड़ाई में सहयोग करें। संक्रामक रोग होने के कारण सरकार अकेले दम पर नहीं जीत सकती। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज 75 लाख किसानों के बैंक खातों में मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत 1500 करोड़ रुपए सिंगल क्लिक से जमा कर वीडियो कॉन्फ्रेंस के द्वारा किसानों को मुख्यमंत्री निवास से संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल भी प्रदेश के किसानों सहित वेब लिंक से जुड़े।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि छोटे किसान अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति में ही उपज का उपयोग कर लेते हैं। उनको खरीदी योजनाओं के लाभ नहीं मिल पाते हैं। मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना में 4 हजार रुपए देने की व्यवस्था गत वर्ष से की गयी है। इस योजना में आज 75 लाख किसानों को 1500 करोड़ रुपए किसानों के खाते में अंतरित किये गये।
प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि वरदान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि छोटे किसानों के लिए वरदान है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 78 लाख किसान हैं, जिनमें से केवल 24 लाख किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का फायदा मिल पाता है। प्रधानमंत्री की योजना से आधे एकड़ के किसानों को भी वर्ष में 6 हजार रुपए केन्द्र सरकार की ओर से मिलते हैं। योजना में 77 लाख किसानों को लगभग 8 हजार 465 करोड़ रुपए अब तक मिले हैं।
गेहूँ की 90 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा हुई खरीदी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि 90 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा गेहूँ और एक लाख मीट्रिक टन से ज्यादा चने की खरीदी हुई है। मसूर भी खरीदी जा रही है। इंदौर संभाग के लिए खरीदी की तिथि 5 मई से बढ़ाकर 15 मई कर दी गई है। अन्य संभागो में 25 मई तक खरीदी होगी।
ऋण चुकाने की तिथि अब 31 मई
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसानों के खाते में समय पर राशि अंतरित हो। कठिनाईयों के बावजूद निरंतर प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शून्य प्रतिशत ब्याज पर प्राप्त ऋण चुकाने की अंतिम तिथि को 31 मई तक बढ़ा दिया गया है। इस निर्णय से सरकार द्वारा बैंको को 31 करोड़ रुपए ब्याज के रुप में देने पड़ेंगे।
सावधानी के साथ उपार्जन केन्द्र जायें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसानों से अनुरोध किया कि उपार्जन केन्द्र पर केवल जरुरी हो, वही जायें। व्यक्ति पूरी सावधानी के साथ मास्क लगाकर जाए। सामाजिक दूरी के साथ कार्य करें। निरंतर हाथों को सेनेटाइज करते रहें।
खरीदी कार्य से जुड़े व्यक्तियों की सराहना
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सहकारिता, खाद्य, मंडी के मजदूरों, हम्मालों एवं अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा अपने जीवन को संकट में डाल कर खरीदी कार्य जारी रखने के लिए बधाई दी।
किसान मित्र सरकार
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की सरकार किसान मित्र सरकार है। खरीफ फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए राहत का वितरण सरकार द्वारा किया गया है। फसल बीमा की राशि भी किसानों के खातों में शीघ्र जमा होगी। सरकार का पूरा प्रयास है कि किसान परेशान नहीं हो।
सरकार कठिन परिस्थितियों में भी किसानों के साथ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि सारा देश और दुनिया कोविड के संकट से जूझ रही है। सरकार का राजस्व भी आधा रह गया है। कोविड रोगियों के उपचार पर भारी धनराशि व्यय हो रही है। मरीजों का उपचार सरकार की प्राथमिकता और धर्म है। सरकार उसका पालन कर रही है। ऐसी कठिन परिस्थतियों में भी सरकार किसानों के साथ खड़ी है। राज्य सरकार विकट परिस्थतियों के बावजूद किसानों के साथ लगातार खड़ी है। उनके कल्याण के कार्य कर रही है। आगे भी यह कार्य होगे, जिनका उल्लेख समय पर किया जाएगा।
गरीब का नि:शुल्क उपचार होगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीब व्यक्ति का नि:शुल्क उपचार होगा। प्रदेश के समस्त सरकारी और अनुबंधित निजी चिकित्सालयों में नि:शुल्क उपचार की प्रचलित व्यवस्था के साथ ही आयुष्मान कार्ड के पैकेज में 40 प्रतिशत राशि वृद्धि कर गरीब के नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था को मज़बूत बनाया गया है। आयुष्मान कार्डधारी व्यक्ति के पूरे परिवार को नि:शुल्क उपचार की पात्रता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 2 करोड़ से ज्यादा आयुष्मान कार्डधारी है।
किल कोरोना अभियान में ग्रामीण करे सहयोग
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए काढ़ा आदि का वितरण किया जा रहा है। संक्रमण की रोकथाम के लिए उसकी चेन को तोड़ना जरुरी है। इसलिए संक्रमित व्यक्ति की जल्द से जल्द पहचान जरुरी है। इसके लिए किल कोरोना अभियान में घर-घर सर्वेक्षण का कार्य कराया जा रहा है। अभियान की सफलता के लिए ग्रामीण जन का सहयोग जरुरी है।
सर्वेक्षण टीम के सहयोग हेतु ग्रामीणों का बने दल
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्राम स्तरीय शासकीय अमले की टीम गाँव के प्रत्येक घर में जाकर संक्रमितों को चिन्हित करने का कार्य कर रही है। उसके साथ ग्राम के सेवाभावी व्यक्तियों का दल भी जाए। इससे सर्वेक्षण कार्य प्रभावी बनेगा। कोरोना से लड़ाई में सफलता तभी मिलेगी, जब गाँव के लोग लड़ाई में भाग लें। सरकार उनका पूरा सहयोग करेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सर्दी, जुकाम, खाँसी और बुखार के लक्षण दिखते ही जाँच करायें और दवाएँ शुरु कर दे। मुख्यमंत्री ने स्वयं का उदाहरण देते हुए बताया कि जैसे ही तेज बुखार आया तुरंत जाँच कराकर दवाईयाँ लेने से वह शीघ्र ही स्वस्थ हो गए थे।
कोविड केयर सेंटर पर ले जायें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि घर में आइसोलेशन की व्यवस्था नहीं होने पर रोगी को कोविड केयर सेंटर में भिजवा दें। वहाँ पर पर्याप्त व्यवस्थाएँ की गई हैं। ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता को बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। सेंटर पर चिकित्सकों द्वारा फोन पर परामर्श, योग आदि की व्यवस्थाएँ भी की गई हैं।
घर में रह कर कोरोना से लड़ने में करे सहयोग
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना से सरकार अकेले नहीं लड़ सकती, क्योंकि कोरोना संक्रामक रोग है, एक से दूसरे में फैलता है। इसलिए उपचार की व्यवस्थाओं को बढ़ाकर लड़ाई जीती नहीं जा सकती, जरुरी है कि संक्रमण की चेन तोड़ें। घर में रह कर गाँव और घर को कोरोना से सुरक्षित करें।
कोरोना मुक्त गाँव बनायें, प्रवेश पर लगायें रोक
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन गाँवों में कोरोना का संक्रमण नहीं फैला है, उन ग्रामों में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश को रोक दें। गाँव से कोई भी बाहर नहीं जाए। आवश्यक होने पर एक दो व्यक्ति जाकर सभी के लिए जरुरी सामान ले आयें। यदि बाहर से किसी व्यक्ति को प्रवेश दिया जाए, तो उसकी भली-भाँति बुखार आदि की जाँच करें। आवश्यकता अनुसार क्वारेंटाइन करें। उन्होंने कहा कि गाँव सुरक्षित तो सब सुरक्षित होंगे।
मई माह में नहीं करे शादी-ब्याह
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विवाह जीवन साथी के लिए होते हैं। साथी के जीवन को संकट में डालना उचित नहीं है। इसलिए मई माह में सारे पारवारिक, सामुदायिक और सामाजिक आयोजन नहीं करें। कही भी भीड़ नहीं लगे।
राशन वितरण व्यवस्था में सहयोग करें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीब परिवारों को राज्य सरकार की ओर से 3 माह का और केन्द्र सरकार की ओर से दो माह का राशन नि:शुल्क मिलेगा। प्रति व्यक्ति के मान से परिवार को 5 माह का राशन मिलेगा। वितरण के समय भीड़ नहीं लगे। इसकी व्यवस्था में ग्रामीण जन सहयोग करें।
जन-सहयोग से मध्यप्रदेश संक्रमण नियंत्रण में अग्रणी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए जनता द्वारा कर्फ्यू की व्यवस्था के अच्छे परिणाम दिखने लगे हैं। प्रदेश की पॉजिटिविटी दर 25 प्रतिशत से घट कर 17-18 प्रतिशत हो गई है।
निरंतर उपचार व्यवस्थाएँ हो रहीं बेहतर
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में उपचार व्यवस्थाएँ निरंतर बेहतर हो रही हैं। हवाई जहाज और रेल की विशेष व्यवस्थाओं के द्वारा ऑक्सीजन की उपलब्धता पर्याप्त हो गई है। दवाईयों की भी कमी नहीं होने दी जाएगी। अस्पताल में बिस्तरों की संख्या बढ़कर 61 हजार हो गई है। इसमें निरंतर वृद्धि हो रही है।
अस्पतालों में नहीं बनेंगे वैक्सीनेशन केन्द्र
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के वैक्सीनेशन का कार्य प्रारंभ हो चुका है। वैक्सीनेशन केन्द्र अस्पतालों में नहीं अन्य स्थानों, स्कूल आदि में होगा। प्रतिमाह 9 लाख वैक्सीनेशन की व्यवस्था हो गई है। सरकार द्वारा 5 करोड़ से अधिक वैक्सीन का आर्डर दिया गया है। जैसे-जैसे उपलब्धता बढ़ेगी कार्य में गति आएगी। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन जरुर करायें। वैज्ञानिको ने हर कसौटी पर परख कर वैक्सीन लगवाने के लिए कहा है।
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