स्कूल के बाहर हुए बम धमाके में मरने वालों की संख्या हुई 68, मरने वालों में सबसे ज्यादा छात्राएं
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में स्थित एक स्कूल के बाहर हुए कार धमाके में मरने वालों की संख्या बढ़कर 68 हो गई है. 150 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. अधिकारियों ने बताया कि इस हमले में घायल होने और मरने वालों में अधिकतर छात्राएं शामिल हैं. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने इस हमले के लिए तालिबान के आतंकियों को जिम्मेदार ठहराया है. अमेरिकी सैनिकों के देश छोड़ने के ऐलान के बाद से देश में आतंकी हमलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है.
देश के एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि इस हमले में सैयद उल सुहादा स्कूल की छात्राएं बड़ी संख्या में शिकार बनी हैं.
इनमें से कई छात्राएं बुरी तरह घायल भी हुई हैं. टोलो न्यूज द्वारा प्रसारित किए गए फुटेज में देखा जा सकता है कि खूने से सनी सड़कों पर किताबें और बैग बिखरे हुए हैं. स्थानीय लोग पीड़ित लोगों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं. एक चश्मदीद ने बताया कि स्कूल के प्रवेश द्वार पर कार धमाका हुआ. उसने बताया कि कुछ लड़कियों स्कूल में पढ़ाई पूरी करने के बाद घर की ओर लौट रही थीं, तभी वे इस धमाके की चपेट में आ गईं.
शिक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता नजीबा आरियान ने कहा कि सैयद उल सुहादा हाई स्कूल में लड़के और लड़कियां तीन शिफ्ट में पढ़ाई करते हैं, जिसमें दूसरी शिफ्ट लड़कियों के लिए है. उन्होंने कहा कि घायल होने वाले लोगों में अधिकतर महिला छात्राएं शामिल हैं. देश के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक आरियान ने मौत के कुछ अलग ही आंकड़ें बताए हैं. दूसरी ओर, धमाके बाद अस्पताल में भर्ती हुए लोगों को देखकर उनके आंकड़ों पर संदेह हो रहा है.
हमले की अभी तक किसी ने नहीं ली जिम्मेदारी
वाशिंगटन ने जब से ऐलान किया है कि अमेरिकी सैनिक 11 सितंबर तक अफगानिस्तान से पूरी तरह से बाहर निकल जाएंगे. तब से काबुल हाई अलर्ट पर है. अमेरिका के इस ऐलान के बाद से ही अफगान अधिकारियों ने कहा है कि तालिबान ने देशभर में आतंकी हमलों में वृद्धि की है. शनिवार को स्कूल के बाहर हुए इस हमले को लेकर अभी तक किसी ने भी जिम्मेदारी नहीं ली है. तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने इस हमले में तालिबान का हाथ होने से इनकार कर दिया है और घटना की निंदा की है.
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