सीधी: एस डी एम, तहसीलदार की संयुक्त छापेमार कार्यवाही: झोलाछाप डॉक्टरों की 2 अवैध क्लीनिक शील

Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

सीधी: एस डी एम, तहसीलदार की संयुक्त छापेमार कार्यवाही: झोलाछाप डॉक्टरों की 2 अवैध क्लीनिक शील




सीधी: एस डी एम, तहसीलदार की संयुक्त छापेमार कार्यवाही: झोलाछाप डॉक्टरों की 2 अवैध क्लीनिक शील


न डिग्री ,न डिप्लोमा,लोगों की जान से कर रहे थे खिलवाड़



संतोष तिवारी, सीधी।

कुसमी विकासखंड के भदौरा एवम टमसार में प्राइवेट क्लीनिक एवम झोलाछापों पर बढ़ते गोरखधंधे पर लगाम कसने गुरुवार को कुसमी एस डी एम आर के सिन्हा तहसीलदार संजय मेश्राम की मौजूदगी में झोलाछाप डॉक्टरों की क्लीनिकों में छापामार कार्यवाही करते हुए दोनों दुकानों को शील कर दिया गया है ज्ञात हो भदौरा एवम टमसार में झोलाछाप डाक्टर अवैध रूप से अपनी क्लीनिक संचालित कर रहे थे इसकी भनक एस डी एम कुसमी को लगी जिन्होंहे तहसीलदार संग संयुक्त टीम बनाई और अवैध क्लीनिक संचालित करने वाले दोनों झोलाछाप पर ताबड़तोड़ कार्यवाही की गई कोविड-19 के मामलों को देखते हुए जब लोगों की जान पर बन आई तब कुसमी का प्रशासन एक्टिव नजर आया मालूम हो गाँवो मे दूरदराज इलाको में जब कोई व्यक्ति बीमार हो जाता है तब लोग झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज कराते हैं ऐसे में उनके स्वास्थ्य में सुधार होने की बजाय और ख़राब होने लगता है और इन झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा गरीबो और आम आदमी की मेहनत खून पसीने की कमाई को जमकर चूस लिया जाता है बाद में मरणासन्न की हालत में इन्ही झोलाछापो द्वारा जिला अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है कुसमी प्रशासन की इस कार्यवाही के बाद बगैर डिग्री डिप्लोमा के उपचार करने वाले दोनों झोलाछापों को सबक जरूर मिल गया है ।।

बिना डिग्री के संचालित थे दोनों क्लीनिक-------

भदौरा और टमसार में  जिन 2 झोलाछाप डॉक्टरों के अवैध क्लीनिक संचालित थे उनके पास कोई भी वैध दस्तावेज लाइसेंस नही थे तब कुसमी प्रशासन की टीम ने छापामार कार्यवाही करते हुए दोनों क्लीनिकों को शील कर दिया प्रशासन के द्वारा कुसमी ब्लॉक में जिन दो झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाही हुई है ऐसे में एक बार फिर झोलाछाप डाक्टरों के बीच हड़कम्प सा जरूर मच गया है गुरुवार को  जिन झोला छाप डॉक्टरों पर कार्यवाही की गई है उनमें भदौरा का नारायण चन्द्र मलिक और टमसार का रामलाल साहू शामिल हैं।


एक ने जलाया दवा ,तो दूसरे ने शटर बन्द करके कर रहा था इलाज-------------


मजे की बात तो यह रही कि भदौरा में झोलाछाप डाक्टर ने क्लीनिक संचालित करते पाए गए अपने बचाव हेतु झोलाछाप ने पास की नहर में बड़ी मात्रा में नकली दवाओं ,निडिल ,पानी बॉटल को जलाया गया था जिसकी नजर जब एस डी एम की पड़ी तब वो खुद हैरतअंगेज रह गए सूत्रों के मुताबिक यहाँ हर दिन कोरोना काल मे भी मरीजो कि भारी भीड़ बनी रहती है मुख्य सड़क से 100 मीटर अंदर जिस ओट में नारायण चंद्र मल्लिक ने क्लीनिक संचालित कर उपचार के नाम पर लूट खसोट मचाये रखा है गत दिवस उसी पुराने पंगडंडी वाले रास्ते मे पंचायत द्वारा प्रस्ताव जारी कर सुदूर सड़क बनाने का कार्य किया जा रहा था सुदूर सड़क न बनने पाए कई कई लाखो रुपये के बनाये खुद के पक्के मकान में क्लीनिक भी चलती रही इसके लिए झोला छाप डाक्टर नारायण चंद्र मल्लिक ने अपने पुत्र के साथ पंचायत प्रतिनिधियों के साथ वाद विवाद भी किया था आज जैसे ही एस डी एम ,तहसीलदार की संयुक्त टीम छापेमारी के लिए पहुँची उक्त झोलाछाप प्रशासन को देखते हुए भाग खड़ा हुआ वहीं टमसार मे झोलाछाप डॉक्टर ने मेडिकल स्टोर की आड़ में क्लीनिक के अंदर चोरी छिपे प्रशासन के भय से शटर बन्द करके दो मरीजों का इलाज करते पाया गया क्लीनिक संचालक रामलाल साहू द्वारा किसी भी प्रकार के दस्तावेज प्रस्तुत नही किया एवं स्वीकार किया कि वह हल्के बीमार से पीड़ित मरीजों का इलाज मेडिसीन आदि से करता है  जिस पर कार्यवाही की गई।


कोरोना पॉजिटिव महिला की रामलाल कर रहे थे इलाज--------

हरिओम क्लीनिक के संचालक रामलाल साहू जिस महिला का इलाज कर रहे थे उस महिला की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है रामलाल अब तक कितने मरीजों का इलाज किये हैं जिसके बाद प्रशासन जानकारी एकत्रित कर रहा है जल्द ही रामलाल का भी जांच प्रशासन करा सकता है ऐसे में कुसमी प्रशासन की नींद भी उड़ गई ही।


 छापेमार कार्यवाही की संयुक्त टीम में ये रहे शामिल-----------


छापेमार कार्यवाही की संयुक्त टीम में एस डी एम आर के सिन्हा, तहसीलदार संजय मसराम,पटवारी भगवानदास विश्वकर्मा आदि उपस्थित रहे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ