कोरोना काल मे करोडों की ठगी का भंडाफोड़: 163 सिम,19 मोबाइल सहित कई संदिग्ध सामान बरामद,विदेशो से जुड़े हैं तार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय ठगों के गैंग का भांडाफोड़ किया है, जो अब तक दिल्ली सहित हिंदुस्तान के कई अन्य राज्यों में 1000 से ज्यादा लोगों को मुसीबत के इस दौर में भी ठग चुके हैं. गिरफ्तार दो विदेशी ठगों ने अब तक हुई पूछताछ में 2 करोड़ रुपए की ठगी का जुर्म कुबूल कर लिया. आगे भी इन ठगों से पूछताछ जारी है. इस इंटरनेशनल ठग गैंग ने ठगी का हेडक्वार्टर देश की राजधानी दिल्ली में बनाया हुआ था. ठगों ने झांसे में फंसे लोगों से ऐंठी गई रकम को सीधे बैंक खातों में जमा कराने के लिए 20 से ज्यादा भारतीय बैंकों में अकाउंट खोल रखे थे.
इन सभी बैंक अकाउंट को भी दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की टीमों ने सीज कर दिया है. साथ ही दिल्ली सहित देश के कई अन्य हिस्सों में भी इस नेटवर्क को नेस्तनाबूद करने का काम जारी है.
रविवार को ये तमाम जानकारियां दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच एक एडिश्नल पुलिस कमिश्नर शिवेस सिंह ने दी. गिरफ्तार ठगों का नाम चिक्का बेनथ(Chika Benneth) (42) और जोनाथन कोजो (Jonathan Kojo) (44) साल है. मूलत: नाइजीरिया का रहने वाला चीका लंबे समय से दिल्ली के मालवीय नगर पंचशील विहार खिड़की एक्सटेंशन इलाके में रह रहा था जबकि उसका दूसरा ठग साथी Jonathan Kojo भी उसी के साथ रहता हुआ मिला. हालांकि Jonathan Kojo घाना देश का मूल निवासी है. पता चला है कि इन विदेशी ठगों के कई अन्य साथी भी अभी दिल्ली और देश के कुछ अन्य हिस्सों में छिपे हुए हैं. ये सब मिलकर कोरोना काल की महामारी में लोगों की मदद करने के नाम पर उनसे करोड़ों रुपए की ठगी को अंजाम दे रहे थे.
इन दोनों ठगों की गिरफ्तारी के दौरान इनके कब्जे से 163 मोबाइल सिम कार्ड, 19 मोबाइल फोन, 5 लैपटॉप, 4 डेबिट कार्ड और अन्य संदिग्ध चीजें भी जब्त की गई हैं. गैंग के सदस्य फर्राटेदार अंग्रेजी बोलकर जाल में फंसे लोगों से मोटी रकम आसानी से ऐंठ रहे थे. रकम ऐंठने के इन सबने मिलकर भारत के 20 से ज्यादा बैंकों में अकाउंट खुलवा रखे थे. इन बैंक अकाउंट में शिकार से ऑनलाइन ठगी की रकम ऐंठते ही यह ठग खातों से पैसे निकाल कर गायब हो जाते थे. एडिश्नल पुलिस कमिश्नर क्राइम ब्रांच के मुताबिक 13 मई 2021 को सबसे पहले पुलिस के हाथ ठग चिक्का लगा. उसने अपने दूसरे साथी घाना निवासी Jonthan Kojo के बारे में कबूला, तब 15 मई को उसे भी दिल्ली से ही गिरफ्तार कर लिया गया
सोशल मीडिया ठग का अड्डा
चिक्का ने पुलिस को बताया कि, कोरोना काल में सोशल मीडिया के जरिए वो ऐसे मुसीबत के मारों की तलाश में रहते थे, जो मेडिकल उपकरण, दवाईयों, ऑक्सीजन गैस सिलेंडर पाने के लिए आतुर नजर आते थे. ठगी के इस कारोबार को अंजाम देने के लिए इन विदेशी ठगों ने इंस्टाग्राम, व्हाट्स एप, फेसबुक, ट्वीटर आदि पर अपने कई अकाउंट बना रखे थे. शिकार को जाल में फंसाकर ये ठग अपने मोबाइल नंबरों को दिन-रात सोशल मीडिया अकाउंट्स पर शेयर, प्रचारित-प्रसारित करते रहते थे. जैसे ही शिकार इनके झांसे में आता, ये गिरोह तुरंत एक्टिव हो जाता. पता चला है कि इन ठगों ने वॉलेट एकाउंट और यूपीआई के जरिए भी लाखों रुपए अपने अकाउंट में लोगों से जमा करवाए हैं. इस गिरोह के सदस्यों के कुछ तार बैंगलोर से भी मिले हैं. पुलिस उन पर भी नजर रखे हुए हैं.
देश के अन्य हिस्सों में भी तलाश
दिल्ली के एडिश्नल पुलिस कमिश्नर (क्राइम ब्रांच) शिवेस सिंह के मुताबिक अब तक इस गैंग ने दिल्ली सहित हिंदुस्तान के अलग-अलग राज्यों में 1000 से ज्यादा लोगों को ठगने की बात कबूल की है. ये संख्या इससे कहीं और ज्यादा पहु्ंचने की उम्मीद है. अब तक 2 करोड़ से ज्यादा की ठगी की बात भी स्थापित हो चुकी है. ये गैंग संगठित होकर ठगी की इन घटनाओं को अंजाम दे रहा था. इनके कुछ साथी सलाहकार भारत से बाहर के भी कुछ देशों में (विशेषकर अफ्रीका में) छिपे बैठे हैं और उन पर भी नजर रखी जा रही है. पहले हम चाहते हैं कि भारत के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद इस गैंग के सदस्यों को काबू किया जाए ताकि महामारी के इस दौर में बाकी अंजान लोगों को जल्दी से जल्दी इनके झांसे में आने से रोका जा सके.
जानिए कौन हैं ये विदेशी ठग
गिरफ्तार ठग नाइजीरिया के मूल निवासी चिक्का के बारे में पुलिस को पता चला है कि वो 2010 में भारत आया था. उसके बाद वो 2016 से खिड़की एक्टेंशन इलाके में उसी पते पर रह रहा था, जहां से उसकी गिरफ्तारी हुई है जबकि उसका गिरफ्तार साथी और घाना देश का मूल निवासी Jonathan Kojo इसी साल फरवरी महीने में भारत पहुंचा था. गिरफ्तार ठगों की निशानदेही पर पुलिस ने 2 वाईफाई डोंगल और 16 हजार रुपए नकद जब्त किए हैं. इनकी गिरफ्तारी के लिए STARS-2 के सहायक पुलिस आयुक्त अरविंद कुमार के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की कई टीमें बनाई गई थीं. इन टीमों में इंस्पेक्टर दिनेश कुमार, अरुण सिंधु, सब इंस्पेक्टर हवा सिंह, अर्जुन सिंह, रजनीश कुमार, राज कुमार, सहायक पुलिस उप निरीक्षक सुभाष, प्रमोद, चंद्र प्रकाश, सुनील, हेड कांस्टेबिल दिनेश सिंह, गौरव, शशिकांत, श्यामलाल, रविंद्र सिंह, सिपाही राहुल और सचिन को शामिल किया गया था.
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