कोरोना ने 12 दिन में एक ही परिवार को उजाड़ा, दो मासूम बच्चियां हुई अनाथ

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कोरोना ने 12 दिन में एक ही परिवार को उजाड़ा, दो मासूम बच्चियां हुई अनाथ



कोरोना ने 12 दिन में एक ही परिवार को उजाड़ा, दो मासूम बच्चियां हुई अनाथ



देश में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है. लगातार मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है, उत्तरप्रदेश में भी कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं, वहीं रोज आये दिन लोंगो की मौत भी हो रही है आज वहीं एक दर्दनाक घटना सामने आई है 12 दिन के अंदर कोरोना ने पूरे परिवार को उजाड़ दिया, अब केवल उस परिवार में केवल दो मासूम बच्चे बचे हैं, इस खबर को सुनकर सभी हतप्रभ हैं। गाजियाबाद की क्रॉसिंग रिपब्लिक सोसाइटी में एक परिवार पर कोरोना का कहर ऐसा बरपा कि पूरा परिवार खत्म हो गया. अब परिवार में सिर्फ छह और आठ साल की दो बच्चियां बची हैं. हंसते-खेलते परिवार पर इतनी बड़ी आपदा देख पूरी सोसाइटी में डर का माहौल बना हुआ है.

सोसाइटी में रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि टॉवर-2 के फ्लैट नंबर 205 में दुर्गेश प्रसाद का परिवार रहता था. दुर्गेश रिटायर्ड शिक्षक थे. कोरोना संक्रमित होने के बाद दुर्गेश घर में ही आइसोलेट हो गए थे और दवा ले रहे थे, लेकिन एक दिन उनकी स्थिति बहुत बिगड़ गई. इसी दौरान उनकी पत्नी, बेटा और बहू भी कोरोना की चपेट में आ गए.


इसके बाद दुर्गेश के घर में मौत का सिलसिला शुरू हो गया. 27 अप्रैल दुर्गेश प्रसाद की मौत हुई, 4 मई दुर्गेश के बेटे अश्विन की मौत हो गयी. अभी परिवार के लोग संभल पाते कि 5 मई दुर्गेश की पत्नी भी चल बसीं और 7 मई को अश्विन की पत्नी की भी कोरोना से मौत हो गई. महज 12 दिन के अंदर घर के चार सदस्यों की मौत हो गई.

अब घर में बस अश्विन की 8 साल और 6 साल की दो बेटियां बची हैं. फिलहाल दोनों मासूम बच्चियों को उनकी बुआ के घर बरेली भेज दिया गया है. लोगों का आरोप है कि दुर्गेश और उनके परिवार को समय रहते जरूरी सुविधाएं तक नहीं मिलीं, जिसके कारण आज दो बच्चियां अनाथ हो गईं और पूरा परिवार उजड़ गया.

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