लॉकडाउन: मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र की सीमा सील ,मध्यप्रदेश के इन जिलों में भी होगा लॉक डाउन, मुख्यमंत्री खुद करेंगे जागरूक
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए जन-जागरूकता का कार्य निरंतर कर रहे हैं। इस क्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान 5 अप्रैल को भोपाल शहर की सड़कों पर वाहन से निकल कर उद्घोषणा करते हुए आमजन को फेस मास्क के उपयोग का आह्वान करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज स्मार्ट पार्क में पौधारोपण के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत में कहा कि यह मानवता पर आया संकट है, जिससे मिलकर ही लड़ा जा सकता है।
त्रि-आयामी उपाय:-
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार #Corona को काबू करने के लिए तीन मोर्चों पर सक्रिय है। सबसे महत्वपूर्ण आम जनता द्वारा फेस #Mask का उपयोग, दूसरा सोशल डिस्टेंसिंग का समुचित पालन और तीसरा बेहतर उपचार व्यवस्था और टीकाकरण। मुख्यमंत्री ने बताया कि वे प्रतिदिन इन सभी कार्यों की समीक्षा भी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आम जनता को भी इस लड़ाई में जुड़ना पड़ेगा। कोरोना का बढ़ता संक्रमण एक चुनौती है। इससे निपटने के लिए आम जनता का उत्साह बढ़ाएंगे। जो व्यक्ति फेस मास्क का उपयोग कर रहे हैं उन्हें प्रोत्साहित करेंगे और जो फेस मास्क का उपयोग नहीं कर रहे उन्हें समझाने का प्रयास होगा।
छत्तीसगढ़ से सामान्य आवाजाही बन्द करने पर विचार:-
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अधिक संक्रमित सीमावर्ती प्रांतों से सामान्य आवाजाही रोकने पर विचार किया जा रहा है। महाराष्ट्र के बाद छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के मामले अधिक आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ से मध्यप्रदेश आने वाले लोगों की सामान्य आवाजाही बंद करने पर विचार किया जा रहा है। इन राज्यों से आवश्यक कार्यों से आने-जाने वालों पर प्रतिबंध नहीं होगा, लेकिन उनकी चिकित्सा जाँच के बाद उन्हें आइसोलेशन में रखने की व्यवस्था होगी। यह संक्रमण रोकने में मददगार उपाय होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संक्रमण रूकने तक इन उपायों पर अमल जारी रहेगा।
सीमित लॉकडाउन की व्यवस्था :-
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे लम्बा लॉकडाउन नहीं चाहते। वर्तमान में जिन नगरों में रविवार को लॉकडाउन की व्यवस्था है,वह जारी रहेगी। छिंदवाड़ा और बैतूल जिले जहाँ संक्रमण अधिक है वहाँ दो अथवा तीन दिन का लॉक डाउन किया गया है। पूरे प्रदेश में लॉक डाउन लागू नहीं होगा। गरीबों की रोजी-रोटी चलना चाहिए।
नए स्लोगन होंगे मददगार::-
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि फेस मास्क के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कुछ स्लोगन लोकप्रिय हो सकते हैं। जैसे 'मास्क नहीं तो बात नहीं' और 'मास्क नहीं तो सामान नहीं' का पालन उपभोक्ता और दुकानदार दोनों ही करेंगे और मास्क के माध्यम से संक्रमण को रोकने के इस महत्वपूर्ण उपाय का महत्व लोगों को बताया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि नागरिक आत्मानुशासन से सुरक्षित रहेंगे। कोरोना को नियंत्रित करेंगे।
राजनीतिक दल सहयोगी बनें:-
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों का कोरोना संक्रमण को समाप्त करने में सहयोग लेने के लिए आह्वान किया गया है। प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस सहित अन्य दल आम जनता के हित में संक्रमण को रोकने में सहयोगी बनें और जन- जागरण अभियान में भागीदारी करें।
वैक्सीन की कमी नहीं है :-
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में #vaccine की कोई कमी नहीं है भारत सरकार से पर्याप्त डोज प्राप्त हुए हैं। कुछ जिलों ने वैक्सीनेशन के लक्ष्य में डेढ़ गुना और दो गुना उपलब्धि अर्जित कर दिखाई है। जिलों में आवश्यक व्यवस्था और कोविड केयर सेंटर भी कार्य करते रहेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि निश्चित ही हम मिले-जुले प्रयासों से विजयी होंगे और कोरोना परास्त हो जाएगा।
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