मझौली में अवैध व्यापार व उत्खनन जारी, स्थानीय प्रशासन की भूमिका संदिग्ध

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मझौली में अवैध व्यापार व उत्खनन जारी, स्थानीय प्रशासन की भूमिका संदिग्ध



मझौली में अवैध व्यापार व उत्खनन जारी, स्थानीय प्रशासन की भूमिका संदिग्ध


मीडिया की सूचना पर नहीं पहुंच रहे अधिकारी।

(रवि शुक्ला)मझौली। 
भले ही दिखावे के लिए या शायद जहां से महीना ना बंधा हो मझौली स्थानीय प्रशासन नाम मात्र की कार्यवाही कर वाहवाही लूटने या काली कमाई करने में जुटा हो पर कोरोना कर्फ्यू समय अवधि में मझौली में जमकर अवैध उत्खनन हुआ व्यापार फल फूल रहा है जबकि अन्य रजिस्टर्ड व्यापारियों को शटर उठाना मुश्किल पड़ रहा हो। लोगों को बाहर निकालना मुश्किल हो गया हो। आखिरघरों में लोगों को कैद कर  प्रशासन क्या कुछ करना चाह रहा है पंचायतों में लगातार मशीनों द्वारा मनरेगा के कार्य कराए जा रहे हैं क्षेत्र में अवैध उत्खनन जोर पकड़ रखा है खुले में क्रेसरो का संचालन जारी है जिससे लोगों का जीवन अस्त व्यस्त है साथ ही घरों एवं फसलों का नुकसान भी उठाना पड़ रहा है जिसके लिए प्रमुख जिम्मेदार विभाग तो कुंडी मारकर बैठा हुआ है किंतु स्थानीय प्रशासन जब इन स्थानों पर पहुंचता है तो आंख कान बंद कर लेता है जिससे स्थानीय प्रशासन की भूमिका संदिग्ध ता के घेरे में है। यहां तक की मीडिया के सूचना के बावजूद भी प्रशासन वहां नहीं पहुंचता या या पहुंचता है तो अवैध उत्खनन व परिवहन करने वालों के चले जाने के बात इससे यह संभावना व्यक्त की जा रही है कि खुद ही प्रशासन इन्हें जाने की सूचना दे देता है जिसकी जिम्मेदारी शायद कर्मचारियों के ड्राइवर या गाड़ी मालिक निभा रहे हैं इस तरह की कई गोपनीय सूचनाएं मिल चुकी है। या की  अधिकारी कर्मचारी  मीडिया का फोन उठाना ही उचित नहीं समझते ऐसा ही ताजा मामला 25 अप्रैल को मझौली मेन बाजार के एक घर में रखे हुए अवैध महुआ पिक अप वाहन 407 में शाम 7 बजे के लगभग लोड किया जा रहा था तहसील से निकली तहसीलदार की गाड़ी के पीछे मीडिया इस उद्देश्य से लग गई कि कहीं कुछ कार्यवाही की जाएगी लेकिन मीडिया को देखते हुए तहसीलदार की गाड़ी जिसमें एसडीएम के बैठे होने की भी जानकारी मिल रही है सीधे मड़वास रोड निकलती है वही मीडिया की टीम बाजार की देवी मंदिर की तरफ जाती है जहां से महुआ का अवैध व्यापार किए जाने की सूचना मिल रही थी । जब मीडिया की टीम उसी स्थान पर पहुंचे तो 5 से 6 लोग अवैध व्यापार करने वाले  वहां खड़े थे। पिकअप वाहन जिसका नंबर mp 19Ga1201 है में महुआ लोड किया जा रहा था तुरंत ही मीडिया द्वारा तहसीलदार मझौली बीके पटेल को मैसेज कर फोन लगाया गया तो बोला गया की हम  कोरोना पकड़े या महुआ ,महुआ आप लोग  खुद पकड़िए हमारे पास आदमी नहीं  हैं तथा एसडीएम को फोन लगाया गया तो उन्होंने फोन रिसीव करना उचित नहीं समझा वही जब इस घटना की जानकारी पुलिस प्रशासन को दी गई तो उनका कहना था कि इस पर कार्यवाही करना राजस्व का अधिकार होता है हम लोग पकड़ते हैं और राजस्व छोड़ देता है। इतना ही नहीं तहसीलदार मैसेज पढ़ने के बाद यह तक मीडिया को नहीं बताते कि इस तरह के महुआ का परिवहन किया जाना उचित है या अनुचित है। अब देखना होगा कि क्षेत्र में जारी अवैध उत्खनन अवैध व्यापार एवं नियम को ताक पर रख संचालित मार्बल खदाने , क्रेशर संचालकों पर लगाम लगाया जाकर ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों कर्मचारियों पर जिला प्रशासन क्या कुछ कार्यवाही करता है ।

*क्या कहना था इनका

1--
हम कोरोना पकड़े या महुआ, महुआ आप लोग पकड़िए हमारे पास आदमी नहीं है सैकड़ों काम है ना तो नायब तहसीलदार हैं ना ही पुलिस हम ना पकड़ पाएंगे।

बीके पटेल
 प्रभारी तहसीलदार मझौली।

2-- हमें इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है भ्रमण के दौरान एक बार और लद रहा था तो तहसीलदार परमिशन होने को कहकर छोड़ दिए थे इसकी जानकारी राजस्व कृषि विभाग को होगी।
सतीश मिश्रा 
थाना प्रभारी मझौली

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