सीधी जिले में लाकडाउन का असर: दुकानें बंद पसरा रहा सन्नाटा,जगह-जगह तैनात रही पुलिस

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सीधी जिले में लाकडाउन का असर: दुकानें बंद पसरा रहा सन्नाटा,जगह-जगह तैनात रही पुलिस



सीधी जिले में लाकडाउन का असर: दुकानें बंद पसरा रहा सन्नाटा,जगह-जगह तैनात रही पुलिस


 
 सीधी
कोरोना की रोकथाम के लिए 60 घंटे के लॉक डाउन का असर शानिवार को शहर में मिलाजुला दिखा। एक तरफ जहां शहर की सड़कों पर पुलिस की सख्ताई के चलते सन्नाटा पसरा रहा, वहीं शहर के अंदर के इलाकों में लॉक डाउन का जमकर उल्लंघन हुआ। लोग बेवजह सड़क पर घूमते फिरते रहे। वहीं पुलिस ने भी लॉक डाउन का पालन करने के लिए सख्ताई अपनाई। सड़कों पर जो भी बेवजह घूमता दिखाई दिया उसे पुलिस की पूछताछ के बाद कार्यवाही से जूझना पड़ा।
जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग में संचालित ढावों में इसका असर नहीं रहा। वहां बकायदे भोजन, शराब सहित अन्य व्यवस्थाएं पहले की तरह चालू रहीं। 
प्रदेश सरकार के आदेश पर शुक्रवार की शाम 6 बजे से कल सोमवार की सुबह 6 बजे तक ये लाकडाउन जारी रहेगा। 

♦️ दुकानें बंद, पसरा रहा सन्नाटा

पूर्ण लॉकडाउन के दूसरे दिन शहर के लगभग सभी मुख्य बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। पुराना बस स्टैंड, अस्पताल चौक, गांधी चौराहा, सम्राट चौराहा, न्यू बस स्टैंड, कलेक्ट्रेट चौक, पुलिस लाइन पर सभी दुकानें बंद रहीं। जिसके चलते शहर के बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं शहर के दक्षिणी करोंदिया, सिंगरौली रोड, मड़वास रोड, उत्तरी करौंदिया की गलियों में भी दुकानें बंद रहीं। केवल डेयरी, दवा और शराब की दुकानों पर ही इक्का दुक्का कस्टमर खरीददारी के लिए आते जाते रहे।

♦️ यहां रहा लॉकडाउन का उल्लंघन

शहर के पुराने इलाकों या कहें कि संकरी गलियो में बसे शहर की बात करें तो पुराने शहर में लॉक डाउन का कुछ खास असर नहीं दिखा। पंजाब बैंक के पीछे, कोतवाली रोड, नवीन नेटवर्क, आजाद नगर जैसे क्षेत्रों में लॉकडाउन का कोई असर नहीं दिखा। यहां गलियों में दुकानें भी खुली रहीं और लोग सड़कों पर आम दिनों की तरह खरीददारी करते रहे। वहीं कंप्लीट लॉक डाउन के बाद भी फल-सब्जी वालों की आवाजाही शहर के हर मोहल्ले में जारी रही। 

♦️ *पुलिस की रही सख्ती

वहीं शनिवार को लॉक डाउन का पालन कराने के लिए पुलिस ने भी सख्ताई अपनाई। बाइक व कार चालकों के चालान काटे गए तो बेवजह पैदल घूमने वालों को मुर्गा बनाकर सजा दी गई। वहीं कोटहा मोहल्ला में साइकिल लेकर घूम रहे लोगों को गले में साइकिल उठाकर चलने की सजा दी गई। जमोडी थाना रोड पर झुंड बनाकर घूम रहे युवकों का मुर्गा बनाया गया। शहर के सभी मुख्य मार्गो और चौराहों पर पुलिस मुस्तैद नजर आई। इसका असर यह हुआ कि ज्यादातर मार्गो पर पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा, लेकिन इसके उलट शहर के अंदरूनी इलाकों में पुलिस की गश्त नहीं दिखी। जिसके चलते वहां लॉक डाउन का जमकर उल्लंघन हुआ।

♦️ ढाबों पर बिकी शराब

कोरोना को लेकर शहरी क्षेत्र में दुकानें बंद करायी गईं लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग में ढावों में कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जा रहा है। यही वजह है कि वहां शराब भी परोसी जा रही है साथ ही खाने की व्यवस्था भी की जा रही है। इस मामले में पुलिस प्रशासन द्वारा कोई पहल नहीं की गई है। 

♦️ बैठक बुलाकर तय करनी चाहिए रणनीति : ज्ञान

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री ज्ञान सिंह ने कहा कि कोरोना को लेकर बैठक बुलाकर रणनीति तय करनी चाहिए। उन्होने कहा कि आज जनता परेशान है, जहां चुनाव हो रहा है वहां कोरोना का असर नहीं दिख रहा है। 
श्री सिंह ने कहा कि जहां भी कोरोना की शिकायतें हो रही हैं सर्वाधिक रिकार्ड आ रहे हैं उसमें जनता के साथ प्रशासन को बैठक बुलाकर समझाइस देने की जरूरत है। लाकडाउन की आवश्यकता मेरे हिसाब से नहीं है। ज्ञान सिंह ने कहा कि बड़े-बड़े कारखाने चालू हैं लेकिन छोटे दुकानों को बंद कराया जा रहा है। पिछली बार भी यही स्थितियां निर्मित हुई थीं। सरकार को बैठक बुलाकर निर्णय लेना चाहिए कि कहां लाकडाउन की जरूरत है, कहां नहीं। 

♦️थमे रहे बसों के पहिए

पुलिस की दहशत एवं कोरोना को लेकर बस संचालक भी बसों को बंद कर दिए। साथ ही शहर में आटो चालक भी गिने-चुने देखे गये। यहां तक की बस मालिकों द्वारा बसों का संचालन करना उचित नहीं समझा गया। कारण ये कि जब यात्री ही नहीं तो बसें कैसे संचालित होंगी। यही वजह है कि बस संचालकों ने भी लाकडाउन का पालन करते हुए बसों का संचालन बंद कर दिया है।

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