कोरोना वायरस : परीक्षार्थियों में भी छाये संकट के बादल,कहीं बोर्ड की परीक्षाओं पर भी न लग जाए कोरोना की नजर
सीधी।
जिले में कोरोना का कहर धीरे-धीरे अपना भयावह स्वरूप दिखाना प्रारंभ कर चुका है सरकार के निर्देश के तहत यहां भी कोरोना को लेकर लोगों को जागरुक किया जा रहा है। साथ ही दुकानबंदी का अभियान भी किया गया है। बोर्ड परीक्षा अप्रैल एवं मई में होने वाली है ऐसे में कहीं कोरोना की नजर परीक्षार्थियों पर भी न लग जाए। जिससे कि परीक्षाएं भी आगे बढ़ाई जा सकें। कोरोना का कहर जिस तरह दिख रहा है उससे यह लगता है कि कहीं बोर्ड परीक्षा में भी कोरोना का संकट विद्यार्थियों के लिए संकट पैदा कर सकता है।
शहर में कोरोना को लेकर संख्या में तो इजाफा हो रहा है वहीं इन दिनों चेकिंग अभियान भी शुरू हो गया है। जाहिर है कि मरीजों की संख्या बढ़ेगी तो विद्यार्थियों के लिए भी परीक्षाओं के दौरान संकट पैदा हो सकता है। हालांकि जब तक कोरोना का संकट नहीं था इसी दौरान शुरूआती मार्च महीने में 10वीं एवं 12वीं की परीक्षाएं प्रारंभ हो जातीं तो अब तक परीक्षाएं समाप्त हो सकती थीं। लेकिन परीक्षा तिथि बढ़ाकर सरकार ने विद्यार्थियों के साथ ही अन्याय किया है। अब देखना है कि कोरोना यदि काबू पर रहेगा तो ठीक है अन्यथा संख्या बढ़ेगी तो परीक्षा तिथि भी आगे बढ़ सकती है।
कोई नहीं जानता सरकार कब और क्या आदेश करेगी ?
कोरोना को लेकर ये नहीं मालुम हो रहा है कि प्रदेश एवं केन्द्र सरकार कब एवं क्या आदेश कर सकती है। फिलहाल देश के पांच राज्यों में हो रहे लोकसभा चुनाव एवं प्रदेश के दमोह में उपचुनाव का परिणाम आने के बाद आदेश में काफी बदलाव आ सकता है। यही वजह है कि अभी तक स्पष्ट आदेश नहीं दिख रहा है लेकिन चुनाव परिणाम के बाद आदेश में क्या परिवर्तन हो सकता है यह कह पाना भी मुश्किल है।
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