सीधी:महिला 3 मासूम बच्चों को कमरे में बंद कर लगा ली थी आग, पुलिस की तत्परता से पहुंचाया गया जिला अस्पताल
सीधी।
कोतवाली पुलिस सीधी ने गर्भवती महिला सहित 3 मासूमों की आग में जलने से बचाकर उनके जीवन की रक्षा की है। पुलिस सूत्रों के अनुसार बीते 30 मार्च की रात्रि लगभग 12 बजे कोतवाली पुलिस को सूचना मिली की एक गर्भवती महिला अपने कमरे का अंदर से दरवाजा बंद करके अंदर ही आग लगाकर अपने 3 मासूम बच्चों के साथ आत्मदाह करने का प्रयास कर रही है। सूचना प्राप्त होते ही थाना प्रभारी कोतवाली घटना से पुलिस अधीक्षक को अवगत करा दल बल के साथ मौके पर पहुंचे एवं वहां पर देखा कि एक कमरे के अंदर आग लगी है। धुंआ निकल रहा है तथा दरवाजे की कुण्डी अंदर से बंद है एवं ताला लगा है। जब महिला से दरवाजा खोलने को कहा गया तो बोली मैं दरवाजा नहीं खोलूंगी आज मैं अपने बच्चों के साथ यही जल कर मरूंगी। मकान पक्का एवं दरवाजा लोहे का होने के कारण तत्काल दरवाजा तोडऩा भी मुश्किल था। जिसके पश्चात पुलिस द्वारा महिला के सुरक्षा का आश्वासन देते हुए महिला को मनोवैज्ञानिक रूप से समझाने का प्रयास किया गया। साथ ही साथ खिड़की एवं रोशनदान से पानी डालकर आग को बुझाने का भी प्रयास किया गया। पुलिस के अथक प्रयास के द्वारा दरवाजे को खुलवाया गया एवं उक्त गर्भवती महिला तथा उसके बच्चों को तत्काल जिला अस्पताल सीधी लाया गया। जहां डॉक्टरों द्वारा बताया गया कि वे सभी पूर्णरूपेण सुरक्षित है। उसके बाद कोतवाली पुलिस द्वारा उक्त महिला एवं उसके परिवार को समझा-बुझाकर घर पहुंचाया गया। इस प्रकार कोतवाली पुलिस की सजगता एवं तत्परता एवं हिकमातमली द्वारा तीन मासूम तथा एक गर्भवती महिला के जीवन की रक्षा की गई।
उपरोक्त समस्त कार्रवाई में थाना प्रभारी कोतवाली हितेंद्र नाथ शर्मा, सहायक उपनिरीक्षक बीएल यादव, आरक्षक सुनील बागरी तथा थाना जमोड़ी से सहायक उप निरीक्षक जय नारायण श्रीवास्तव, आरक्षक अभिषेक सिंह तथा संदीप पाण्डेय एवं पुलिस लाइन सीधी से निरीक्षक राम सिंह पटेल का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। पुलिस अधीक्षक सीधी ने उक्त समस्त लोगों के कार्य की प्रशंशा कर सभी को बधाई दी है।
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