स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी लाभकारी है खरबूज, इस बीमारी के लिए रामबाण है
गर्मी तेज होते ही शहर की सड़कों में माधुरी का जलवा तेज हो गया है। जी हां हम बात कर रहे हैं स्वाद और सेहत से भरपूर तरबूज यानी कि माधुरी फल का। इन दिनों इसकी आवक तेज होने के साथ ही बिक्री के लिए बाजार में जगह-जगह तरबूज व्यापारी बेचते हुए नजर आ रहे हैं। तो वहीं खरीददारी भी तेज है। स्वाद और सेहत से भरपूर होने के कारण लोगों की पसंद फलों में तरबूज एक है। यही वजह है कि इसकी अच्छी मांग भी रीवा में हो रही है। जिसके चलते व्यापारी दूसरे शहरों से तरबूज का आयात कर रहे हैं। जिससे मांग के अनुसार ग्राहकों को जहां तरबूज उपलब्ध करा सके वहीं उसकी अच्छी कीमत भी व्यापारियों को मिल सके। अप्रैल-मई माह में सबसे ज्यादा तरबूज और खरबूज फल की बिक्री होती है और इसकी मांग ज्यादा होने के कारण दूसरे शहरों से भी उक्त फल का आयात किया जाता है। शहर के शिल्पी प्लाजा स्थित पार्किंग स्थल में तरबूज की खेप पहुंची थी। व्यापारियों ने बताया कि छिंदवाड़ा से उक्त खेप लेकर रीवा पहुंचे हैं। छोटे और बड़े साइज के हर तरबूज भले ही ऊपर से हरे हो, लेकिन अंदर लाल और रस एवं मीठे स्वाद से भरपूर होते हैं। यही वजह है कि उक्त तरबूज की सबसे ज्यादा मांग है। बताया जा रहा है कि पड़ोसी राज्य प्रयागराज से भी तरबूज और खरबूज की आवाक रीवा होती है। जबकि स्थानीय स्तर पर बकिया बराज सहित तराई अंचल के क्षेत्र में किसान तरबूज तैयार करते हैं। लोगों का कहना है कि लालरंग का तरबूज स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी लाभकारी है। बताया जा रहा है कि इसमें लाइकोपिन पाया जाता है और यह त्वचा की चमक को बनाए रखता है। तो वहीं हृदय की बीमारियों को रोकने में तरबूज रामबाण की तरह उपयोगी है। यह दिल की बीमारी को दूर रखता है। कोलेस्ट्राल को नियंत्रित करता है जिससे बीमारियों का खतरा कम होता है। विटामिन इसमें प्रचूर मात्रा में होने के कारण शरीर के इम्यून को अच्छा रखता है तथा आंखों के लिए तरबूज लाभकारी है। वहीं इससे दिमाग भी शांत रहता है और गुस्सा कम आता है। बताते हैं कि तरबूज में पाए जाने वाला बीजा भी सेहत के लिए बेहद लाभकारी है और उसे पीसकर चेहरे में लगाने से चेहरा अच्छा होता है तथा सिरदर्द में आराम मिलता है। नियमित सेवन से कब्ज की समस्या दूर होती है तो वहीं खून की कमी को तरबूज दूर करता है।
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