जिला अस्पताल में बुजुर्गों को लगाई जा रही कोरोना वैक्सीन
शहडोल।
कोरोना का खतरा बढ़ते देख अब बुजुर्ग अपने आप से जागरूक हो गए हैं और वे अपने बच्चों को खुद कहने लगे हैं कि मुझे सेंटर लेकर चलो। यह स्थिति एक सप्ताह पहले तक नहीं थी। बुजुर्ग वैक्सीन लगवाने में संकोच कर रहे थे और बोलते थे कि क्या जरूरत है पर अब जैसे ही खतरा मंडराने लगा तो वे स्वयं ही तैयार होकर बैठ जाते हैं और वैक्सीन लगवाने के लिए पहल कर रहे हैं। यही कारण है कि शनिवार को जब जिला अस्पताल के वैक्सीनेशन सेंटर पर नजारा देखा तो लगा जैसे यहां मेला लग गया हो। यहां बुजुर्गों को अंदर तक लाने के लिए वैक्सीनेशन सेंटर पर व्हील चेयर की सुविधा की गई है। शनिवार को एक बुजुर्ग ने इंजेक्शन देखकर पहले तो आंख बंद कर लीं लेकिन जब वैक्सीन लग गई तो बोले अरे मुझे तो पता ही नहीं चला। जिला अस्पताल के सेंटर में पहले से सुधार हुआ है। यहां आने वाले बुजुर्गों की शिकायत थी कि उनको अंदर जाने में तकलीफ होती है। कुछ बुजुर्ग गाड़ी से उतरने के बाद एक कदम भी आगे नहीं चल पा रहे थे । उनकी दिक्कतों को देखते हुए यहां के नोडल अधिकारी ने व्हील चेयर की व्यवस्था की है जिसके जरिए अब उनको अंदर तक लाने में परेशानी नहीं होगी।
वैक्सीनेशन सेंटर में बढ़ती भीड़ को देखते हुए दो कक्ष वैक्सीन लगाने के लिए बना दिए गए हैं। इनमें अलग अलग आराम कक्ष और पंजीयन कक्ष भी बनाया गया है। स्टाफ की तैनाती बढाई गई है। वहीं एएनएम ट्रेनिंग सेंटर में भी अब वैक्सीन लगाने की व्यवस्था की गई है। इस तरह भीड़ को डायवर्ट कर दिया गया है लेकिन इसके बाबजूद शनिवार को अच्छी खाशी भीड़ सुबह नौ बजे से ही नजर आने लगी थी। वैक्सीन लगवाने पहुंचे एक बुजुर्ग ने जैसे ही नर्स के हाथ में इंजेक्शन देखा तो आंख बंद कर ली और इंजेक्शन नजदीक आते ही बोले उई... इसके बाद बोले अरे पता ही नहीं चला। डॉ.पुनीत श्रीवास्तव ने बताया कि वैक्सीन लगने के बाद किसी तरह की दिककत नहीं आती है। बस अपना मन तैयार करने की देर होती है।
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