उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने दिया स्तीफा, इनका नाम आ रहा सामने जिन्हें मिल सकती है जिम्मेदारी
उत्तराखंड में कई दिन से जारी सियासी हलचल के बीच मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आज इस्तीफा दे दिया है। मंगलवार शाम को त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा। इस्तीफा देने के बाद उन्होंने प्रेस वार्ता में इसकी जानकारी देते हुए उत्तराखंड के लोगों का धन्यवाद किया। बीते तीन दिन से त्रिवेंद्र सिंह रावत के सीएम पद से हटने की चर्चा थी। आज उन्होंने अटकलों को रोकते हुए इस्तीफा दे दिया है। मार्च 2017 में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बने थे। चार साल तक वो सीएम पद पर रहे।
उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर उपजे असंतोष के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. लेकिन इस बीच दिलचस्प बात ये है कि उत्तराखंड में बीजेपी का सीएम अपना कार्यकाल नहीं पूरा कर पाता है. चुनावी साल से पहले अब त्रिवेंद्र सिंह रावत की भी छुट्टी हो गई है
किसी और को मौका देना चाहिएः रावत
उन्होंने कहा, 'मेरे पिता एक पूर्व सैनिक थे. बीजेपी में ही यह संभव था कि एक छोटे से गांव के अति साधारण परिवार के एक पार्टी के कार्यकर्ता को इतना बड़ा सम्मान दिया. 4 साल मुझे सेवा करने का मौका दिया. सामूहिक रुप से यह निर्णय लिया कि मुझे अब किसी और को यह मौका देना चाहिए.' उन्होंने कहा कि 4 साल (बीजेपी शासनकाल) पूरा होने में 9 दिन रह गए हैं. इतना मौका मुझे दिया गया. मैं प्रदेश वासियों का धन्यवाद करना चाहता हूं.
बीजेपी के कई विधायकों द्वारा नाराजगी व्यक्त करने के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुख्यमंत्री बने रहने पर संकट जारी था. जिसके बाद केंद्रीय नेतृत्व बीते दो दिनों से मंथन कर रहा था. और तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि त्रिवेंद्र सिंह रावत की सीएम पद से छुट्टी हो सकती है।
इनमें कई नाम सामने आ रहे हैं, जिन्हें ये जिम्मेदारी मिल सकती है. इनमें मंत्री धनसिंह रावत, मंत्री सतपाल महाराज, सांसद अजट भट्ट, सांसद अनिल बलूनी का नाम सुर्खियों में है. इसके अलावा राज्य में जाति के समीकरण को साधने के लिए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के फॉर्मूले को भी अपनाया जा सकता है.
बीजेपी ने बुलाई विधायक दल की बैठक दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड के सभी पार्टी विधायकों की बैठक बुलाई है, जिसमें राज्य के नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाई जा सकती है. बुधवार सुबह 11 बजे देहरादून में भाजपा विधायक दल की बैठक होगी. पार्टी की ओर से रमन सिंह और दुष्यंत गौतम को बतौर पर्यवेक्षक देहरादून भेजा जाएगा.
0 टिप्पणियाँ