स्वास्थ्य विभाग में भर्ती प्रक्रिया शुरू, जानिए अंतिम तारीख और योग्यता
भोपाल।
राजधानी में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए गांधी मेडिकल कॉलेज में 46 डॉक्टरों की भर्ती की जाएगी। इसमें एमडी मेडिसिन और एमडी/डिप्लोमा एनेस्थीसिया के स्नातकोत्तर चिकित्सा अधिकारियों के तीन-तीन पद हैं। इसके अलावा चिकित्सा अधिकारी के 40 पदों पर भर्ती की जाएगी। इसके लिए गांधी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने विज्ञापन जारी किया है। भर्ती के लिए 25 मार्च से साक्षात्कार शुरू हो गए हैं, जो 31 मार्च तक चलेंगे। यह भर्तियां तीन महीने के लिए की जा रही हैं। स्नातकोत्तर चिकित्सा अधिकारियों को 1 लाख 25 हजार और चिकित्सा अधिकारियों को 60 हजार रुपये मासिक वेतन दिया जाएगा। इस संदर्भ में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि जरूरत पड़ी तो संविदा पर और डॉक्टरों की भर्ती करेंगे। दरअसल, जूनियर डॉक्टरों ने कोरोना ड्यूटी से अब हाथ खड़े कर दिए हैं। उनका कहना है कि मेडिकल कॉलेजों में सिर्फ गंभीर मरीजों को इलाज के लिए भर्ती कराया जाना चाहिए। सामान्य मरीजों का इलाज जिला अस्पताल या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी कराया जा सकता है। इसे लेकर जूनियर डॉक्टरों ने हफ्ते भर बाद हड़ताल की चेतावनी भी दी है। जूडा की चेतावनी के बाद अब कॉलेज प्रबंधन के हाथ-पांव फूल गए हैं। ऐसे में नए डॉक्टरों की भर्ती के अलावा कालेज प्रबंधन के पास कोई विकल्प नहीं है। हालांकि, विज्ञापन जारी होने के बाद भी कितने डॉक्टर साक्षात्कार के लिए आते हैं, यह कह पाना मुश्किल है। पिछले साल कोरोना मरीजों के इलाज के लिए कॉलेज प्रबंधन ने 70 डॉक्टरों की भर्ती का विज्ञापन जारी किया था। लेकिन 3 डॉक्टर ही मिल पाए थे। इसके लिए वेतन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की तरफ से दिया जाना था। कोरोना मरीजों के इलाज के दौरान संक्रमित होने का डर और पूरे समय पीपीई किट में रहने से होने वाली परेशानी के चलते डॉक्टर आने को तैयार नहीं होते हैं। दूसरी बात यह कि नियुक्तियां सिर्फ दो या तीन महीने के लिए संविदा आधार पर की जाती हैं, जिसमें डॉक्टर रुचि नहीं लेते हैं।
0 टिप्पणियाँ