मृत उपभोक्ताओं के नाम पर जारी किये जा रहे बिजली बिल

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मृत उपभोक्ताओं के नाम पर जारी किये जा रहे बिजली बिल



मृत उपभोक्ताओं के नाम पर जारी किये जा रहे बिजली बिल  



भोपाल। 
 ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने मंगलवार को विधानसभा में ऐलान किया कि यदि ट्रांसफार्मर जल गया है। इसके पैसे बिजली कंपनी में जमा हैं, तो 24 घंटे में इसे बदला जाएगा। तोमर ने यह आश्वासन कांग्रेस विधायक बृजेंद्र सिंह राठौर के ध्यानाकर्षण में पूछे गए का सवाल का जवाब देते हुए दिया। उन्होंने यह भी कहा, यदि कोई अफसर गलत जानकारी देगा, तो उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक बृजेंद्र सिंह राठौर ने टीकमगढ़ और निवाड़ी समेत प्रदेश में तकनीकी और प्राकृतिक आपदा के कारण जले हुए ट्रांसफार्मर नहीं बदलने का मामला सदन में उठाया था। उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रांसफार्मर के पैसे जमा करने के बाद भी बदला नहीं जा रहा। कंपनी के अधिकारी कहते हैं कि बिजली बिल की राशि जमा नहीं होने के कारण बदले नहीं जा रहे हैं। राठौर ने आरोप लगाया कि जिन बिजली उपभोक्ताओं की मृत्यु 40 साल पहले हो चुकी है, उनके नाम पर लाखों के बिल जारी किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, झुग्गी बनाकर रह रहे लोगों को बड़ी राशि के बिल दिए जा रहे हैं। इसका जवाब देते हुए ऊर्जा मंत्री ने बताया कि फेल ट्रांसफार्मर से संबद्ध उपभोक्ताओं को कुल बकाया का 10% या 50% उपभोक्ताओं द्वारा बकाया बिल की राशि जमा करने पर ट्रांसफार्मर बदलने की व्यवस्था है। यह काम 24 घंटे में किया जाता है। लगातार बिजली की आपूर्ति की जा रही है। ध्यानाकर्षण में उठाए गए अन्य प्रश्न पर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने बताया कि सरकार ऐसी ट्रांसफर पॉलिसी बना रही है, जिससे कोई भी स्कूल टीचर विहीन नहीं रहेगा। यह मामला बीजेपी विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया ने उठाया था। इसके जवाब में कहा- कांग्रेस सरकार ने 35 हजार टीचर के ट्रांसफर किए थे। इस कारण आलीराजपुर में 256, झाबुआ 208, बड़वानी 428, सीधी 122, मंडला 237 और धार में 208 स्कूल टीचर विहीन हो गए। उन्होंने कहा कि नई पॉलिसी में ऐसी व्यवस्था की जा रही है, जिसमें टीचर ट्रांसफर होने के बाद उसे कार्यमुक्त तब तक नहीं किया जाएगा, जब तक कि उसका विकल्प नहीं पहुंच जाता है।
लोक निर्माण विभाग की अनुदान मांगों को लेकर जब चर्चा चल रही थी, तब बुंदेलखंड के एक बीजेपी विधायक ने मंत्री गोपाल भार्गव को शेर की संज्ञा दे दी, लेकिन पथरिया से बीएसपी विधायक रामबाई ने भार्गव पर तंज कसा।
उन्होंने कहा- शेर की खाल पहनने से कोई शेर नहीं हो जाता। वे तब तक ही शेर कहलाएंगे, जब तक सरकार में हैं। वे मेरा जो नुकसान करना चाहते हैं, करें, लेकिन जनता का नुकसान क्यों? दरअसल, रामबाई पिछले एक साल से अपने विधानसभा क्षेत्र के बरोदा गांव की सड़क बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग के अफसरों को पत्र लिख रही हैं, लेकिन सड़क का निर्माण शुरू नहीं हो पाया।

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