योजनाओं से बंचित पात्र हितग्राहियों के मंच पर पहुंचते ही विधायक पर भड़की निवर्तमान अध्यक्ष,धौहनी विधायक को कही भला बुरा

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योजनाओं से बंचित पात्र हितग्राहियों के मंच पर पहुंचते ही विधायक पर भड़की निवर्तमान अध्यक्ष,धौहनी विधायक को कही भला बुरा



योजनाओं से बंचित पात्र हितग्राहियों के मंच पर पहुंचते ही विधायक पर भड़की निवर्तमान अध्यक्ष,धौहनी विधायक को कही भला बुरा



दोनों तरफ से हो रही कार्यवाही की मांग।

मामला अंत्योदय कार्यक्रम में  मचे बबाल का।



मझौली। 

मामला नगर परिषद मझौली का है जहां विगत 12 मार्च दिन शुक्रवार को चंद्रोदय पैलेस मझौली में नगर्योदय कार्यक्रम का आयोजन मुख्यमंत्री के निर्देश के तहत नगर परिषद द्वारा आयोजित किया गया था जो बड़े ही सुचारू ढंग से संपन्न कराया गया किंतु भ्रष्टाचार और कमीशन खोरी के आरोपों से घिरी निवर्तमान अध्यक्ष के कृत्य कार्यक्रम में पानी फेर दिया। जहां पर अपनी फरियाद और समस्या को सुनाने भारी तादात में पहुंचे लोग बवाल होने के कारण अपनी व्यथा सुनाने से वंचित रह गए। हमारे संवाददाता ने आंखों देखा बयां करते हुए बताया कि कार्यक्रम का आयोजन नगर प्रशासन के तरफ से  सुचारू ढंग से  संचालित कराया गया था । कार्यक्रम का शुभारंभ कन्या पूजन एवं भारत देश के महान पुरुषों के प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन के साथ किया गया इस दौरान क्षेत्रीय विधायक एवं भाजपा जिला अध्यक्ष इंद्र शरण सिंह के द्वारा विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया। इसके बाद स्वागत सम्मान के लिए नगर प्रशासन द्वारा अतिथियों को मंचासीन किया गया जिस समय अतिथियों को मंचासीन किया जा रहा था उस समय नगर प्रशासन के साथ मंचासीन अतिथि थे नीचे बैठी निवर्तमान अध्यक्ष से मंच पर आने का आग्रह किया गया। किंतु अध्यक्ष द्वारा मंचासीन होने से इनकार करते हुए महिलाओं की अगली ही पंक्ति में बैठ बड़े लगन शीलता से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के उद्बोधन के लाइव प्रसारण को देखती व सुनती रही।परंतु जब कई वर्षों के क्रियाकलाप से त्रस्त ,योजनाओं से बंचित पात्र हितग्राही अपनी गुहार लगाने मंच पर पहुंचने लगे उसी समय नीचे बैठी निवर्तमान अध्यक्ष रूबी सिंह मंच पर चढ़ते हुए मंच संचालक से माइक छीन कर बनास नदी नल जल योजना को अपनी देन बताते हुए ना केवल कार्यक्रम में बाधा डाला।बल्कि विधायक के प्रति अश्लील शब्दों का प्रयोग करने में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी और मंचासीनो को मंच छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया जिससे पीड़ित अपनी फरियाद तक भी नहीं सुना पाए। अब इन दोनों  माननीयों की वर्चस्व की लड़ाई के बीच नगर प्रशासन पिस्ता दिख रहा है एक ओर जहां घटनाओं से बाक़ीब मीडिया से दूर   प्रेसवार्ता कर झूठ का पुलिंदा  खोलते हुए निवर्तमान अध्यक्ष ने नगर प्रशासक एसडीएम मझौली को हमको हटाने की मांग की है वही विधायक का अपमान सहन न कर पाने वाले भाजपा जिला अध्यक्ष इंद्र शरण सिंह कांग्रेस पार्टी से कार्यवाही की मांग की है साथ जी महिला मोर्चा के जिलाध्यक्ष सरस्वती बहेलिया द्वारा निवर्तमान अध्यक्ष रूबी सिंह के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग की गई हैं।

 प्रशासनिक मंच बताते रहे विधायक:-


 जिस समय निवर्तमान अध्यक्ष अपना रौद्र रूप दिखाते हुए मंच पर चढ़कर क्षेत्रीय विधायक कुंवर सिंह टेकाम को भला बुरा कहने पर उतारू थे उस समय मंचासीन विधायक कुर्सी पर बैठे हुए मंच को प्रशासनिक बताते रहे तथा बाहर जाकर अध्यक्ष को लोगों के बीच अपनी योजनाओं की जानकारी देने को कहते रहे अंत में जब वह मंच से उतरने को तैयार नहीं हुई और बवाल मचाती रहे तो मंचासीनो को ही मंच छोड़ना पड़ा।

*जब लगी फटकार तब छूटा द्वार-

 मंचासीन अतिथियों के मंच से उठकर पैलेस में बने अंदर कमरे में जहां पर स्वल्पाहार की व्यवस्था थी जाने के बाद भी कार्यक्रम स्थल  पर खड़े होकर निवर्तमान अध्यक्ष द्वारा अकेले ही विधायक के साथ रहे सभी भाजपा के संगठन पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को लेकर अपना विरोधाभास भाषण चालू कर रखी थी उसी समय भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता लवकेश सिंह द्वारा फटकार लगाते हुए कहा गया की 5 साल में आपने पूरे नगर परिषद के विकास की राशि तथा प्रधानमंत्री आवास एवं शौचालय की राशि डकार गई यदि कोविड-19 ना आया होता तो शायद आप जेल में होती जब अध्यक्ष को इस तरह की फटकार लग रही थी उस नगर परिषद के कार्यों में में कंधे से कंधे मिलाकर चलने वाले पार्टी के उपाध्यक्ष मनोज तिवारी के साथ कुछ अध्यक्ष के शुभचिंतक एवं पार्टी के कार्यकर्ता चुपचाप खड़े देखते रह गए एक शब्द बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर इतनी बड़ी ब्लॉक कांग्रेस के होते हुए अध्यक्ष को अपनी व्यथा सुनाने जिला क्यों जाना पड़ा जो पार्टी के कुछ लोगों के साथ प्रेस वार्ता की ।क्या मझौली कांग्रेस भी निवर्तमान अध्यक्ष रूबी सिंह के विरोध में भाजपा के साथ खड़ी है?


शांति व्यवस्था बनाने में जुटा रहा प्रशासन:-

जिस समय कार्यक्रम में एकाएक बवाल उत्पन्न हो गया उस समय पहले तो मंचासीन नगर परिषद प्रशासन अनुविभागीय अधिकारी मझौली आनंद सिंह राजावत एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी नगर परिषद मझौली राजेश सिंह भदोरिया भौचक्के रह गए किंतु बढ़ते बवाल को देख पुलिस प्रशासन के व नगर परिषद कर्मचारियों के  साथ मिलकर शांति व्यवस्था बनाने में जुट रहे।


निवर्तमान अध्यक्ष ने की कार्यवाही की मांग:-

निवर्तमान अध्यक्ष नगर परिषद मझौली रूबी सिंह द्वारा क्षेत्रीय कार्यकर्ता व क्षेत्रीय मीडिया से दूरी बनाते हुए जिले में जाकर जिला कांग्रेस के साथ प्रेसवार्ता कर प्रशासक के  खिलाफ कार्यवाही कर बर्खास्त करने की  मांग रखते हुए जिले में ही  क्षेत्रीय विधायक  धौहनी कुंवर सिंह का पुतला दहन  किया गया । प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा गया  कि मुझे मंच में नहीं बुलाया गया और विधायक द्वारा मुझे बाहर जाने को कहते हुए अपमानित किया गया।

 अध्यक्ष ने पार्टी तो महिला अध्यक्ष ने कानूनी कार्यवाही किए जाने की रखी मांग:-

एक कार्यक्रम के आयोजन में मझौली शरीक होने आए भाजपा के जिला अध्यक्ष इंद्र शरण सिंह द्वारा निवर्तमान अध्यक्ष रूबी सिंह के कृत्यों की निंदा करते हुए कांग्रेस पार्टी से निष्कासित किए जाने की मांग की गई है वही महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष सरस्वती बहेलिया द्वारा कहा गया कि रूबी सिंह का यह कृत्य महिला चाल चलन के विपरीत है जिसकी घोर निंदा करते हुए मैं ऐसी महिला जिन्होंने हमारे विधायक जो महिलाओं का सम्मान करते हैं जिनमें सहनशीलता का भाव है के साथ इस तरह कृत्य किया गया ऐसे महिला के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए।

*सवाल मागते जबाब:-

1-- आखिर बार-बार प्रशासन एवं मंचासीन लोगों के आग्रह के बाद भी मंचासीन क्यों नहीं हुई निवर्तमान अध्यक्ष जबकि कार्यक्रम प्रशासनिक था ना की पार्टी आधारित?
2-- बाद में बोलने की इच्छा होने पर अपनी बात प्रशासनिक अधिकारियों से क्यों नहीं गई?

3- यदि कार्यक्रम में पूर्व से पक्षपात किया जा रहा था तो उसी समय कार्यकर्ताओं के साथ विरोध क्यों नहीं किया गया तथा तथा बाद में भी कार्यकर्ता अध्यक्ष के तरफ से क्यों नहीं कुछ बोल पाए ?

4- यदि प्रशासनिक कार्यक्रम में कहीं भी पार्टी पक्ष में कार्यक्रम देखा गया हो तो उसे कानूनी तौर पर कार्यवाही कराने का जिक्र क्यों नहीं किया गया मात्र नगर प्रशासक एसडीएम को बर्खास्त करने के अतिरिक्त?

5-- आखिर अध्यक्ष द्वारा उसी समय बवाल क्यों मचाया गया जब पीड़ित गरीब योजनाओं से वंचित पात्र हितग्राही अपनी गुहार लगाने के लिए मंच पर गए थे क्या पूर्व से निवर्तमान अध्यक्ष को पता था की शिकायत होगी। अकेले अध्यक्ष का भिड़ना सोची समझी या उक्स आई हुई साजिश तो नहीं?

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