लागातर बढ़ रहा कोरोना का ग्राफ, 3 दिन के अंदर मिले 246 नए मरीज
भोपाल ।
कोरोना संक्रमण के लिए कोलार क्षेत्र नया हॉटस्पॉट बनता जा रहा है। यहां तीन दिन के भीतर 246 नए मरीज मिले हैं। दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा मरीज गोविंदपुरा इलाके में मिल रहे हैं। यहां पिछले तीन दिन के भीतर 131 मरीज मिल चुके हैं। टीटी नगर और बैरागढ़ क्षेत्र में भी ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। इसकी बड़ी वजह यह है कि ये इलाके घनी आबादी वाले हैं। बाजार भी इन क्षेत्रों में ज्यादा हैं।
इधर, मरीज बढ़ने के बाद भी जांच की सुविधाएं नहीं बढ़ाई जा रही हैं। जेपी अस्पताल के फीवर क्लीनिक में सोमवार अपरान्ह तीन बजे से ही पर्चा बनाना बंद कर दिया गया, जबकि जांच का समय सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक है। इससे जांच कराने के लिए लंबी कतार लगी रही, जिसमें 20 से 30 संदिग्ध खड़े रहे। जांच कराने वालों में कई ऐसे थे जिन्हें कहीं जाने के लिए, स्कूल में दाखिले के लिए, अस्पताल में भर्ती होने के लिए या फिर खेल में भाग लेने के लिए कोरोना की निगेटिव जांच रिपोर्ट की जरूरत थी। हालांकि संदिग्धों को यहां से जेपी अस्पताल की इमरजेंसी भेज दिया गया। यहां भी जांच नहीं होने पर मरीजों ने नाराजगी जाहिर की। कुछ मरीज तो सिविल सर्जन डॉ. राकेश श्रीवास्तव के कक्ष के बाहर खड़े रहे। हमीदिया अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 60 बिस्तर और बढ़ाए जाएंगे। अभी यहां पर सौ बिस्तर हैं। इनमें 68 भरे हुए हैं। हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आइडी चौरसिया ने बताया कि अस्पताल में बिस्तरों की कमी नहीं है। मरीज कम थे, इसलिए बिस्तर कम कर दिए थे। मरीज बढ़ने पर अब उसी लिहाज से बिस्तर भी बढ़ाए जाएंगे। हमीदिया में अब कुल 160 बिस्तर हैं। बता दें कि
निश्शुल्क इलाज के लिए सरकार द्वारा अनुबंधित चिरायु मेडिकल कॉलेज में बिस्तरों की संख्या सीमित कर 140 कर दी गई है, जबकि पहले 750 बिस्तर थे। जेके अस्पताल में सौ बिस्तर कर दिए गए थे। अब अस्पताल प्रबंधन ने खुद अनुबंध खत्म कर लिया है।
जितने फीवर क्लीनिक पहले थे, उतने अभी भी हैं। जेपी अस्पताल में चार बजे तक जांच होती है। इसके बाद आने वालों के लिए इमरजेंसी के पास जांच की सुविधा रात आठ बजे तक है। -डॉ. प्रभाकर तिवारी, सीएमएचओ, भोपाल
भोपाल में सोमवार को 196 मरीज मिले हैं। प्रदेश में अब सक्रिय मरीजों की संख्या 5024 हो गई है। चिंता की दूसरी बात यह है कि प्रदेश में संक्रमण दर यानी जांचें गए सैंपल में पॉजिटिव का प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। रविवार को 14,605 सैंपलों की जांच में 797 मरीज मिले हैं। यानी संक्रमण दर 5.4 फीसद रही। इसके पहले 24 नवंबर को संक्रमण दर 5.4 फीसद थी। इसके बाद से संक्रमण दर इससे नीचे रही। फरवरी में एक दिन संक्रमण दर डेढ़ फीसदी से नीचे पहुंच गई थी।
संक्रमण दर लगातार बढ़ने का मतलब है कि बीमारी का फैलाव तेजी से हो रहा है। ज्यादा सैंपलों की जांच हो तो और मरीज मिलेंगे। सर्दी-जुकाम, बुखार, दस्त आदि लक्षण हो तो फौरन आइसोलेट हो जाएं। खुद की और संपर्क में आए अन्य लोगों की जांच कराएं।
-डॉ. लोकेंद्र दवे,
एचओडी, छाती व श्वास रोग विभाग, गांधी मेडिकल कॉलेज
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