नाबालिक प्रेमी प्रेमिका घर से हुए फरार, सिवनी से पुलिस ने किया गिरफ्तार
एक ही क्षेत्र में रहने वाले 14 साल की किशोरी और 16 साल का नाबालिग दोपहर में अचानक घर से गायब हो गए। दोनों के परिजनों ने उनकी तलाश की, लेकिन जब वह नहीं मिले, तो रात लगभग 11 बजे गोरखपुर थाने पहुंचकर पुलिस को सूचना दी।
मामला मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के गोरखपुर थाना अंतर्गत का है,
पुलिस ने सायबर सेल की मदद से मोबाइल ट्रेस किया और परिजनों के बताए अनुसार सिवनी पुलिस को सूचना देकर हुलिया बताया। हुलिए के आधार पर सिवनी पुलिस ने रविवार की सुबह बस में सवार दोनों नाबालिगों को सिवनी बरघाट के पास पकड़ लिया। गोरखपुर टीआइ सारिका पांडे ने बताया कि शनिवार की रात लगभग 11 बजे क्षेत्र में रहने वाले कुछ लोग आए और बताया कि उनकी 14 साल की बेटी दोपहर ढाई बजे से गायब है। वहीं उसी क्षेत्र में रहने वाले एक 16 वर्षीय नाबालिग पर भी संदेह है, जो अपने घर से रात 10.30 बजे निकला है।
सूचना पर स्टाफ के साथ दोनों की तलाश करना शुरू की। वहीं सायबर सेल को भी मोबाइल नंबर भेजकर जानकारी मंगाई गई। बताया जा रहा है कि बल्देवबाग में किशोरी की लोकेशन मिली, जिसके बाद उनकी लोकेशन मिलना बंद हो गई। वहीं नाबालिग और किशोरी साथ में है यह भी स्पष्ट नहीं हो रहा था। इसके बाद दोनों की तलाश के लिए आइएसबीटी बस स्टेंड में पतासाजी की गई। जिसमें पता चला कि नागपुर जाने वाली बस 11:30 बजे रवाना हुई है।
किशोरी के परिजनों ने बताया था कि उनके रिश्तेदार गोंदिया में रहते है। वहीं उनकी बेटी गोंदिया जा सकती है या फिर वह नागपुर भी जा सकते हैं। गोरखपुर टीआइ सारिका पांडे पूर्व में सिवनी में प्रभारी रह चुकी है। सिवनी में कौन सी बस कितने बजे पहुंचती है और वह कहां से निकलती है इसकी उनको पूरी जानकारी है। अपने अनुभव के आधार पर उन्होंने सिवनी पुलिस से संपर्क किया और कुरई और बरघाट में चेकिंग लगाने के लिए कहा। साथ ही चेकिंग करने वाले पुलिस अधिकारी, कर्मचारियों के मोबाइल पर दोनों नाबालिगों के फोटो भी वाट्सएप के माध्यम से भेज दिए।
बरघाट में लगी टीम ने बसों की जांच करना शुरू कर दिया। इसके बाद लगभग 2:30 एक बस की चेकिंग की गई, जिसमें नाबालिग बैठे थे। पुलिस ने उस बस को रुकवाया और उन दोनों नाबालिग का फोटो से मिलान किया। साथ ही उनके परिजनों के नाम पूछे और गोरखपुर टीआइ को जानकारी दी। पुष्टि होने के बाद उन नाबालिगो को शहर लाने के लिए टीम रवाना हुई और दोनों को थाने लेकर आई। दोनों ने बताया कि वह बालाघाट जा रहे थे। वहीं यदि वह दोनों बालाघाट पहुंच जाते, तो फिर तलाश कर पाना मुश्किल हो जाता। इसके बाद उन दोनों की दूसरे शहर जाने की योजना थी।
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