जंगली हाथियों का कहर ,बाबा समेत दो नातियों को उतारा मौत के घाट
मौत के बाद ग्रामीणों ने किया चक्का जाम,जिला प्रशासन की समझाइस के बाद नही बनी बात,जारी है चक्काजाम हड़ताल--------------
संतोष तिवारी,सीधी/कुसमी।
जिले के संजय टाईगर रिजर्व बफर जोन पोंड़ी अंतर्गत कुसमी अंचल में पिछले 3 महीनों से छत्तीसगढ़ से लगे कुसमी वनांचल के सीमावर्ती गाँव जहाँ जंगली हाथियों का कहर बढ़ता ही जा रहा है यहाँ जंगल की वजह से हांथी रात के समय मे गांव के आबादी वाले क्षेत्र मे दस्तक देने लगते हैं ऐसे में जहां पहले तक इन हाथियों का झुंड कई किसानों की खेती और पेंड़ पौधों एवम घरों की नुकसानी कर रहे थे लेकिन अब इंसान पर भी इनका हमला बढ़ता जा रहा है ऐसा ही वाक्या देखने को मिला पूरा मामला संजय टाइगर रिजर्व बफर जोन पोंड़ी अंतर्गत खैरी पँचायत के हैकी गाँव का है जहाँ हैकी गाँव मे बीती रात्रि हाथियों का कहर बरपा है हांथियो कि चपेट में आने से बाबा एवम उसके 2 मासूम नातियों की जान चली गई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हैकी गाँव मे बीती सोमवार की रात्रि करीब 10 बजे घटना उस समय हुई जब हाथियों का एक दल गाँव मे घुस आया हाथियों के झुंड के आने की आहट सुनकर इसी बीच मृतक गोरेलाल यादव पिता स्वर्गीय शियशरण यादव उम्र 60 वर्ष अपने मासूम 2 नातियों मृतक रामप्रताप यादव पिता रामकृपाल यादव उम्र 7 वर्ष एवम रामपाल यादव पिता रामबहोर यादव उम्र 10 वर्ष को लेकर घर से दूर भागने के फिराक में थे जैसे ही घर से निकले तभी हांथियो का झुंड सामने आ गया और तीनों को कुचल-कुचलकर मौत की नींद में सुला दिए मंजर देख ग्रामीणों मे दहशत छा गई अल सुबह होते ही ग्रामीणों ने सुरछा मांग को लेकर चक्का जाम हड़ताल कर दिए जिससे पोंड़ी-हैकी-जनकपुर मार्ग पूरी तरह से दिन भर बाधित रहा घटना की जानकारी होते ही सीधी कलेक्टर रवींद्र चौधरी,अपर कलेक्टर, एस डी एम आर के सिन्हा,सी ई ओ एस एन द्विवेदी एवम वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी रेंजर सहित अन्य अधिकारी एवम वन अमला घटना स्थल पर पहुँचकर जायजा लिया परिजनों से मिलकर सहायता राशि देने का आश्वाशन दिया गया फिर भी गांव के ग्रामीण देर रात्रि तक चक्काजाम किये हुए हैं ग्रामीणों की मांग है कि जब तक वन मंत्री हम लोगो के बीच नही आ जाते तब तक हम लोग आंदोलन जारी रखेंगे वही तीनों मृतकों का शव भी घटनास्थल पर ही पड़े हुए हैं। इस घटना के बाद से आसपास के गाँव एवम पूरे क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है।
27 दिसम्बर 21,22 फरवरी को हांथियो ने घर गिराया,23 फरवरी को 3 को मौत के घाट उतारा----
हांथियो का कहर बीते दिसम्बर 2020 से ही चल रहा था इन हाथियों का 27 दिसम्बर 2020 की रात्रि को लुरुघुटी निवासी मनोज गुप्ता के घर को गिराया अनाज चट करने के साथ खड़ी फसल को रौंद डाला ,दूसरी घटना 21फरवरी 2021की रात्रि हैकी गाँव के निवासी पप्पू सिंह भुमिया के घर को निशाना बनाते हुए खपरैल घर को तहस नहस कर डाला,22 फरवरी की रात्रि को कोटा निवासी महावीर साहू के खपरैल घर को गिराने के साथ अनाज एवम फलदार केले के पेंडो को रौंद डाला,23 फरवरी की रात्रि 10 बजे के तकरीबन हंथियो का झुंड यादव परिवार के मृतक गोरेलाल यादव के घर मे धावा बोलकर उनके एवम उनके 2 मासूम नाती रामप्रताप एवम रामपाल को मौत के घाट ही उतार दी जिसके बाद से हैकी एवम आसपास के गाँव के रहवासियों मे दहशत का माहौल बना हुआ है चक्काजाम आंदोलन कर रहे ग्रामीणों की एक ही मांग ही कि हमको सुरक्षा प्रदान किया जाय जिसके बाद सीधी कलेक्टर द्वारा सुरक्षा को लेकर मौके स्थल पर पहुँचकर आश्वाशन भी दिया गया लेकिन इसके बाद भी चक्काजाम आंदोलन को समाप्त नही किये उनकी एक ही रट है कि जब तक वन मंत्री नही आएंगे तब तक हम लोग आंदोलन करते रहेंगे वहीं ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर वन विभाग के अधिकारी पूरी तरह से अलर्ट हैं जो गाँव गाँव तक मुस्तैदी बनाये हुए हैं।
इनका कहना है कविता रावत( रेंजर बफर जोन पोंड़ी)-----
हांथियो को मैने कल रात्रि मे ही बूढ़न डोल के जंगल मे वन विभाग की टीम और ग्रामीणों की मदद से खदेड़वा दी हूं मृतक के परिजनों को प्रति मृतक 4-4 लाख की सहायता राशि जल्द ही वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दे दी जाएगी
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