स्वीटकार्न कैफे में मध्यप्रदेश के इस जिले में आपको मिलेंगी एक दर्जन से अधिक स्वीटकार्न की लजीज डिश
आउट ऑफ सीजन भी कृषकों द्वारा अपनाई जा रही स्वीटकार्न की खेती
कटनी।
बहुत से रेस्टारेंट, ढाबे, अच्छे होटल्स, टी-कैफे के बारे में आपने बहुत सुना होगा। कई जगह आपने लाजवाब व्यंजनों का लुत्फ भी उठाया होगा। लेकिन कटनी जिले में एक अनूठा ही कैफे है। कैफे ऐसा जिसके जायकों की धूम दूर-दूर तक है। यह कैफै है जिले के तेवरी गांव में स्थित स्वीट कार्न कैफे। कैफे का नाम राज स्वीट कार्न ढाबा है। यहां पर स्वीटकार्न से बनी एक दर्जन से अधिक टेस्टी डिशों का स्वाद आप ले सकते हैं।
राज स्वीटकॉर्न ढाबे के संचालक राज रजक ने बताया कि उनके ढाबे में स्वीटकॉर्न पकोड़े, स्वीटकार्न चाट, फ्राय कार्न सेलेड, भेल कार्न, बॉइल दाने मसाला, मेगी कार्न मसाला, पास्ता कार्न मसाला, नूडल्स कार्न मसाला, मंचूरियन कार्न सूप, स्वीटकार्न कटलेट, कार्न समोसे, कार्न आलूबंडे, कार्न पोहा, स्वीट कार्न हलवा और टेस्टी स्वीटकार्न सूप मिलता है।
इतना ही नहीं राज ने अपने गांव के स्वीटकॉर्न को एक अलग पहचान दिलाने के उद्देश्य से गर्मी के दिनों में स्वीटकार्न की अलग डिश तैयार करने और उन्हें मार्केट में लाने की प्लानिंग की है। उन्होंने बताया कि वे गर्मी में मक्के के पापड़, मक्के की चिप्स, और मक्के के नमकीन भी बनायेंगे।
पेशे से किसान और बी.एड. में अध्यनरत राज कार्न फेस्टिवल में भी अपनी लजीज डिश का स्टाल लगा चुके हैं। जहां उन्होने दो दिनों में ही 45 हजार से अधिक का व्यवसाय किया। इतना ही नहीं, स्वीटकॉर्न से बनने वाली डिश का अपना एक अलग मैन्यू कार्ड भी राज ने बना रखा है। विगत वर्ष राज को जिला स्तरीय समारोह में कलेक्टर द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है।
उप संचालक कृषि अशोक कुमार राठौर ने बताया कि कटनी के तेवरी जिले का स्वीटकार्न इस क्षेत्र में बहुत फेमस है। इस बार कृषि विभाग के निर्देशन में तेवरी क्षेत्र में आउट आफ सीजन स्वीट कार्न की खेती कृषकों के द्वारा अपनाई गई है। क्षेत्रीय किसानो को स्वीट कार्न की खेती का रकबा बढ़ाने के लिये विभाग द्वारा प्रेरित भी किया जा रहा है।
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