चमोली में ग्लैशियर फटने से 7 की मौत ,170 लोग लापता, उत्तरप्रदेश के इन जिलों हाई अलर्ट
उत्तराखंड के चमोली में नंदा देवी नेशनल पार्क के अंतर्गत कोर जोन में स्थित ग्लेशियर टूटने से तबाही मच गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रैनी गांव के पास ऋषि गंगा तपोवन हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूट गया है, जिससे नुकसान हो गया है। ग्लेशियर टूटने से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने एएनआई को बताया कि बाढ़ में 100 से 170 लोगों के लापता होने की आशंका है। इसमें कई मजदूरों भी शामिल हैं। जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है। एसडीआरएफ भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गई। प्रशासन ने हरिद्वार तक हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक, रैनी गांव के पास 24 मेगावाट का प्रोजेक्ट निर्माणाधीन था। ग्लेशियर टूटने से नदी में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। ऋषिकेश कोडियाला ईको टूरिज्म जोन में जल पुलिस और एसडीआरएफ को अलर्ट कर दिया गया है। जल पुलिस के साथ आपदा प्रबंधन दल राफ्टिंग स्थलों पर पहुंच गया है। चमोली और रुद्रप्रयाग जिले में नदी किनारे सभी सभी स्थानों पर प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। वहीं, नदी किनारे बस्तियों में रहने वाले लोगों को ऊंचाई वाले इलाकों में ले जाने का आदेश जारी किया गया है।
उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने के हादसे के बाद रेस्क्यू जारी है. इस बीच राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र ने बताया कि चमोली हादसे में 7 लोगों की मौत हुई है. छह लोग घायल हैं और करीब 170 लोग लापता हैं।
ग्रीनपीस इंडिया के वरिष्ठ जलवायु और ऊर्जा प्रचारक अविनाश चंचल ने कहा, ''यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. हमारी संवेदना लापता निर्माण श्रमिकों और उत्तराखंड के प्रभावित लोगों के साथ हैं. हालांकि इस घटना के सटीक कारण का अभी तक पता नहीं चल पाया है और इसकी ईमानदार जांच की आवश्यकता है, लेकिन यह स्पष्ट है कि पारिस्थितिकीय रूप से संवेदनशील हिमालयी क्षेत्र में मानव हस्तक्षेप बढ़ रहा है जो इसे जलवायु परिवर्तन के प्रति अधिक संवेदनशील बना रहा है. पर्यावरण के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्रों में भारी निर्माण कार्य से बचा जाना चाहिए.''
इस तरह हुआ हादसा:-
सीएम ने कहा, चमोली में दो बांध स्थलों को प्रभावित करते हुए सुबह लगभग 10:45 बजे रैनी गांव में एक आपदा की सूचना दी गई। स्थिति का जायजा लेने और आपातकालीन उपाय करने के लिए तत्काल निर्देश जारी किए गए। इसके साथ ही, राज्य के आपदा प्रतिक्रिया तंत्र को सक्रिय किया गया।
यूपी के इन जिलों के लिए अलर्ट हुआ जारी:-
इस आपदा के बाद यूपी में भी अलर्ट जारी किया गया है. गंगा किनारे वाले जिलों मे प्रशासन को अर्लट रहने के लिए कहा गया है. यूपी के बिजनौर, कन्नौज, फतेहगढ़, प्रयागराज, कानपुर, मिर्ज़ापुर, गढ़मुक्तेश्वर, गाजीपुर, वाराणसी में हाई अर्लट जारी किया गया है.
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