सीधी: 5 रुपये को लेकर हुआ था विवाद: मृतक के परिजनों ने हत्या के मामले में पुलिस के रवैए को लेकर किया चक्काजाम

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सीधी: 5 रुपये को लेकर हुआ था विवाद: मृतक के परिजनों ने हत्या के मामले में पुलिस के रवैए को लेकर किया चक्काजाम



सीधी: 5 रुपये को लेकर हुआ था विवाद: मृतक के परिजनों ने हत्या के मामले में पुलिस के रवैए को लेकर  किया चक्काजाम,दो घंटों तक अस्पताल तिराहे में यातायात रहा बाधित


सीधी।
5 रुपए के गुटके को लेकर कुछ दिन पहले हुए विवाद में प्राणघातक हमले में घायल उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती पीड़ित की मौत के बाद आज मृतक के परिजनों ने इस मामले के आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर जिला चिकित्सालय के सामने उसका शव रखकर चक्काजाम आंदोलन शुरू कर दिया। 

क्या था मामला...?

दरअसल ये मामला मात्र पांच रूपये को लेकर रहा है। बीते 22 जनवरी को बहरी थाना अंतर्गत सरदा गांव के निवासी मुन्ना तिवारी ने 5 रुपए के लेनदेन को लेकर युवक राजबहादुर जायसवाल को कुल्हाड़ी से प्रहार कर आंख फोड़ दी। मुन्ना तिवारी की चाय समोसे की दुकान है जहां युवक ने मुन्ना तिवारी के दुकान से 5 रुपए का उधार लग रहा था, जब पिकअप लेकर जा रहे राजबहादुर ने दुकान के पास गाड़ी खड़ी किया तभी सरहंग मुन्ना तिवारी ने गाली गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर कुल्हाड़ी से प्रहार कर दिया था जिससे राजबहादुर की आँख फूट गई थी। राजबहादुर को जिला अस्पताल उपचार के लिए लाया गया था, जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार कर रीवा संजय गांधी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया था फिर रीवा से चित्रकूट के लिए रेफर किया गया था जहां डॉक्टरों ने आंख का ऑपरेशन भी किया था पर आपरेशन के बाद मृतक के आंख की रोशनी वापस नहीं हुई थी। घटना के बाद से लगातार मृतक की तबीयत खराब रहा करती थी  कल ज्यादा तबीयत खराब होने के कारण जिला अस्पताल लाया गया था। जहां देर रात उसकी मौत हो गई। मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने अस्पताल चौराहे के बीच रोड पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया।

पुलिस के खिलाफ लगे नारे...

करीब दो घण्टों तक चले आंदोलन के दौरान पुलिस के खिलाफ नारे लगाए गए। बहरी थाना प्रभारी के खिलाफ मृतक के परिजनों में काफी आक्रोश था। जिनकी वजह से आरोपियों पर कार्यवाही नहीं हो पा रही है। परिजनों की मांग थी कि आरोपियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए साथ ही बहरी थाना प्रभारी को तत्काल निलंबित किया जाये एवं पचास लाख रूपये की क्षतिपूर्ति परिजनों को दी जाए। 
परिजनों की मांग थी कि आरोपी के ऊपर 302 कायम कर आरोपी को गिरफ्तार किया जाए, पूर्व में बहरी पुलिस ने गंभीर चोट होने के बावजूद भी मामूली मारपीट की धाराएं लगाई थीं और आरोपी को भी गिरफ्तार करना उचित नहीं समझा था। जहां परिजनों ने आरोप लगाया है कि 22 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस आखिर गंभीर मामला पंजीबद्ध क्यों नहीं की ? सीने से ऊपर धारदार औजार टांगे से प्राणघातक हमला करने पर भी पुलिस 307 कायम करना उचित नहीं समझी ?

पूर्व मंत्री ने की मुलाकात:-

इसी दौरान पीएम उपरांत मृतक के परिजनों से पूर्व पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल ने मुलाकात कर उनका दर्द सुना तथा उन्हें इस मामले में निष्पक्ष न्याय दिलाने और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी के लिए प्रशासन से उचित कार्यवाही कराने का आश्वासन भी दिया।

देर शाम थाना प्रभारी को हटाया...

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक एसपी सीधी पंकज कुमावत ने रविवार की शाम जारी अपने एक बड़े ट्रांसफर आदेश में जिले के कई थाना प्रभारियों, टीआई रैंक के अधिकारियों, सब इंस्पेक्टर एवं आरक्षकों के स्थानांतरण आदेश जारी किए हैं जिसके तहत आज के आंदोलन प्रदर्शन में निशाना रहे बहरी थाना प्रभारी कपूर त्रिपाठी को भी बहरी से हटाकर चुरहट थाने में बतौर सब-इंस्पेक्टर पदस्थ कर दिया गया है।

समझाइश के बाद खत्म हुआ प्रदर्शन:-

इस मामले में समझाइस बतौर आए वरिष्ठ अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही कार्यवाही कर सभी की गिरफ्तारी की जाएगी। काफी समझाइस के बाद आखिरकार प्रदर्शन समाप्त हुआ। मौके पर एसडीएम गोपद बनास, एसडीओपी सहित काफी संख्या में पुलिस अमले मौजूद थे।

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