बस बनी मौत:नहर में डूबी बस के चश्मदीद ने बयां की घटना,पढ़िए 47 मृतकों और 4 लापता लोंगो के नाम और पता
*अनियंत्रित होकर नहर में गिरी बस: सुखीनंद*
सीधी।
सीधी से वाया बघवार हिनौती होकर सतना जा रही परिहार ट्रेवल्स की बस सरदा गांव के पास अनियंत्रित होकर नहर में गिर गई। उक्त पूरी घटना को अपनी आंखों से देखनें वाले सुखीनंद विश्वकर्मा निवासी सरदा ने स्टार समाचार से चर्चा करते हुए बताया कि सुबह लगभग 7:10 मिनट पर एक बस बघवार की ओर से बड़ी तेजी के साथ मेरे गांव सरदा की ओर चली जा रही थी। सरदा में बने स्पीड़ ब्रेकर में बस उछली और अनियंत्रित होकर नहर में गिर गई। उक्त घटना को देखकर मैने हो हल्ला कर गांव वोलों को इकट्ठा कर नहर के पास पहुंचा तो 7-8 यात्री पानी में बह रहे थे। जिसमें से 7 यात्रियों को बाहर निकाल लिया गया। एक यात्री पानी में ही डूब गया। पानी में डूब रहे यात्रियों को बचानें में सरदा गांव के ललऊ लोनी, रामपाल लोनी, लोल लोनी सहित 8-10 लोगों का सराहनीय प्रयास रहा। सुखीनंद विश्वकर्मा ने ही उक्त घटना की जानकारी पुलिस व स्थानीय प्रशासन को उपलब्ध कराई थी।
तत्काल घटना स्थल पर पहुंचे कलेक्टर व एसपी:-
सरदा गांव में नहर में बस डूब जाने की जैसे ही जानकारी कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी,एसपी पंकज कुमावत को मिली तो वह तत्काल घटना स्थल में पहुंच गए और पानी में गिरी बस को निकालने व यात्रियों को सकुशल बचाने के प्रयास में जुट गए। नहर में पानी ज्यादा होने के कारण बचाव कार्य में आ रही लगातार बाधा के चलते कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी के द्वारा सबसे पहले नहर का पानी बाण सागर देवलौंद से बंद कराने में पहल की और बस को निकालने के लिए हाईड्रा,क्रेन का इंतजाम कराया। उक्त घटना से कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक काफी द्रवित रहे और स्वयं सुबह साढे आठ बजे से देर रात तक उक्त घटना के शिकार हुए यात्रियों के शवों की पहचान कराने में जुटे रहे। जिला प्रशासन की सक्रियता व संवेदनशीलता के कारण शवों की शीघ्रता से पहचान हो सकी।
घटना स्थल पर पहुंचीं सांसद व चुरहट विधायक:-
सीधी-सतना जिले की सीमा के गांव सरदा में हुई ह्रदय विदारक बस दुर्घटना की खबर पाते ही सीधी सांसद रीती पाठक सुबह 8:30 बजे ही घटना स्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य में प्रशासन की मदद में जुट गई। घटना की जानकारी मिलते ही चुरहट विधायक शरदेंदु तिवारी घटना स्थल पर पहुंच गए और बचाव कार्य में अपनी सहभागिता निभाने लगे। सीधी सासंद जिले की पहली जनप्रतिनिधि रहीं जो कि सर्वप्रथम घटना स्थल पर पहुंचकर स्थिती का जायजा लेते दिखी। सीधी सांसद व चुरहट विधायक दिनभर बचाव कार्य से लेकर घटना में अपनी जान गंवाने वाले यात्रियों के शवों की शिनाख्त होने तक घटना स्थल से लेकर पोस्ट मार्टम स्थल तक उपस्थित रही।
तीनो जिले का प्रशासनिक अमला रहा मौजूद:-
सीधी-सतना एवं रीवा की सीमा से सटे गांव सरदा में यात्री बस नहर में डूबने की घटना को सुनकर तीनो जिलों का जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन बचाव दल लेकर घटना स्थल में पहुंच गया। कमिश्नर रीवा राकेश जैन,आईजी उमेश जोगा, डीआईजी अनिल सिंह कुशवाह, सीधी कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी, कलेक्टर सतना अजय कटेसरिया, कलेक्टर रीवा डॉ. इलैयाराजा टी, एसपी सीधी पंकज कुमवात, एसपी रीवा राकेश कुमार सिंह, एसपी सतना धर्मवीर सिंह सहित सतना, सीधी, रीवा के अधिकारी-कर्मचारी तैनात रहे। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद रीवा संभाग का पूरा प्रशासन बचाव कार्य में सहयोग करने के लिए घटना स्थल में पहुंच गया था।
बनारस की पहुंची एनडीआरएफ टीम:-
सुबह हुए भीषण बस दुर्घटना में रेस्क्यू करने के लिए बनारस की एनडीआरफ टीम भी रेस्क्यू करने पहुंची थी। बनारस की रेस्क्यू टीम विगत दिनो सीधी में ही रूकी हुई थी। लेकिन घटना के बाद मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम द्वारा बस में फंसे लोगों को बाहर निकाला है। साथ ही सीधी,रीवा व सतना जिले की एनडीआरएफ की टीम व गोताखोरों की भी सहायता ली गई थी। नहर में पानी गहरा व पानी तेज बहाव होने के कारण बस तक पहुंचने में काफी दिक्कतें हो रही थी किंतु जैसे ही पानी का बहाव कम हुआ तो रेस्क्यू टीम ने बस के ऊपर क्रेन की जंजीर फंसाई तो क्रेेन ने बस को ऊपर उठाया उसके बाद रेस्क्यू टीम ने बस का सीसा फोड़कर शवों को बस से निकालकर नहर के ऊपर शवों को पहुंचा रहे थे। जिन्हे एम्बूलेंश के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रामपुर नैकिन पोस्ट मार्टम के लिए ले जाया जा रहा था।
34 सीटर बस में सवार थे 55 यात्री:-
जलवानाथ परिहार ट्रैवल्स एमपी 19 पी 1882 कमलेश्वर सिंह निवासी सिजहटा सतना जो कि सीधी से सुबह 5:15 पर रवाना होकर सतना पहुंचती थी। उक्त बस की फिटनेस 2 मई 2021 तक थी और इसकी परमिट 12 मई 2025 तक 32 बई 2 सीटर परिवहन विभाग से पास थी। बताया गया है कि उक्त बस की सीधी से रवाना होते समय 38 टिकट सतना के लिए काटे जा चुके थे। उसके बाद उक्त बस में चुरहट, रामपुर नैकिन, बघवार से भी काफी लोग सवार हुए थे। घटना के वक्त बस में लगभग 55 यात्री सवार थे। जिसमें से समाचार लिखे जाने तक 47 यात्रियों की पानी में डूबने से मौत हो चुकी है और 7 यात्री जीवित बचाए जा सके हैं। शेष का अभी तक कुछ रता पता नहीं चला है। जिला प्रशासन अभी भी पानी में डूबे व बहे हुए यात्रियों के शवों की तलाश में जुटी हुई है। बस में यात्रा कर रहे जीवित बचे लोगों के अनुसार बस में लगभग 55 के आसपास यात्री सवार थे जिसमें से 15 से 20 यात्री बस में खड़े होकर सफर कर रहे थे। उक्त बस में कितने यात्री यात्रा कर रहे थे इसका अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि उक्त घटना के बाद बस की परमिट समाप्त कर दी गई है।
अल्ट्राटेक कंपनी का बचाव कार्य में रहा योगदान:-
सरदा गांव में नहर में यात्री बस डूबने की जानकारी मिलते ही पड़ोस में संचालित अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट मझिगवां के द्वारा तत्काल हाइड्रा एवं अन्य बचाव कार्य में लगने वाली सामग्रियों के साथ अपने बचाव दल को भेजकर जिला प्रशासन के साथ बचाव कार्य में सहभागिता निभाई। अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट मझिगवां के वरिष्ट अधिकारी कैप्टन मनविजय सिंह ने स्टार समाचार से चर्चा करते हुए कहा कि यह बहुत ही मार्मिक घटना थी। जिसको सुनकर हम सभी को काफी दुख हुआ। कंपनी की ओर से बचाव कार्य एवं बस में फंसे यात्रियों के शव निकालनें में जितना भी सहयोग हो सका करनें का प्रयास किया गया।
परीक्षा देने सतना जा रही थी बालिकाएं:-
महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता प्रवेश परीक्षा सतना में विगत 15 फरवरी से 17 फरवरी तक 9 बजे से 11 बजे व 2 बजे से 4 बजे दो पालियों में आयोजित की जा रही थी। उक्त परीक्षा देने के लिए छात्राएं सीधी से सतना जा रही बस में सतना जाने के लिए सीधी, चुरहट, रामपुर नैकिन, चोरगड़ी, बघवार आदि स्थानों से सवार हुई थी। छात्राओं के साथ उनके परिजन भी साथ थे। जीवित बचे सात यात्रियों में तीन छात्राएं एवं तीन उनके परिजन शामिल हैं। मृतकों में से अधिकांश छात्राएं एवं उनके परिजन बताए जा रहे हैं।
सीधी की दुर्घटना दुःखद: मुख्यमंत्री
मंत्री तुलसी सिलावट और राज्य मंत्री राम खेलावन पटेल ने दुर्घटना पीड़ितों के परिजन को दी सांत्वना
प्रत्येक मृतक के परिवार को केन्द्र सरकार की ओर से 2 लाख रूपये तथा राज्य सरकार की ओर से 5 लाख रूपये की सहायता राशि देने की घोषणा
जिला प्रशासन ने प्रत्येक मृतक की अंत्येष्टि के लिए 10-10 हजार रूपये की सहायता दी:-
सीधी जिले के सरदा पटना गांव में सीधी से सतना जा रही बस के अनियंत्रित होकर नहर में गिर जाने से भीषण सड़क दुर्घटना हुई। इस दुर्घटना में समाचार लिखे जाने तक 47 यात्रियों की दुःखद मौत हो गयी। ग्रामीणों तथा बचाव दल ने 7 व्यक्तियों को सुरक्षित निकाला। राहत एवं बचाव कार्य जारी है, मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी जिले में सरदा पटना गाँव के पास नहर में बस गिरने की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना मेरे लिए अत्यंत दुःखद है। मन बहुत व्यथित और दुःखी है। सात व्यक्तियों को रेस्क्यू कर बचा लिया गया है। राहत कार्य लगातार जारी है। शव नहर से निकाले जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दिवंगत आत्माओं को भाव पूर्ण श्रद्धांजलि दी और ईश्वर से उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान देने की प्रार्थना की है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रत्येक मृतक के परिवार को केन्द्र सरकार की ओर से दो लाख रूपये तथा राज्य सरकार की ओर से पाँच लाख रूपये की सहायता राशि प्रदान की जा रही है। दुःख की घड़ी में हम पीडितों के परिजनों के साथ हैं। पूरा प्रदेश उनके साथ खड़ा है। मेरी सबसे अपील है कि धैर्य रखें। मैं, राज्य सरकार और पूरी जनता आपके साथ है।
मुख्यमंत्री की ओर से जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट तथा ग्रामीण विकास एवं पिछड़ावर्ग अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री राम खेलावन पटेल रीवा हवाई पट्टी में उतर कर दोपहर 2.40 बजे दुर्घटना स्थल पहुंचे दोनों मंत्रियों ने दुर्घटना स्थल पर राहत और बचाव कार्य की समीक्षा की। इसके बाद मंत्री श्री सिलावट तथा राज्य मंत्री श्री पटेल ने दुर्घटना के शिकार व्यक्तियों के परिजनों से भेंटकर उन्हें सांत्वना दी तथा शोक व्यक्त किया।
मौके पर उपस्थित पत्रकारों से चर्चा करते हुए जल संसाधन मंत्री ने कहा कि घटना बहुत ही दुःखद तथा दुर्भाग्य पूर्ण है। दुर्घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिये गये हैं। दुर्घटना पीडितों को हर संभव सहायता दी जायेगी। दुःख की इस घड़ी में सरकार और प्रशासन पीडितों के साथ है। दुर्घटना में मृत व्यक्तियों के अंतिम संस्कार के लिए जिला प्रशासन सीधी की ओर से 10-10 हजार रूपये की सहायता राशि मृतकों के परिजनों को नगद दी गयी।
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