छुहिया घाटी के सड़क मार्ग के मरम्मतीकरण कराये जाने की मांग
सीधी।
असामयिक हादसों में तब्दील तथा आवागमन अवरुद्ध करने में अव्वल बनी धनुषाकार मोड़ों से आच्छादित छुहिया घाटी के सड़क मार्ग का मरम्मतीकरण तत्काल प्रभाव से शासकीय मद से कराये जाने की संयुक्त मांग राष्ट्र हित, उद्योग हित, श्रमिक हित के मानक मूल्यों पर आधारित भारतीय मजदूर संघ ने जनमानस के हितार्थ की है।तत्संबध की जारी विज्ञप्ति में भारतीय मजदूर संघ की जिला इकाई सीधी के कृषि ग्रामीण किसान मजदूर संघ के महामंत्री एवं अल्ट्राटेक सीमेंट कर्मचारी एवं खदान श्रमिक संघ मझिगवां के अध्यक्ष वीरभानु सिंह ने प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि प्रशासन तत्काल प्रभाव से ध्यान दे अन्यथा संघ जनमानस के हितार्थ जनांदोलन करने के लिए बाध्य होगा? ज्ञातव्य है कि सीधी जिले की पश्चिमी सीमा में स्थित कैमूर पहाड़ में नामित छुहिया घाटी की सड़क खण्डहर तथा खाईंनुमा गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं। सतना-रीवा-सीधी-शहडोल के सहित अन्य सभी गंतव्य स्थानों को जोड़ने वाली छुहिया घाटी से प्रतिदिन हजारों वाहनों का चलन हो रहा है। भारी वाहनों की आवाजाही से एक ओर जहां आए दिन जाम लगने लगा है वहीं दूसरी ओर गड्ढों में फंसकर वाहन अनियंत्रित होकर पलटने लगे हैं। असामयिक हादसों तथा मौतों का सिलसिला जारी है। काबिले गौर तथ्य यह है कि शासन तथा प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी एवं प्रजातांत्रिक ढांचे के जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों का जाना आना इसी घाटी से हो रहा है, इसके बावजूद व्यवस्थापिका तथा कार्यपालिका कुंभकर्णी निद्रा में लीन हैं। जो जनमानस के विपरीत है। सर्वविदित है कि बीते 7 जनवरी को अल्ट्राटेक सीधी सीमेंट प्लांट के जय ज्योति विद्यालय में पदस्थ रहीं पीएचडी की शिक्षिका प्रतिभा पाण्डेय एवं सरदार पटेल विद्यालय में पदस्थ रहे संगीत तथा कला संकाय के द्वय शिक्षक रज्जन मिश्रा व गिरिजेश त्रिपाठी इसी घाटी में असामयिक काल के गाल में समा गए। वहीं तीन अन्य शिक्षक जीवन मौत से जूझ रहे हैं। इसके पूर्व भी हुई मौतों को भुलाया नहीं जा सकता? खण्डहर सड़क मार्ग के चलते आए दिन आवागमन अवरुद्ध बना रहता है। अल्ट्राटेक सीधी सीमेंट प्लांट के प्रबंधन द्वारा भले ही लाखों रुपयों का व्यय सड़क मार्ग के मरम्मत के नाम पर किया जाकर एक दो दिन के लिए काम चलाऊ बनाया गया हो, लेकिन सड़क मार्ग भारी-भरकम वाहनों के चलने लायक की स्थिति में नहीं है। ऐसी दशा में कंपनी तथा शासन के संयुक्त मद सड़क मार्ग का मरम्मतीकरण कराया जाना अत्यावश्यक है।
उक्त के संबंध में जनकल्याण समिति मझिगवां बघवार के रूपेश सिंह, संतोष तिवारी, मनोज द्विवेदी, राममणि द्विवेदी, सुरेंद्र तिवारी, मुकेश तिवारी, रावेन्द्र शर्मा, शिववहादुर सिंह, अखण्ड प्रताप सिंह, अनिल पाण्डेय, अनिल सिंह, मृत्युंजय गौतम, शेषमणि तिवारी, संतोष मिश्रा, संजय सिंह, ददन पाण्डेय, लक्ष्मण शुक्ला, राजेश पाण्डेय, नागेन्द्र मिश्रा, देवराज मिश्रा, राजू पाण्डेय, सुरेश यादव, दया शंकर द्विवेदी, भगवानदीन यादव आदि के सहित ग्रामीणांचल के पटना, मझिगवां, पिपरांव, बुढ़गौना, भरतपुर, खारा, बघवार, चोरगड़ी, करियाझर, मलगांव, धौरहरा, हिनौती, अरगट, जुडमानी, खोड़री, छिरहाई, आदि ग्रामीणों ने तत्काल प्रभाव से सड़क निर्माण कराये जाने की मांग की है। वहीं भारतीय मजदूर संघ से सम्बध्द समस्त सभी संगठनों ने एक स्वर में प्रशासनिक कोताही बरतने के विरोध में जनांदोलन की चेतावनी दी है।
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