दस हजार रुपए कार्यकर्ता से रिश्वत लेते परियोजना अधिकारी मझौली को लोकायुक्त की टीम ने किया गिरफ्तार
मझौली।
जिले के जनपद पंचायत मझौली मैं महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी ललिता मिश्रा आपने ही कार्यकर्ता की शिकायत पर लोकायुक्त की शिकार हो गई। मझौली परियोजना के धनौली केंद्र क्रमांक 4 के कार्यकर्ता अरुणा साहू की शिकायत पर परियोजना अधिकारी को लोकायुक्त की टीम ने आज 11 जनवरी को लगभग 12 बजे ₹10000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है बता दें कि मझौली परियोजना अंतर्गत धनौली ग्राम के केंद्र क्रमांक 4 की कार्यकर्ता अरुणा साहू द्वारा 8 जनवरी को लोकायुक्त रीवा में शिकायत की गई थी कि परियोजना अधिकारी ललिता मिश्रा द्वारा हम लोगों जोकि एक ही परिवार के 3 सदस्य परियोजना में कार्यरत हैं डरा धमका कर महीने में 10 हजार की रिश्वत महीने में बाध रखी थी जिसे मांग रही थी ना देने पर कार्यवाही करने की धमकी दी जाती थी परियोजना अधिकारी के इस कृत्य से हम काफी परेशान हो चुकी थी जिसकी शिकायत लोकायुक्त कार्यालय रीवा में की कई ।जिसके तहत लोकायुक्त द्वारा टेप कराया गया सही पाए जाने पर 10 जनवरी को परियोजना कार्यालय में ही परियोजना अधिकारी को शिकायतकर्ता से दो-- दो हजार की पांच नोट जोकि लोकायुक्त द्वारा ईशू की गई थी रंगो हाथ पकड़ा गया है । लोकायुक्त की इस टीम में डीएसपी प्रवीण सिंह परिहार निरीक्षक डीएस मरावी तथा अन्य 16 सदस्य टीम शामिल रही। विदित हो कि इसके पूर्व वर्तमान में ही कार्यालय से लगे जनपद पंचायत मझौली में एक सचिव वर्ष 2020 के अंतिम दिन एक राष्ट्रीय सहायता के हितग्राही से रिश्वत लेते लोकायुक्त के हत्थे चढ़ा था फिर भी अधिकारियों पर किसी तरह का कोई प्रभाव पड़ता नहीं दिख रहा है 15 दिवस बीते नहीं की आज पुनः उसी स्थान महिला बाल विकास परियोजना कार्यालय में परियोजना अधिकारी ललिता मिश्रा भ्रष्टाचार की राशि की दस हजार रुपए की कमीशन वसूलते लोकायुक्त टीम के गिरिफ्त में आ गई अब देखना यह होगा कि लोकायुक्त टीम की इस कार्यवाही से कमीशन बटोरने वाले अधिकारी कर्मचारियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
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