मजदूरों का हुआ भौतिक सत्यापन
जबलपुर ।
शहर की साफ-सफाई के लिए 5 जनवरी को ठेकेदारों के श्रमिकों का भौतिक सत्यापन हुआ। शहर में पांच समूह बनाकर सफाई व्यवस्था दी गई है। इतनी तादात में एक साथ श्रमिकों को जुटाना आसान नहीं था इसलिए ज्यादातर ठेकेदारों ने संख्या बल बढ़ाने के लिए किराए के श्रमिक एकत्र किए। कई तो गली-मोहल्ले से पड़ोसियों को लेकर पहुंचे। कई ठेकेदार तो 18 साल से कम उम्र के बच्चों को श्रमिक बनाकर ले आए। अपरान्ह 12 बजे से अलग-अलग स्थलों पर नगर निगम के अधिकारियों द्वारा सत्यापन करने पहुंचे। सत्यापन का कार्य नगर निगम के सहायक आयुक्त, संभागीय अधिकारियों, संभागीय यंत्रियों, सहायक स्वास्थ्य अधिकारियों एवं संबंधित जोन के मुख्य स्वच्छता निरीक्षकों द्वारा किया गया। श्रमिकों को बारी-बारी बुलाकर उनसे परिचय और आधार कार्ड मांगा गया। हर किसी का वीडियो बनाया गया, जिससे इनका दोबारा सत्यापन किया जा सके। स्वास्थ्य अधिकारी भूपेंद्र सिंह ने बताया है कि भौतिक सत्यापन पंजाबी दशहरा मैदान, आयुर्वेदिक कॉलेज परिसर ग्वारीघाट, रानीताल स्टेडियम, रामलीला मैदान बाई का बगीचा, घमापुर, आरटीओ मैदान और कॉफी हाउस के पास अधारताल में हुआ। ठेकेदारों को 300 से 400 श्रमिक दिखाने थे। इसलिए कई ने उधार के श्रमिक लाकर खड़े किए। ऑटो, बस में भरकर श्रमिकों को एक जगह लाया गया। कई जगह भौतिक सत्यापन करने पहुंचे अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों की तरफ से सिफारिश आई। नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि ठेका लेने वाले ज्यादातर समूह सत्ता पक्ष के नेताओं के करीबी हैं। इसलिए वो कम श्रमिक होने के बावजूद गिनती पूरी होने का दबाव बना रहे थे।
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