नगर भ्रमण के साथ विराजमान हुए राम, लक्ष्मण, सीता व पवनसुत,मड़वास अंचल में खुशी का माहौल

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नगर भ्रमण के साथ विराजमान हुए राम, लक्ष्मण, सीता व पवनसुत,मड़वास अंचल में खुशी का माहौल




नगर भ्रमण के साथ विराजमान हुए राम, लक्ष्मण, सीता व पवनसुत,मड़वास अंचल में खुशी का माहौल


 मझौली।
 क्षेत्र के रामभक्त, प्रतिनिध,व लोगो के अथक प्रयास तथा धौहनी विधायक कुंवर सिंह टेकाम के पहल के बाद प्रशासक कलेक्टर रीवा के द्वारा कलेक्टर सीधी के निर्देशन पर सोन वर्षा राम मंदिर में काफी इंतजार के बाद पुनः राम, लक्ष्मण ,सीता एवं पवन पुत्र हनुमान जी की मूर्ति स्थापित कराई गई है जिसको लेकर राम भक्तों के साथ क्षेत्रवासियों में खुशी का माहौल है। बता दें कि मझौली जनपद पंचायत अंतर्गत मड़वास आंचल के सोनवर्षा मंदिर में राजतंत्र में स्थापित श्री राम भगवान की मूर्ति वर्ष 2009 में चोरी हो गई थी जिसको लेकर क्षेत्रवासियों में काफी निराशा एवं शासन प्रशासन के प्रति आक्रोश था जिसे लेकर राम भक्तों अमरनाथ तिवारी,शिवानंद मिश्रा ,प्रवीण उपाध्याय, सुदामा महाराज सहित क्षेत्र के प्रतिनिधि व लोग कई बार शासन प्रशासन को ज्ञापन एवं आवेदन पत्र के माध्यम से अपनी गुहार लगाई थी किंतु किसी भी हालत में मझौली क्षेत्र से चोरी हुई मूर्तियों का पता लगाने में जिम्मेदार विभाग नाकाम रहा जिसको लेकर क्षेत्र के लोगों में निराशा थी कई वर्षों के बाद विगत वर्ष प्रसिद्ध राम मंदिर मेन मार्केट मझौली में मझौली क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों एवं व्यापारी संघ द्वारा कई वर्षों से चोरी हुई राममूर्ति की खोज ना होने के बाद अमरकंटक से मूर्ति लाकर पिछले वर्ष नवीन मंदिर में स्थापित की गई जिससे कई वर्षों से राम मूर्ति की बगैर सूनी पड़ी मंदिर में राम नाम की ध्वनि गूंजने लगी तथा क्षेत्र में व्याप्त निराशा कुछ हद तक खुशी में बदल गई ।इस मंदिर में भी राजा रीवा के द्वारा अष्टधातु की बेशकीमती श्री राम भगवान की मूर्ति स्थापित कराई गई थी जो विगत 10 वर्षों पूर्व चोरी हो गई थी। वही सोन वर्षा मंदिर भी भगवान राम के बिना सूनी पड़ी थी जिसको लेकर मड़वास अंचल के राम भक्त क्षेत्रीय प्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिकों के अथक प्रयास के बाद विधायक धौहनी के पहल पर प्रशासक के द्वारा विगत दिवस 19 जनवरी दिन मंगलवार को सोनवर्षा मंदिर में राम लक्ष्मण सीता सहित पवनसुत की नवीन मूर्ति स्थापित कराई गई जिससे क्षेत्र के लोगों में कई वर्षों से व्याप्त मायूसी में खुशी की लहर दौड़ गई।


नगर भ्रमण के बाद स्थापित हुई मूर्ति:-- 


लंबे इंतजार के बाद दोपहर के समय में पहुंची मूर्तियों के स्वागत में बैंड बाजे के साथ खड़े क्षेत्रवासियों के आंतरिक खुशी छुपाई नहीं जा सकी तथा डीजे बैंड बाजे के साथ नगर भ्रमण कर नाचते गाते रहे तथा देर शाम मूर्तियों की स्थापना कई वर्षों से सूनी पड़ी मंदिर में की गई।


मंदिर के नाम है 150एकड़ जमीन------


 जानकारों की माने तो सोनवर्षा प्राचीन श्री राम मंदिर के नाम मझौली तथा कुसमी तहसील अंतर्गत सोनवर्षा अकला मड़वास अमहिया नदहा पोड़ी एंव बस्तुआ मिलाकर लगभग 150 एकड़ जमीन है जिसे इस मंदिर के रखरखाव वह विकास के लिए किसी राम भक्तों के हवाले किया गया है किंतु इसका सदुपयोग होते नहीं दिख रहा है।

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