सीधी:आजमगढ़ से आये कलाकारों का शानदार प्रदर्शन देख दर्शक हुए मंत्रमुग्ध

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सीधी:आजमगढ़ से आये कलाकारों का शानदार प्रदर्शन देख दर्शक हुए मंत्रमुग्ध



आजमगढ़ से आये कलाकारों का शानदार प्रदर्शन देख दर्शक हुए मंत्रमुग्ध


मुंशी प्रेमचंद की कहानी पर हुआ नाट्य मंचन

सीधी।
इन्द्रवती नाट्य समिति द्वारा आयोजित बैजनाथ सभागार सीधी में कल को  नाटक का सफल मंचन हुआ। अभिषेक पंडित द्वारा निर्देशित नाटक "बूढ़ी काकी" किसी गाँव में एक अति बुजुर्ग महिला रहती थी। पति और पुत्रों  के जीवित न रहने के कारण वह अपनी संपत्ति अपने भतीजे बुद्धिराम के नाम लिख देती है। संपत्ति मिलते ही बुद्धिराम और उसकी पत्नी रूपा  दोनों ही बूढ़ी काकी को तरह तरह से सताते थे। जैसे कि उसे भरपेट भोजन न देना। इसके अलावा रूपा के बच्चे एवं गांव के अन्य बच्चे भी उसे दुर्व्यवहार करते थे। इस कारण काकी बात बात पर रोने लगती थी। एक दिन बुद्धिराम के बड़े लड़के का तिलक चढ़ता है। पूरे गांव में उत्सव मनाया जाता है। गाजे बाजे वाले भी आते हैं। उस दिन पूरे गाँव के लोगों के भोजन का न्योता बुध्दिराम के घर पर होता है। इस खुशी के दिन भी बूढ़ी काकी को भोजन नहीं दिया जाता, बल्कि उसे मेहमानों के सामने रूपा और बुद्धिराम दोनों ही प्रताड़ित करते हैं। तब काकी भूख न सह पाने की स्थिति में आंगन में मेहमानों द्वारा खाई गयी जूठी पत्तलें चाट कर अपनी क्षुधा शांत करती है। जिसे रूपा देख लेती है। तब रूपा को अपनी गलती का अहसास होता है की जिस काकी की संपत्ति से वे लोग आजतक सुखी जीवन बिता रहे हैं, उन्होंने उसी वृद्ध को आज भी भरपेट भोजन नहीं दिया। वो तुरंत काकी से अपनी गलती की क्षमा मांग कर उसे स्वयं भोजन परोस कर खिलाती है।
नाटक में सभी कलाकारों ने अपना चरित्र बखूबी निभाया , नाटक देखते समय कुछ ऐसे भी पल आये की दर्शक अपने आँसुओ को रोकने में असमर्थ रहे। 
 मुंशी प्रेमचंद की इस कहानी पर खेले गए नाटक में संगीत- शशिकांत कुमार, तबला- अजय वर्मा, खजडी- अनादि अभिषेक 
प्रकाश परिकल्पना- रंजीत कुमार, मंच परिकल्पना- अंगद कश्यप, मंच व्यवस्था- रितेश रंजन, वस्त्र विन्न्यास- ममता पंडित की थी। जबकि नाटक के मंच पर कलाकार डी.डी. संजय,डॉ. अलका सिंह, ममता पंडित, रितेश रंजन, विवेक सिंह, सत्यम कुमार रहे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉक्टर बीना मिश्रा, विशिष्ट अतिथि - संभागीय पत्रकार संघ अध्यक्ष अखिलेश पाण्डेय, डॉक्टर शिव शंकर सरस, वरिष्ठ पत्रकार आदित्य सिंह आदि उपस्थित रहे। अन्त में इंद्रवती नाट्य समिति के संचालक नीरज कुंदेर ने नाट्य निर्देशक को बधाई देते हुए सभी का आभार प्रकट किया ।

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