कलेक्टर की पहल को लोगों ने की सराहना, जनहितैषी कामों में लापरवाही नहीं कर पाएंगे कर्मचारी

Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

कलेक्टर की पहल को लोगों ने की सराहना, जनहितैषी कामों में लापरवाही नहीं कर पाएंगे कर्मचारी



कलेक्टर की पहल को लोगों ने की सराहना, जनहितैषी कामों में लापरवाही नहीं कर पाएंगे कर्मचारी 

जबलपुर ।
 आम जनता से संबंधित कामकाज को लेकर हीलाहवाली की आदत कर्मचारियों पर भारी पड़ रही है। यह सब जिला प्रशासन द्वारा शुरू की गई केयर बाय कलेक्टर योजना के कारण संभव हुआ है। योजना के तहत जारी मोबाइल नंबर पर जब शिकायत पहुंचती है तो कर्मचारियों की लापरवाही सामने आ जाती है। पता चलता है कि जनता के जिस काम को एक दिन में किया जा सकता है। सरकारी विभाग के कर्मचारी उसी काम में कई दिन लगा देते हैं। हालांकि यह योजना जरूरतमंदों के लिए लाभदायक साबित हो रही है। एक दिन में जाति प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं। गांवों में एक दिन के भीतर विद्युत व्यवस्था सुधारी जा रही है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल एक दिन में मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने लगा है। खास बात यह है कि कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के निर्देश पर शुरू हुए केयर बाय कलेक्टर की ख्याति अब पड़ोसी जिलों तक पहुंच रही है। देवेन्द्रनगर जिला पन्ना निवासी सतेंद्र सिंह ने केयर बाय कलेक्टर योजना के तहत जारी मोबाइल नंबर 7587970500 पर संदेश भेजकर अपने जीजा सतना निवासी स्व. उदय प्रताप सिंह का मृत्यु प्रमाण-पत्र बनवाने में कलेक्टर से सहायता मांगी थी। संदेश में बताया कि उनके जीजा की विगत माह मेडिकल कॉलेज अस्पताल जबलपुर में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई थी। परतु स्वजन को अभी तक वहां से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया है। इसके लिए वे देवेन्द्र नगर से दो बार मेडिकल कॉलेज के चक्कर लगा चुके हैं। कलेक्टर ने शिकायत को गंभीरता से लेकर जिम्मेदार अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए। मेडिकल से एक दिन में मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया। केयर बाय कलेक्टर योजना के और कई बेहतर परिणाम सामने आ चुके हैं। एक अन्य मामले में भूखंड के नामांतरण कार्य में आवेदक को परेशान करने वाले कर्मचारी को फटकार लगाते हुए कलेक्टर ने उसे एक दिन में राहत पहुंचाई थी। दरअसल, विजयनगर निवासी बीएन शर्मा ने भूखंड के नामांतरण के लिए कलेक्टर कार्यालय में आवेदन किया था। जिम्मेदार कर्मचारी नामांतरण प्रक्रिया न कर उन्हें भटकाते रहे। उन्होंने केयर बाय कलेक्टर के मोबाइल नंबर पर शिकायत भेजी जिसके बाद एक दिन में नामांतरण आदेश जारी हो गया। केयर बाय कलेक्टर पर लोग अपनी परेशानी से हटकर भी जानकारी दे रहे हैं। वे सूचनाएं माफिया के लिए परेशानी का कारण बन रही हैं। दरअसल, लोग माफिया के खिलाफ भी जारी मोबाइल नंबर पर शिकायत भेज रहे हैं। प्रशासन द्वारा शिकायत की जांच कराई जाती है। इस बारे में रांझी जबलपुर निवासी समाजसेवी जगतमणि चतुर्वेदी का कहना है कि कलेक्टर की इस पहल से जन समस्याओं का प्रभावी समाधान होगा और सुशासन मजबूत होगा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ