किसान कानून के विरोध में उमड़ा किसानों का जन सैलाब,ट्रैक्टर पर सवार होकर अनशन स्थल पर पहुंचे अजय सिंह एवं कमलेश्वर पटेल

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किसान कानून के विरोध में उमड़ा किसानों का जन सैलाब,ट्रैक्टर पर सवार होकर अनशन स्थल पर पहुंचे अजय सिंह एवं कमलेश्वर पटेल



किसान कानून के विरोध में उमड़ा किसानों का जन सैलाब,ट्रैक्टर पर सवार होकर अनशन स्थल पर पहुंचे अजय सिंह एवं कमलेश्वर पटेल


कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित किसान महा आंदोलन में शामिल हुए हजारों कार्यकर्ता

 सीधी 
कृषि कानून के खिलाफ कांग्रेसियों ने आज हुंकार भरी, गांधी चौक स्थित पार्किंग जोन में विशाल महा आंदोलन के दौरान पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल एवं पूर्व मंत्री तथा सिहावल विधायक कमलेश्वर पटेल अलग-अलग ट्रैक्टरों को खुद चलाते हुए भारी संख्या में ट्रैक्टर रैली में शामिल ट्रैक्टर में सवार किसानों के साथ कार्यक्रम स्थल तक पहुंचे। इस दौरान दोनों नेताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ लाए गए काला कानून कृषि विधेयक पर जमकर प्रहार किया। इस दौरान दिल्ली में जारी किसान आंदोलन में अपनी जान गंवाने वाले किसानों की तस्वीरों पर पुष्प अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।


कृषि कानून लाकर भाजपा किसानों के साथ कर रही अन्याय : राहुल:-

विशाल किसान सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने कहा कि आखिर कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन करने की नौबत क्यों आई ? उन्होने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी के राजनीति में जो भी करते हैं उसमें प्रमुख सोच मुख्य संस्था आरएसएस एजेंडा की रहती है। ऐसी संस्था की सोच है कि देश में 95 प्रतिशत लोग गरीब बने रहे। उन्होने कहा कि नेहरू जी ने देश को आत्म निर्भर बनाने के लिए कई योजनाएं लागू की। सिंचाई का साधन सहित सुई से लेकर हर निर्माण कार्य की सोच जवाहरलाल नेहरू की थी। देश भर में जितने भी बांध बने हैं उसका शिलान्यास कांग्रेस नेताओं ने किया है। जिन्होने गांधी को मरवाया आज उनकी विचारधारा पर चलने की बात कह रहे हैं। 
पूर्व नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि जिन लोगों ने मिलकर षड्यंत्रपूर्वक किसान विरोधी काले कानून का ब्ल्यू प्रिंट बनाया था अब वे ही सुप्रीम कोर्ट द्वारा समीक्षा के लिए बनाई गई विशेषज्ञ समिति के सदस्य बना दिये गए हैं| ऐसे में उनसे क्या उम्मीद की जा सकती है? इसलिए किसानों ने कहा है कि अब सरकार के साथ- साथ न्याय पालिका से भी उनका भरोसा उठ गया है| वे सभी इस नकली समिति के सामने अपनी बात नहीं रखेंगे| सुप्रीम कोर्ट पर दबाव बना कर यह समिति बनाई गई है| अजय सिंह ने कहा कि पूरे देश के लिए आज का समय बहुत संवेदनशील है| विशेषज्ञ समिति के सदस्य काले क़ानूनों के पक्षधर हैं| एक सदस्य तो बड़े अखबार में कानून के पक्ष में संपादकीय भी लिख चुके हैं| उनकी रिपोर्ट वही होगी जो रंगा-बिल्ला चाहेंगे| 
श्री राहुल ने कहा कि केन्द्र में पूर्ण बहुमत से भाजपा की सरकार आई उसके बाद बड़े उद्योग बंद कर दिये गये, नोटबंदी से सारा देश परेशान है। देश बचाने की बात करने वाली मोदी सरकार ने नहीं सोचा कि इस देश में 70 प्रतिशत किसान रहते हैं जो तीन काले कानून बिल से बेरोजगार हो जाएंगे। 
श्री राहुल ने कहा कि बड़े उद्योग को गिरवी रखकर सरकार रोजगार छीन रही है। यहां तक की देश को बेंचने के फिराक में मोदी सरकार है। उन्होने कोरोना के दौरान भी केन्द्र पर हमला बोलते हुए कहा कि फरवरी 20 में कोरोना आया उस दौरान ट्रम्प के आने के कारण इस पर विराम नहीं लगाया गया। इसके बाद भी प्रदेश में सरकार गिराने के लिए और समय दिया गया। इसके बाद जैसे ही मुख्यमंत्री शिवराज फिर से शपथ लिए दूसरे दिन लाकडाउन लगाया गया। मोदी को देश की चिंता नहीं है। उद्योग समाप्त हो रहे हैं, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है, जो रोजगार दाऊ साहब एवं मंत्री ने दिये उसके अलावा सीधी जिले में भी एक व्यक्ति को रोजगार नहीं मिला है। 
अजय सिंह राहुल ने कहा कि चुनाव अब वोट के आधार पर नहीं जियो टावर के आधार पर हो गया है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी नेताओं ने कहा था कि 300 पार वो कहीं न कहीं ईव्हीएम मशीन में गड़बड़ी पर उनका भरोसा था। हम दावे के साथ कहते हैं कि फिर से वैलेट पेपर पर थप्पा लगना शुरू हो जाए तो भाजपा को कभी सफलता अर्जित नहीं होगी। अमित शाह का नाम लिए बिना राहुल ने कहा कि पश्चिम बंगाल में मोटकऊ नेता गए थे वहां भी उन्होने कह दिए हैं कि इस बार 200 पार, लेकिन ममता बनर्जी की काबिलियत उन्हे नहीं मालुम है। सुप्रीम कोर्ट पर दवाब बनाकर बीजेपी फैसला कराती है, अब एकजुट होकर संघर्ष की लड़ाई लडऩे की जरूरत है।

 

किसानों को गिरवी रखना चाहती है केन्द्र की मोदी सरकार : कमलेश्वर

इस मौके पर पूर्व मंत्री एवं सिहावल विधायक कमलेश्वर पटेल ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार किसानों को गिरवी रखना चाहती है। जिस वजह से तीन काला कानून बिल पास कर दिया है। यह कोई सामान्य आंदोलन नहीं है। आज दो महीने बीतने जा रहा है, किसान अपनी मांग को लेकर डटे हुए हैं इसे समझने की जरूरत है। उन्होने कहा कि कांग्रेस ने देश को आजादी दिलाने से लेकर गोली खाने तक का काम किया है। देश को आजादी दिलाने के लिए कइयो ने कुर्वानी दी। यहां तक की जवाहर लाल नेहरू ने 8 साल तक जेल में गुजारे लेकिन भाजपा को इतना घमंड हो गया है कि पहले उद्योग बेचे अब किसान को भी बेचना चाह रहे हैं। काला कानून बिल से पूरी अर्थव्यवस्था चौपट हो जाएगी। इस बिल को जब तक वापस नहीं लेंगे तब तक आंदोलन जारी रहेगा। 
 उन्होने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार वादा तो कुछ करती है लेकिन बाद में मुकर जाती है जबकि कांग्रेस के प्रदेश सरकार बनी थी तो कमलनाथ ने जो वादा किये थे वह पूरा किये हैं। कम समय में ही कई योजनाओं एवं कई वादो को उनके द्वारा पूरा किया गया। 


खुद ट्रैक्टर चलाकर आंदोलन स्थल पर पहुंचे थे नेताद्वय


किसानों के समर्थन में कृषि कानून के खिलाफ कांग्रेस के आंदोलन को लेकर खुद ट्रैक्टर चलाते हुए पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल पहले पहुंचे वहीं आधे घण्टे बाद पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल भी ट्रैक्टर चलाते कार्यक्रम में पहुंचे। इन दोनों बड़े नेताओं के साथ किसानों का अपने ट्रैक्टर के साथ लंबा काफिला भी रैली के रूप में पहुंचा था। ट्रैक्टर में सवार होकर खुद ट्रैक्टर चलाते द्वय नेताओं को देखकर एक अलग ही संदेश किसानों के प्रति देखने को मिला है। किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर में सवार एवं चलाने से युवाओं एवं कांग्रेसियों में नेताओं के प्रति काफी उत्साह भी बना रहा। 


आनंद मंगल के नेतृत्व में सौपा गया हल:-

इस दौरान कांग्रेस के युवा नेता आनंद मंगल सिंह चौहान के नेतृत्व में अतिथियों को हल सौंपा गया। लकड़ी से बना हल उनकी टीम के सदस्यों के साथ अजय सिंह राहुल एवं कमलेश्वर पटेल को मंच पर सौंपा गया। उनकी टीम में कई लोग खुद हाथ में हल लेकर पहुंचे थे। 

किसानों एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं में दिखा उत्साह:-

किसान आंदोलन में सबसे ज्यादा किसान व कांग्रेस कार्यकर्ता चुरहट व सिहावल विधानसभा क्षेत्र के देखे गए। विगत कई वर्षों उपरांत कांग्रेस पार्टी के सभी नेता एक साथ मंच में दिखाई दिए। जिसको लेकर कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह देखने को मिला। कांग्रेस के स्थानीय नेता व कार्यकर्ता सिर्फ यही बात कह रहे थे कि यदि इसी तरीके से कांग्रेस के सभी नेता एक साथ होकर आवाज बुलंद करें तो सीधी जिले में कांग्रेस पुन: जीवित हो सकती है। जिस तरीके से कांग्रेस के सभी नेताओं के किसान आंदोलन के बहाने एक साथ आने पर जहां एक ओर कांग्रेस पार्टी की ताकत आम जनता को दिखी वहीं कार्यकर्ताओं में भी इसको लेकर काफी उत्साह रहा है।


घंटों थमा सा रहा शहर:-

किसान आंदोलन में भारी संख्या में शामिल होने आए किसानों के कारण पूरा शहर थम सा गया था। शहर के चारों तरफ किसान ही किसान नजर आ रहे थे। शहर के सभी गली चौराहों में जाम की स्थिति निर्मित हो गई थी। लंबे अरसे के बाद इस तरह के आंदोलन में भारी संख्या में लोग दिखाई दिए। शहर के स्थानीय छत्रसाल स्टेडियम में ट्रैक्टर की पार्किंग बनाई गई थी जहां सैकड़ों की संख्या में खडे ट्रैक्टर का नजारा देखते ही बन रहा था।


इन नेताओं ने भी किया संबोधित:-

कार्यक्रम में स्वागत भाषण रूद्र प्रताप सिंह बाबा जिला कांग्रेस के अध्यक्ष द्वारा दिया गया वहीं वरिष्ट कांग्रेस नेता राजेन्द्र सिंह भदौरिया ने जिले के सभी ब्लॉक अध्यक्षों के साथ किसान कानून के विरोध में जिले के किसानों द्वारा हस्ताक्षरित पत्र अजय सिंह एवं कमलेश्वर पटेल को सौंपा।सभा के दौरान पूर्व मंत्री कमलेश्वर द्विवेदी, आनंद बहादुर सिंह, देवेन्द्र सिंह मुन्नू, अरविन्द तिवारी, सरदार अजीत सिंह, विनायक पटेल, धौहनी के पूर्व प्रत्याशी तिलकराज सिंह, प्रदीप सिंह दीपू, रमा मिश्रा, विनोद मिश्रा, रोहित मिश्रा, राजेन्द्र सिंह भदौरिया आदि ने अपना विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन विष्णु बहादुर सिंह बाघेल द्वारा किया गया।

महामहिम राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन:-

जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से आयोजित किसान महा आंदोलन के दौरान पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल, पूर्व मंत्री एवं सिहावल विधायक कमलेश्वर पटेल, पूर्व मंत्री कमलेश्वर द्विवेदी, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रूद्रप्रताप सिंह बाबा द्वारा महामहिम राष्ट्रपति के नाम मोदी सरकार के कृषि से संबंधित तीन काले कानूनों को निरस्त करनें ज्ञापन सौंपा गया।

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