आकाशवाणी शहडोल से स्थानीय प्रसारण तत्काल शुरू कराने कैजुअल स्टाफ ने बुलंद की आवाज

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आकाशवाणी शहडोल से स्थानीय प्रसारण तत्काल शुरू कराने कैजुअल स्टाफ ने बुलंद की आवाज



आकाशवाणी शहडोल से  स्थानीय प्रसारण तत्काल शुरू कराने कैजुअल स्टाफ ने बुलंद की आवाज 

शहडोल। 
आकाशवाणी शहडोल के कैजुअल स्टाफ ने प्रसार भारती द्वारा कही गई इस बात को भ्रामक कहा है जिसमें कहा जा रहा है कि आकाशवाणी केंद्र को बंद नहीं किया जा रहा है। इनका कहना है कि आकाशवाणी शहडोल से दो साल ( 8 जनवरी सन 2019 ) से स्थानीय प्रसारण बंद है। इस संबंध में संभागीय मुख्यालय के महात्मा गांधी स्टेडियम में रविवार को एक बैठक आयोजित कर आकाशवाणी शहडोल के कैजुअल स्टाफ ने इस भ्रामक जानकारी को सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर, प्रसार भारती मुख्यालय, सांसद हिमाद्री सिंह और आकाशवाणी शहडोल प्रबंधन को अवगत कराने का निर्णय लिया है। आकाशवाणी के कैजुअल स्टाफ ने बताया है कि प्रसार भारती द्वारा देश के किसी भी आकाशवाणी केंद्र को बंद नहीं किए जाने के साथ ही एआईआर के नेटवर्क को आगे बढाने की कार्य योजना बनाई गई है, लेकिन आकाशवाणी शहडोल में इसका विपरीत असर देखने को मिल रहा है। कैजुअल स्टाफ ने सूचना प्रसारण मंत्री व प्रसार भारती से मांग की है कि आकाशवाणी शहडोल से स्थानीय प्रसारण को तत्काल शुरू कर भ्रामक जानकारी का प्रसारण बंद किया जाए। बैठक में रमेश त्रिपाठी, शैलेश नंदन श्रीवास्तव, बृजेश चंद्र सिरमौर, अजय सिंह, प्रवीण नामदेव, विनय मिश्रा, शैली गौर, इश्तियाक खान, मुकेश सिंह और रवि सहित अन्य कई लोग मौजूद रहे। शहडोल संसदीय क्षेत्र के सांसद हिमाद्री सिंह ने पिछले 5 जनवरी को आकाशवाणी शहडोल के केंद्र अध्यक्ष आरके विश्नोई को पत्र लिखकर स्थानीय प्रसारण के संबंध में केंद्र से प्रेषित पत्रों की जानकारी मंगवाई है। पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि आकाशवाणी शहडोल से बंद स्थानीय प्रसारण को निर्बाध रूप से तत्काल चालू करवाना है। इसके लिए आकाशवाणी केंद्र से स्थानीय प्रसारण रोक कर अनु प्रसारित किए जाने संबंधी पूर्ववर्ती पत्राचार, तत्संबंधी आदेश सहित अन्य कई पत्राचार ओके जानकारी मंगाई है। पिछले दिनों प्रसार भारती ने देश के विभिन्न मीडिया केन्द्रों की, आकाशवाणी के कई केन्द्र बंद होने के संबंध में जारी भ्रामक खबरों पर गंभीर रुख अख्तियार करते हुए स्पष्ट किया है कि इस तरह की रिपोर्ट बेबुनियाद और तथ्यात्मक दृष्टि से गलत हैं। प्रसार भारती ने बताया कि किसी भी राज्य अथवा केन्द्र शासित प्रदेश में कहीं भी आकाशवाणी के किसी भी केन्द्र का स्तर न तो कम किया जा रहा है और न ही बदला जा रहा है। साथ ही बताया कि आकाशवाणी के सभी केन्द्र स्थानीय प्रतिभाओं को सामने लाने के आकाशवाणी के अभियान को आगे बढ;ाते हुए भाषाई, सामाजिक-सांस्कृतिक और आबादी की विविधता का ध्यान रखते हुए स्थानीय कार्यक्रमों का निर्माण जारी रखेंगे। प्रसार भारती ने घोषणा की कि वह आकाशवाणी, ऑल इंडिया रेडियो और एआईआर नेटवर्क को अधिक मजबूत बनाने की अपनी योजना पर काम करते हुए 2021-22 में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को आगे बढ़ाएगी और देश भर में 100 से ज्यादा नए एफएम रेडियो ट्रांसमीटर स्थापित कर अपने नेटवर्क का विस्तार करेगी। एआईआर नेटवर्क विश्व का सबसे बड;ा लोक सेवा प्रसारक नेटवर्क है। जिसके देश भर में कई सौ केन्द्र और सैकडों रेडियो ट्रांसमीटर्स हैं।

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