वर्ल्डफ्लू मामले में हाई अलर्ट:जिले भर में लगातार कौओं की मौत से दहशत, मड़वास में भी 3 मरे कौए मिले

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वर्ल्डफ्लू मामले में हाई अलर्ट:जिले भर में लगातार कौओं की मौत से दहशत, मड़वास में भी 3 मरे कौए मिले



वर्ल्डफ्लू मामले में हाई अलर्ट:जिले भर में लगातार कौओं की मौत से दहशत, मड़वास में भी 3 मरे कौए मिले



 सीधी।

सीधी में एक दर्जन से ज्यादा कौओं की मौत के बाद पशु विभाग में हड़कंप मच गया है। मृत कौओं के सैंपल मेडिकल परीक्षा हेतु भोपाल भेज दिए गए हैं। जिले के अधिकारियों ने सभी जगह अलर्ट रहने तथा कौओं की मौत को लेकर तुरंत जानकारी देने के लिए कहा गया है। 


मड़वास स्कूल में मिले 3 मरे हुए कौए


बीते कल शनिवार को मड़वास के हायर सेकंडरी स्कूल में तीन कौवे की मौत का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने बताया गया कि हायर सेकंडरी स्कूल मड़वास में 2 कौए मृत पड़े हुए हैं और एक कौआ शिक्षक धीरज नामदेव के घर में मृतक पड़ा हुआ है। कोरोना वायरस जैसे महामारी का प्रकोप पूरी दुनिया में देखा गया अब नई महामारी इस समय वर्ल्ड फ्लू का भी खतरा मंडरा रहा है। जिसको गंभीरता को देखते हुए नायब तहसीलदार रोहित सिंह परिहार को मृत पड़े हुए कौओं की जानकारी दी गई। जानकारी मिलने के पश्चात गंभीरता से लेते हुए नायब तहसीलदार रोहित सिंह ने उप पशु चिकित्सालय मड़वास में पदस्थ व्हीएएस ए.पी. नामदेव को जानकारी दी व पशु चिकित्सालय मझौली व्हीईओ जानकी प्रसाद पांडे को जानकारी दी, जहां डॉक्टरों की टीम ने मृत पड़े हुए तीनों कौओं को एक जगह गड्ढा खुदवाकर नमक व चूना डालकर दफना दिया गया है। 
पूर्व में दो दिन पहले सीधी जिले में विष्णु टोला में पाए गए मृत कौओं को वर्ल्ड फ्लू सैंपल के लिए भोपाल लैब भेज दिया गया है। जिसकी तीन दिन में रिपोर्ट आनी है। रिपोर्ट आने के पश्चात ही वर्ल्ड फ्लू की जानकारी स्पष्ट हो पाएगी।

कलेक्टर ने कहा...

कलेक्टर रवींद्र चौधरी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि एक सप्ताह में रिपोर्ट आने की संभावना है, लेकिन कौओं की मौत के कारण कई हो सकते हैं। पोल्ट्री और प्रवासी पक्षियों की विशेष निगरानी के लिए जिलों में पदस्थ पशुपालन विभाग के अधिकारियों से कहा गया है। कौओं की मृत्यु की सूचना प्राप्त होते ही स्थानीय प्रशासन और अन्य विभागों के समन्वय से तत्काल नियंत्रण की कार्रवाई कर रिपोर्ट भोपाल भेजी जाएगी। संबंधित स्थल का भ्रमण कर आसपास के क्षेत्रों में भी नियंत्रण के उपाय करने के लिए कहा गया है। पोल्ट्री एवं पोल्ट्री उत्पाद बाजार, जलाशयों और प्रवासी पक्षियों पर विशेष निगरानी की जा रही है। जिले में अमले को स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीपीई किट, एंटी वायरल ड्रग, संक्रमित सामग्री और आहार का डिस्पोजल और डिसइन्फेक्शन सुनिश्चित करने के लिए कहा है।
पक्षियों की आँख, गर्दन और सिर के आसपास सूजन है। आंखों से रिसाव हो रहा है। कलगी और टांगों में नीलापन आ रहा है। अचानक कमजोरी, पंख गिरना, पक्षियों की फुर्ती, आहार और अंडे देने में कमी दिखाई देने के साथ असामान्य मृत्यु दर बढ़े, तो सतर्क हो जाए। पक्षियों की मृत्यु की सूचना तत्काल स्थानीय पशु चिकित्सा संस्था या पशु चिकित्सा अधिकारी को दें।

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