धोखाधड़ी के शिकार 18 श्रमिको को सकुशल वापस लाया गया कटनी
भोपाल।
शासन एवं प्रशासन के समन्वय से कनार्टक प्रदेश के विजयापुर जिले अन्तर्गत चरचम तहसील ग्राम हंथेड़ी से 18 श्रमिकों को गुरुवार को सकुशल कटनी लाया गया है। इन श्रमिकों को धोखाधड़ी से ठेकेदार द्वारा मजदूरी के लिये कनार्टक प्रदेश के लिये ले जाया गया था। इस संबंध में ग्राम भेंड़ा के ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर प्रियंक मिश्रा को गतदिनों शिकायत की गई थी। जिसमें भेंड़ा ग्राम के श्रमिक मजदूरों को मजदूरी के लिये महाराष्ट्र ले जा कर बंधक बनाकर जबरन मजदूरी कराने की बात ग्रामीण द्वारा बताई गई थी। जिसे गंभीरता से लेते हुये कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने श्रम एसडीओपी पी.के. सारस्वत, अधिकारी सूर्यकांत सरवैया एवं थाना प्रभारी स्लीमनाबाद अजय बहादुर सिंह को संयुक्त रुप से जांच कर अग्रिम कार्यवाही के लिये निर्देशित किया।
प्रकरण की जांच में श्रमिकों का विवरण प्राप्त कर व्यक्तिगत रुप से उनसे जांच दल द्वारा चर्चा की गई। जिसमें स्पष्ट हुआ कि इन श्रमिकों के साथ स्थानीय व्यक्तियों द्वारा धोखाधड़ी करते हुये कम राशि देकर कार्य के लिये कर्नाटक प्रदेश के ग्राम हंथेड़ी तहसील चरचम जिला विजयापुर ले जाया गया है। जहां पर उनकी मजदूरी की पूरी राशि दलालों द्वारा ले ली गई और उन्हें कम पैसे दिये जा रहे थे।
एसडीओपी श्री सारस्वत, थाना प्रभारी स्लीमनाबाद श्री सिंह तथा श्रम अधिकारी श्री सरवैया द्वारा शिकायत की पुष्टि हो जाने के बाद प्रशासनिक स्तर पर कर्नाटक प्रशासन से संपर्क किया गया। इसके साथ ही व्यक्तिगत संपर्क भी श्रमिकों को छुड़ाने स्थापित किये गये। जिसमें आईएएस अधिकारी एसडीएम बहोरीबंद रोहित सिसोनिया ने कर्नाटक के स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी आईएएस स्नेहल लोखंडे एवं राहुल थिंडे से संपर्क किया। जिसके बाद इन दोनों ही प्रशासनिक अधिकारियों की मदद से इन 18 श्रमिकों को मुक्त कराया गया। छुड़ाये गये श्रमिकों के लिये स्थानीय व्यवस्थायें पंचायत भवन में अधिकारियों के सहयोग से कराई गईं और औपचारिक कार्यवाहियां पूर्ण करते हुये बस से माध्यम से सभी श्रमिकों को नागपुर भेजा गया।
क्षेत्रीय विधायक प्रणय प्रभात पाण्डे के सहयोग से नागपुर से श्रमिकों को उनके गृह ग्राम भेंड़ा लाया गया। सभी 18 श्रमिक गुरुवार को बहोरीबंद अनुभाग अन्तर्गत स्लीमनाबाद तहसील के ग्राम भेंड़ा सकुशल पहुंच चुके हैं।
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