सोशल मीडिया में अनजान व्यक्तियों से छात्र-छात्राएं ना करे दोस्ती , इन बातों का रखें ध्यान
साइबर हाइजीन और साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें - मंत्री श्री परमार
साइबर सुरक्षा जागरूकता पर आधारित एक दिवसीय वेबिनार सम्पन्न
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री Inder Singh Parmar ने साइबर सुरक्षा जागरूकता पर आधारित एक दिवसीय वेबिनार का ऑनलाइन शुभारंभ किया। श्री परमार ने ऑनलाइन वेबिनार से जुड़े सभी स्कूली छात्रों, अभिभावकों को साइबर हाइजीन के उपाय अपनाने और साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक रहने की अपील की।
श्री परमार ने कहा कि दुनिया में मोबाइल और इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ी है। ग्रामीण अंचलों में भी आज इंटरनेट का उपयोग किया जा रहा है। उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ने के साथ-साथ साइबर क्राइम से जुड़े अपराधों में भी वृद्धि हुई है। डिजिटल माध्यम से पैसे के लेनदेन में धोखाधड़ी, ब्लैकमेलिंग, आई डी हैकिंग, डाटा लीक और दुष्प्रचार जैसे अपराधों में वृद्धि हुई है। इन अपराधियों का आसान शिकार हमारे विद्यार्थी होते हैं। इन अपराधों का उन पर मनोवैज्ञानिक रूप से बुरा असर पड़ता है। विद्यार्थियों को साइबर सिक्योरिटी के प्रति सचेत और प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। स्कूल शिक्षा विभाग का यह प्रयास प्रशंसनीय है कि उन्होंने इस प्रासंगिक और महत्वपूर्ण विषय पर इस वेबिनार का आयोजन किया।
वेबिनार के दौरान साइबर एक्सपर्ट श्री Rakshit Tandon ने साइबर सुरक्षा नीति-2013 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम-2000 के प्रावधानों को सरल और आसान भाषा में समझाया। उन्होंने बताया कि सूचना क्रांति के आज के युग में मोबाइल और इंटरनेट हमारे जीवन का हिस्सा बन चुके हैं। चाहे किसी वस्तु को खरीदने के लिए ऑनलाइन ऑर्डर करना हो या फिर डिजिटल पेमेंट के माध्यम से भुगतान करना हो, हमें इंटरनेट की आवश्यकता होती है। जिस तरह हमारे जीवन में इंटरनेट का उपयोग बढ़ा है उसी के साथ-साथ डिजीटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर होने वाले अपराधों में भी वृद्धि हुई है। साइबर अपराध जैसे रैनसमवेयर, डाटा ब्रीच, मोबाइल हैकिंग, क्लाउड हैकिंग, साइबर बुलिंग, स्टॉकिंग, साइबर हरासमेंट, ऑनलाइन फ्रॉड, केवाईसी स्कैम आदि से बचने के लिए आवश्यक है कि हम डिजिटल प्लेटफार्म और सोशल मीडिया पर साइबर हाइजीन और सुरक्षा नियमों का पालन करें।
साइबर सुरक्षा के मानक नियमों का पालन करें। नकली वेबसाइट से बचें, अनआथराइज्ड वेबसाइट पर रजिस्टर ना करें, गूगल अकाउंट पर टू स्टेप वेरीफिकेशन और ओटीपी ऑथेंटिकेशन ऑन करें, ब्लू टिक वाले सोशल मीडिया अकाउंट वेरिफाइड अकाउंट को फॉलो करे । व्हाट्सएप का उपयोग करते समय प्राइवेसी की सेटिंग ऑन रखें। सर्फिंग करते समय वेबसाइट पर पेडलॉक को देखें और उसकी स्पेलिंग चेक करें। अपना एटीएम कार्ड किसी को नहीं दें। एटीएम पर हाथ से ढंक कर अपना पिन नंबर डालें। एटीएम की स्लिप पर्ची वहीं डस्टबिन में ना डालें।
साइबर अपराध से बचने के साथ-साथ स्वयं भी अपराधों के प्रति जागरूक रहें। सोशल मीडिया या डिजिटल प्लेटफॉर्म पर किसी की व्यक्तिगत फोटो ना शेयर करें। वार्तालाप करते समय अमर्यादित भाषा और गलत शब्दों का प्रयोग ना करें। किसी की फेक आईडी ना बनाएँ। स्वयं भी जागरूक रहें और दूसरों को भी जागरूक करें। साइबर क्राइम का शिकार होने पर इसकी शिकायत ऑनलाइन www.cybercrime.gov.in पर करें
इस वेबिनार में प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि अरुण शमी, आयुक्त राज्य शिक्षा केंद्र श्री लोकेश कुमार जाटव, आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती जयश्री कियावत एवं संचालक लोक शिक्षण श्री के.के. द्विवेदी भी उपस्थित थे।
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