खाद्य अधिकारी दिखा रहे विक्रेता पर मेहरबानी,आडियो वायरल करने वालों को दी जा रही धमकी
सीधी।
जिला आपूर्ति अधिकारी द्वारा एक मामले में विक्रेता पर मेहरबानी दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। यहां तक की बंद कमरे में कोटेदार के साथ मीटिंग लेने का एक अलग मामला प्रकाश में आया है। इन सब मामलों को लेकर अब तक जो आडियो विक्रेता की आवाज से वायरल हुआ उस पर कार्यवाही करने की वजाय शपथ पत्र के माध्यम से यह दिखाना चाहा जा रहा है कि हमने यह तो मजाक में बोला है। कहीं न कहीं इसमे खाद्य अधिकारी की भूमिका भी समझ से परे है।
दरअसल बहरी तहसील अंतर्गत शासकीय उचित मूल्य की दुकान सिहौलिया के विक्रेता प्रकाश जायसवाल द्वारा एक आडियो वायरल हुआ था। जिसमें कोटेदार द्वारा कहा गया था कि खाद्य अधिकारी के निर्देश पर मेरे द्वारा जिले के आला अफसर के बगले में राशन की समस्त सामग्री पहुंचाई जाती है। आडियो वायरल होने के बाद कार्यवाही करने की बात कहने वाले खाद्य आपूर्ति अधिकारी आशुतोष तिवारी अब मुकरते दिख रहे हैं। जांच के नाम पर जब वो वहां गये तो बंद कमरे में उनके द्वारा जांच करायी गई। जाहिर है कि कहीं न कहीं उनकी भी सेटिंग बन गई होगी जिस वजह से शपथ पत्र के माध्यम से विक्रेता ने यह हवाला दे दिया कि मेरे द्वारा कोई राशन सामग्री आला अफसर को नहीं पहुंचाई जाती है। इसके साथ ही विक्रेता ने यह भी हवाला दिया कि हमने हंसी मजाक में यह टिप्पणी की थी। इन मामलो को लेकर देखना है कि विक्रेता के खिलाफ क्या कार्यवाही की जाती है। फिलहाल मामले को दबाने की कोशिश जिम्मेदार अधिकारी कर रहे हैं।
विक्रेता का क्या था पूरा मामला ?
सिहौलिया विक्रेता का जो आडियो वायरल हुआ उनके द्वारा यह बात कही गई कि हमने खाद्य अधिकारी के कहने पर जिले के आला अफसर के बगले में 15 हजार रूपये प्रतिमाह के हिसाब से राशन की सप्लाई करते हैं। इसके अलावा दारू-मुर्गा एवं अन्य खर्च मिलाकर 35 हजार रूपये होता है। इसके बाद भी हमें हर माह डेढ़ लाख रूपये मासिक कमाई होती है।
खाद्य अधिकारी ने खुद बदल दिए अपनी स्वर:-
जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति अधिकारी आशुतोष तिवारी का आडियो वायरल होने के बाद बोले थे कि हम ऐसे विक्रेता के खिलाफ एफआईआर कराएंगे। उन्होने ताव भरे शब्दो में विक्रेता के खिलाफ गाली-गलौज भी किये थे। लेकिन चंद दिनों बाद जब बंद कमरे में विक्रेता से मिलने गये तो उनका सुर बदल गया है। दरअसल 20 रूपये के स्टाम्प पेपर में विक्रेता ने यह लिख दिया कि हमने यह हंसी मजाक में टिप्पणी की थी। इसके साथ ही विक्रेता द्वारा यह भी कहा गया कि हम कहीं राशन नहीं पहुंचाते हैं। मामला जो भी हो लेकिन एक एफडी 17 लाख रूपये का सहकारी बैंक से तोडऩे का मामला भी समझ से परे है। कही न कहीं खाद्य अधिकारी को वे खुश करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। हालांकि खाद्य अधिकारी श्री तिवारी ने कहा कि विक्रेता के खिलाफ क्या कार्यवाही होगी वह शनिवार को प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से पहुंच जाएगी।
कलेक्टर ने भी कार्यवाही करने का दिया था भरोसा:-
कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी द्वारा भी सिहौलिया विक्रेता प्रकाश जायसवाल द्वारा की गई आडियो को लेकर कार्यवाही करने का भरोसा दिलाया है।
इधर आडियो वायरल करने वालों को दी गई धमकी:-
शासकीय उचित मूल्य की दुकान सिहौलिया के विक्रेता प्रकाश जायसवाल द्वारा आडियो वायरल करने वाले को धमकी देने सहित मीडिया को भी धमकी देने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। यहां तक की उनके द्वारा यह कहा कि मेरे मुट्ठी में प्रशासन है। ऐसे में मेरे खिलाफ जो भी शिकायतें होंगी उस पर कार्यवाही नहीं हो सकती है।
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