अंग्रेजी हुकूमत की तरह क्रूरता की सारी हदें पार कर रही है मोदी सरकार: दीपू,कांग्रेस ने किया मोदी सरकार पर वार

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अंग्रेजी हुकूमत की तरह क्रूरता की सारी हदें पार कर रही है मोदी सरकार: दीपू,कांग्रेस ने किया मोदी सरकार पर वार



अंग्रेजी हुकूमत की तरह क्रूरता की सारी हदें पार कर रही है मोदी सरकार: दीपू,कांग्रेस ने किया मोदी सरकार पर वार

सीधी।
केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा मुट्ठी भर उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए कारपोरेट के इशारे पर बनाए गए 3  किसान विरोधी काले कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर देश के अन्नदाता किसान इस भीषण शीतलहर एवं ठंड में दिल्ली की सड़कों पर पिछले 25 दिन से बैठे हुए हैं लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार अंग्रेजी हुकूमत की तरह क्रूरता एवं संवेदनहीनता की सारी हदें पार करके देश के अन्नदाता किसानों को मौत के मुंह में झोंकने के लिए विवश कर रही है। 
जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता प्रदीप सिंह दीपू ने जारी एक बयान में कहा है कि किसान आंदोलन पर भाजपा के
क्रियाकलापों से 74 वर्षों के बाद देश में एक बार फिर से अंग्रेजी हुकूमत के एहसास होने लगे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कारपोरेट के इशारे पर चंद उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए मोदी सरकार द्वारा किसान विरोधी तीन काले कानून बनाकर देश के किसानों एवं खेत खलिहान को उद्योगपतियों के हाथों गिरवी रखने का षड्यंत्र किया है। उन्होंने कहा कि पिछले 25 दिन से देश के अन्नदाता अपनी जान हथेली पर रखकर केंद्र सरकार से न्याय की गुहार लगा रहे हैं लेकिन अहंकार एवं सत्ता के मद में  डूबी केंद्र सरकार को किसानों की पीड़ा ना सुनाई दे रही है और ना ही दिखाई दे रही है। केंद्र की मोदी सरकार किसान विरोधी काले कानून को वापस लेने के लिए किसी भी सूरत पर तैयार नहीं है क्योंकि भाजपा सरकार के मालिक उद्योगपति जिनके इशारे पर मोदी जी ने यह काला कानून बनाया है वह नहीं चाहते कि यह कानून निरस्त हो। 
कांग्रेस प्रवक्ता प्रदीप सिंह ने अपने बयान में कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की तानाशाही एवं क्रूर मानसिकता के चलते अब तक पिछले 25 दिन में लगभग 22 अन्नदाता काल के गाल में समा चुके हैं लेकिन मोदी सरकार  22 किसानों की कुर्बानी के बाद भी राजधर्म को तिलांजलि देकर हठधर्मिता पर अड़ी हुई है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि किसान विरोधी काले कानून को वापस लेने के लिए जो हमारे अन्नदाता अपनी कुर्बानी दे रहे हैं उनकी इस कुर्बानी को देश हमेशा याद रखेगा। उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों की हितेषी एवं  किसान विरोधी मोदी सरकार के माथे पर 22 किसानों की हत्या का कलंक लग चुका है। 
कांग्रेस प्रवक्ता प्रदीप सिंह ने कहा कि उद्योगपतियों की खुशामद करने के बजाए मोदी सरकार देश के अन्नदाता को बचाने के लिए किसानों की मांगों को स्वीकार कर शीघ्र ही किसान विरोधी काले कानूनों को वापस लेकर राजधर्म का पालन करें क्योंकि आज पूरा देश मोदी सरकार की क्रूरता तानाशाही के खिलाफ देश के अन्नदाता किसानों के साथ खड़ा हो चुका है।

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